2024 के चुनावी नतीजों के बाद, अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने Mike Waltz, जो कि एक सेवानिवृत्त आर्मी नेशनल गार्ड अधिकारी और युद्ध नायक हैं, को अपने प्रशासन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में नियुक्त करने का प्रस्ताव दिया है। यह जानकारी सोमवार (11 नवंबर 2024) को एक सूत्र ने दी। हालांकि, इस कदम के बाद कैपिटल हिल पर कुछ चिंताएँ उठ रही हैं, खासकर इस बात को लेकर कि ट्रंप द्वारा हाउस प्रतिनिधियों को अपने प्रशासन में शामिल करने से यह सीट खाली हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप उपचुनाव की आवश्यकता हो सकती है।
Mike Waltz का परिचय
माइक वॉल्ट्ज, जो कि फ्लोरिडा के ईस्ट-सेंट्रल क्षेत्र से तीन बार के रिपब्लिकन सांसद हैं, एक कड़े ट्रंप समर्थक के रूप में पहचाने जाते हैं। उन्होंने पिछले हफ्ते अपने चुनावी क्षेत्र में फिर से चुनाव जीतकर फिर से अपने पद को बरकरार रखा। वॉल्ट्ज पहले ग्रीन बेरेट (Special Forces) थे, और उन्होंने अमेरिकी सेना में चार वर्षों तक सक्रिय सेवा दी, इसके बाद वे फ्लोरिडा गार्ड में शामिल हो गए। वे अफगानिस्तान, मध्य पूर्व और अफ्रीका में कई सैन्य अभियानों का हिस्सा रहे और उन्हें चार ब्रॉन्ज स्टार, जिनमें से दो वीरता के लिए थे, मिल चुके हैं।
वॉल्ट्ज ने हाउस आर्म्ड सर्विसेज कमेटी की रेडीनेस उपसमिति के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है और हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी और पर्मानेन्ट सिलेक्ट कमेटी ऑन इंटेलिजेंस के सदस्य रहे हैं। इसके अलावा, उनका रुख चीन के प्रति कड़ा रहा है, और उन्होंने बीजिंग में 2022 शीतकालीन ओलंपिक के बहिष्कार का समर्थन किया था, जिसका कारण चीन की कोविड-19 महामारी की उत्पत्ति और उइगर मुस्लिम समुदाय के साथ उसकी दुर्व्यवहार की निंदा था।
ट्रंप प्रशासन में वॉल्ट्ज का स्थान
Mike Waltz का नाम राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में सामने आने से अमेरिकी राजनीति में कई हलचलें हुई हैं। एक ओर, उनका सैन्य अनुभव और राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों में गहरी समझ उन्हें इस पद के लिए एक मजबूत उम्मीदवार बनाती है। लेकिन दूसरी ओर, ट्रंप का यह कदम कई सांसदों के लिए चिंता का कारण बन गया है। हाउस में वॉल्ट्ज के चुनाव क्षेत्र से किसी रिपब्लिकन सदस्य का प्रशासन में जाना, उपचुनाव की स्थिति पैदा कर सकता है, जो कि कई लोगों के लिए परेशानी का कारण हो सकता है।
वॉल्ट्ज के नेतृत्व में, ट्रंप प्रशासन को कई गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा संकटों का सामना करना होगा। इनमें यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति, रूस और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ते रिश्ते, और मध्य पूर्व में ईरान प्रॉक्सी द्वारा जारी हमले शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, इजराइल और हमास तथा हिज़्बुल्लाह के बीच संघर्ष पर काबू पाने की भी चुनौती होगी।
Mike Waltz की नीतियां और विचार
वॉल्ट्ज ने हमेशा अमेरिकी सैन्य प्राथमिकताओं को केंद्र में रखा है। उन्होंने “वोक” सैन्य नीति की आलोचना की है, जिसका ट्रंप भी समर्थन करते हैं। उनका कहना है कि अमेरिकी सेना को विविधता और समानता के बजाय युद्ध जीतने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। वॉल्ट्ज ने कई बार कहा है कि उनकी प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि अमेरिकी सेना को युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार किया जाए, न कि इसे “वोक” मुद्दों से व्यस्त रखा जाए।
वॉल्ट्ज का यह भी मानना है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी बेहद अस्तव्यस्त और असफल रही। उन्होंने इस वापसी को लेकर ट्रंप प्रशासन की आलोचना की थी, खासकर उस समय जब 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हुई थी। उन्होंने अफगानिस्तान से वापसी के दौरान अमेरिकी सैनिकों और सहयोगियों को पीछे छोड़ने को लेकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
चीन और वैश्विक सुरक्षा
माइक वॉल्ट्ज के बारे में यह भी कहा जाता है कि वे चीन के खिलाफ एक कड़ा रुख अपनाते हैं। उन्होंने चीन के साथ अमेरिकी प्रतिस्पर्धा को एक रणनीतिक चुनौती के रूप में देखा है, और उनका मानना है कि अमेरिका को अपनी वैश्विक शक्ति को बनाए रखने के लिए चीन को हर मोर्चे पर कड़ा प्रतिरोध देना चाहिए। इस दिशा में वॉल्ट्ज ने कभी भी यह नहीं छुपाया कि उन्हें चीनी सरकार के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों और अन्य कड़े कदमों का समर्थन है।
राजनीतिक और सैन्य दृष्टिकोण
Mike Waltz का राजनीतिक और सैन्य दृष्टिकोण बहुत स्पष्ट है: वह अमेरिका की शक्ति को बढ़ाने और मजबूत करने के पक्षधर हैं। उनका मानना है कि अमेरिका को न केवल सैन्य ताकत में बल्कि वैश्विक कूटनीतिक दृष्टिकोण में भी पुनः मजबूत किया जाना चाहिए। इसके लिए उन्होंने कई बार ट्रंप के तहत एक मजबूत विदेश नीति की वकालत की है, जो अमेरिका को अपनी सैन्य और आर्थिक शक्ति के बल पर वैश्विक मंच पर प्रभावी बनाए रखे।
निष्कर्ष
यदि माइक वॉल्ट्ज को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में नियुक्त किया जाता है, तो उनका कार्यकाल अमेरिकी रक्षा और विदेश नीति में कई महत्वपूर्ण बदलावों का कारण बन सकता है। हालांकि, उनके चुनाव क्षेत्र से एक और रिपब्लिकन का उपचुनाव के लिए बाहर जाना कुछ राजनीतिक चुनौती भी पैदा कर सकता है। फिर भी, वॉल्ट्ज की सैन्य पृष्ठभूमि और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति उनकी मजबूत नीतियाँ उन्हें इस पद के लिए एक प्रभावशाली उम्मीदवार बनाती हैं। इस बदलाव के साथ ही यह भी देखा जाएगा कि ट्रंप के अगले प्रशासन के लिए यह किस हद तक सही निर्णय साबित होता है।
यह भी देखा: Raghav Chadha और Parineeti Chopra ने वाराणसी में गंगा आरती की