
फ्रांस अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत निर्मित पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम खरीदने पर विचार कर रहा है।
भारत का पिनाका रॉकेट लॉन्चर:फ्रांस अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत निर्मित पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम खरीदने पर विचार कर रहा है। इसी बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने फ्रांस दौरे पर स्वदेशी मल्टी-लॉन्च आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम ‘पिनाका’ की पेशकश राष्ट्रपति मैक्रों को की है।भारत का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता नई दिल्ली से हथियार खरीदेगा। इस संभावित डील को भारतीय रक्षा उद्योग के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है
भारत का पिनाका रॉकेट लॉन्चर:फ़्रांस की दिलचस्पी
हाल ही में, फ़्रांस ने पिनाका रॉकेट लॉन्चर को ख़रीदने में अपनी रुचि व्यक्त की है। यह भारतीय रक्षा उत्पादों के प्रति बढ़ती वैश्विक मांग और विश्वास का प्रतीक है। फ़्रांस ने पिनाका की सटीकता, उच्च विनाशकारी क्षमता और बहुमुखी उपयोग की प्रशंसा की है।
भारत का पिनाका रॉकेट लॉन्चर:फ़्रांस की रुचि के पीछे कारण
1. उन्नत तकनीक
पिनाका की आधुनिक गाइडेड टेक्नोलॉजी इसे किसी भी वैश्विक रॉकेट प्रणाली से कमतर नहीं बनाती।
2. विनाशकारी क्षमता
यह प्रणाली बड़ी संख्या में रॉकेट दागने और युद्धक्षेत्र में बड़े पैमाने पर तबाही मचाने में सक्षम है।
3. सस्ती लागत
पिनाका, अन्य देशों की तुलनात्मक प्रणालियों की तुलना में किफ़ायती है, जो फ़्रांस के लिए एक बड़ा आकर्षण है।
4. भारत-फ़्रांस रक्षा सहयोग
दोनों देशों के बीच लंबे समय से रक्षा सहयोग जारी है। पिनाका के आयात से इस संबंध को और मज़बूती मिलेगी
भारत का पिनाका रॉकेट लॉन्चर:क्या है पिनाका रॉकेट लॉन्चर
पिनाका रॉकेट लॉन्चर भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित एक आधुनिक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर प्रणाली है। यह प्रणाली भारतीय सेना के लिए 1990 के दशक में विकसित की गई थी और आज यह देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। हाल ही में, फ़्रांस ने इस प्रणाली को ख़रीदने में रुचि दिखाई है, जिससे इसकी वैश्विक मांग और प्रतिष्ठा में भी वृद्धि हुई है।
पिनाका रॉकेट लॉन्चर का इतिहास और विकास
बता दे की 1990 के दशक में भारत ने अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से एक स्वदेशी रॉकेट प्रणाली विकसित करने का निर्णय लिया। इससे पहले भारतीय सेना सोवियत संघ द्वारा निर्मित ग्रैड रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल करती थी। वही DRDO ने एक ऐसी प्रणाली विकसित करने की पहल की, जो अधिक दूरी, सटीकता और विनाशकारी क्षमता प्रदान कर सके। 1998 में इसका पहला सफल परीक्षण किया गया और इसे 2000 में सेना में शामिल किया गया।
पिनाका रॉकेट लॉन्चर की विशेषताएं
1. मल्टी-बैरल रॉकेट सिस्टम
पिनाका रॉकेट लॉन्चर एक मल्टी-बैरल प्रणाली है, जिसमें 12 ट्यूब होती हैं। यह प्रणाली एक बार में 12 रॉकेट दागने में सक्षम है।
2. मारक दूरी
पिनाका की प्रारंभिक रेंज 40 किलोमीटर थी, लेकिन पिनाका MK-II संस्करण की रेंज 75 किलोमीटर तक बढ़ाई गई है। नवीनतम संस्करण की रेंज 90 किलोमीटर तक है।
3. फायरिंग क्षमता
यह प्रणाली 44 सेकंड में 12 रॉकेट दाग सकती है। प्रत्येक रॉकेट अपने लक्ष्य को सटीकता से भेदने में सक्षम है।
4. मोबिलिटी
पिनाका को एक विशेष ट्रक प्लेटफॉर्म पर माउंट किया जाता है, जिससे इसे युद्धक्षेत्र में आसानी से लाया और ले जाया जा सकता है।
5. स्वचालित लक्ष्य प्रणाली
इस प्रणाली में एक उन्नत फायर कंट्रोल सिस्टम है, जो लक्ष्य को स्वचालित रूप से पहचानने और ट्रैक करने में मदद करता है।
6. सटीकता और विनाशकारी क्षमता
पिनाका रॉकेट में उच्च-सटीकता वाले गाइडेड सिस्टम होते हैं। ये रॉकेट विस्फोटक, थर्मोबैरिक और क्लस्टर बम सहित विभिन्न प्रकार के वारहेड ले जा सकते हैं।
पिनाका रॉकेट लॉन्चर का उपयोग
1. युद्धक्षेत्र में त्वरित प्रतिक्रिया2. क्षेत्रीय प्रभुत्3. सामरिक नियंत्रण
पिनाका रॉकेट लॉन्चर भारतीय रक्षा उद्योग का एक महत्वपूर्ण उत्पाद है ।
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