
Indian Newspaper Day हर साल 28 जनवरी को मनाया जाता है।
Indian Newspaper Day हर साल 28 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन भारतीय पत्रकारिता और समाचार पत्र के योगदान को सम्मानित करने और इसकी ऐतिहासिक और सामाजिक भूमिका को रेखांकित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। यह दिन भारतीय प्रेस की स्वतंत्रता और जिम्मेदारी का प्रतीक भी है।
Indian Newspaper Day का इतिहास
बता दे की भारतीय समाचार पत्र दिवस की शुरुआत भारतीय प्रेस (Press Council of India) द्वारा की गई थी। यह दिवस भारतीय पत्रकारिता के आदर्शों और मूल्यों को बनाए रखने और प्रेस की स्वतंत्रता का संरक्षण करने के लिए समर्पित है।वहीं इस दिन को इसलिए चुना गया क्योंकि भारत का पहला समाचार पत्र “हिक्की गजट” 29 जनवरी 1780 को प्रकाशित हुआ था।हिक्की गजट को भारत में अंग्रेजी पत्रकारिता का आरंभिक चरण माना जाता है।इस लिये यह एक साप्ताहिक अखबार था, जिसे जेम्स ऑगस्टस हिक्की ने शुरू किया था। बता दे की इस अखबार ने भारतीय पत्रकारिता के आधारभूत सिद्धांतों की नींव रखी और समय के साथ पत्रकारिता ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भी अहम भूमिका निभाई।
Indian Newspaper Day का विकास
भारतीय पत्रकारिता का विकास कई चरणों में हुआ है। शुरुआती समय में यह अंग्रेजी तक सीमित था, लेकिन धीरे-धीरे क्षेत्रीय भाषाओं में समाचार पत्रों का प्रकाशन शुरू हुआ।और पत्रकारिता का मुख्य उद्देश्य लोगों तक सूचना पहुंचाना, सामाजिक समस्याओं को उजागर करना और लोकतंत्र को मजबूत करना था।वही लोगों को इसके प्रतीक जागरूक करना।
समाचार पत्र
1. हिक्की गजट (1780) भारत का पहला समाचार पत्र।
2. संवाद कौमुदी (1821) राजा राममोहन राय द्वारा प्रकाशित, यह पहला बंगाली अखबार था।
3. केसरी और मराठा (1881) बाल गंगाधर तिलक ने इन अखबारों का प्रकाशन स्वतंत्रता संग्राम में जनता को जागरूक करने के लिए किया।
4. हिन्दुस्तान टाइम्स (1924) स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला अंग्रेजी दैनिक।
समाचार पत्रों की भूमिका
वहीं भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में समाचार पत्रों ने लोगों को एकजुट करने और ब्रिटिश शासन की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बाल गंगाधर तिलक, महात्मा गांधी और सुभाष चंद्र बोस जैसे नेताओं ने अपने लेखों के माध्यम से जनता को जागरूक किया।वही समाचार पत्र सामाजिक मुद्दों जैसे महिला अधिकार, जाति प्रथा, शिक्षा और स्वच्छता जैसे विषयों को उजागर करते हैं। अब यह समाचार पत्र लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। यह जनता और सरकार के बीच एक पुल का काम करते हैं। जनता की बातें सरकार तक पहुंचाना और सरकार की बातें जनता तक पहुंचने में यह भूमिका निभाता है।
समाचार पत्र की जगह
इंटरनेट ओर सोशल मीडिया के आने के बावजूद भी समाचार पत्र ने अपनी जगह बनाए रखी।और अब सोशल मीडिया पर भी समाचार पत्रों का कंटेंट उपलब्ध रहता है । पहले लोग समाचार रेडियो पर सुनते था। लकिन समय के साथ साथ इस ने विकाश किया और अब यह इंटरनेट के माध्यम से हर जगह है। भारतीय समाचार पत्र दिवस हमें यह याद दिलाता है कि पत्रकारिता समाज को जागरूक करते है और एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
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