
Twitching Eye आमतौर पर हर किसी के जीवन में कभी ना कभी आंखें फड़फड़ाने का अनुभव होता है।आंखों का फड़फड़ाना एक सामान्य स्थिति है, जिसे आमतौर पर लोग हल्के में लेते हैं। कई लोग इसे अंधविश्वास से जोड़ते हैं, जबकि कुछ इसे केवल थकान का परिणाम मानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लगातार या बार-बार आंख फड़कने का मतलब कोई गंभीर बीमारी भी हो सकता है? चलिए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
Twitching Eye: आंख फड़कने के कारण
आंखों का फड़कना एक न्यूरोलॉजिकल प्रतिक्रिया है, जो आंखों की मांसपेशियों में असामान्य गतिविधि के कारण होती है। इसके कई संभावित कारण हो सकते हैं जैसे की।
- मानसिक और शारीरिक थकान- लंबे समय तक काम करने, देर रात तक जागने या अधिक स्क्रीन टाइम के कारण आंखों की मांसपेशियां थक जाती हैं, जिस वजह से वह फड़फड़ाना शुरू कर देती है।
- तनाव और चिंता- वही अत्यधिक मानसिक तनाव और चिंता होने पर मांसपेशियों में तनाव बढ़ जाता है, जिससे आंखें फड़क सकती हैं।
- कैफीन और शराब का अधिक सेवन- अगर आप अधिक मात्रा में चाय, कॉफी या शराब का सेवन करते हैं, तो यह आपकी नसों को उत्तेजित कर सकता है और आंखों के फड़कने का कारण भी बन सकता है।
- एलर्जी या संक्रमण- आंखों में जलन, सूजन, एलर्जी या किसी प्रकार का संक्रमण होने पर भी आंखें फड़क सकती हैं। ऐसे में आपको जल्दी डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए वरना समस्या बढ़ सकती है।
Twitching Eye: कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं आंख फड़कने से जुड़ी?
- अगर आपकी आंखें बार-बार फड़क रही हैं और यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह कुछ गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है ऐसे में जल्दी से जल्दी डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- ब्लेफेरोस्पाज्म – यह एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें पलकों की मांसपेशियां बार-बार अनियंत्रित रूप से सिकुड़ने लगती हैं। यह स्थिति सामान्य थकान से अलग होती है और लंबे समय तक बनी रह सकती है।
- मीज़ सिंड्रोम – यह एक दुर्लभ न्यूरोलॉजिकल समस्या है, जिसमें चेहरे की कई मांसपेशियां अनियंत्रित रूप से सिकुड़ने लगती हैं, जिससे आंखों का लगातार फड़कना भी शामिल होता है।
- बेल्स पाल्सी – यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें चेहरे की मांसपेशियां अस्थायी रूप से कमजोर हो जाती हैं। इसके कारण भी आंखों का फड़कना हो सकता है।
Twitching Eye: आंख फड़कने से बचने के उपाय
अगर आपकी आंखें बार-बार फड़क रही हैं, तो आप कुछ आसान घरेलू उपाय और जीवनशैली में बदलाव करके इस समस्या से राहत पा सकते हैं।
- रोजाना कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूर ले ताकि आंखों के मांसपेशियों को आराम मिल सके।
- ऐसे में योग ध्यान और हल्की एक्सरसाइज करें तनाव को कम करें जिससे आपकी नसों को आराम मिले।
- अपने भोजन में अधिक हरी सब्जियां फल मेवा और प्रोटीन युक्त चीज शामिल करें खास तौर पर मैग्नीशियम और विटामिन b12 से भरपूर चीज खाएं।
- कॉफी चाय और शराब से अधिक अधिक सेवन से बच्चे क्योंकि यह न्यूरोलॉजिकल सिस्टम को उत्तेजित कर सकता है।
- गुलाब जल में भीगी हुई रूई या ठंडे पानी की पट्टी आंखों पर रखने से आराम मिलेगा।
Twitching Eye: कब डॉक्टर के पास जाना चाहिए?
अगर आपकी आंखें बार-बार और लंबे समय तक फड़क रही हैं, तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। इन स्थितियों में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है जब आंखें लगातार 2 हफ्ते या उससे ज्यादा समय तक फड़कें।अगर आंखों के फड़कने के साथ किसी और अंग में भी कंपन हो। उतरन डॉक्टर के पास जाए। वहीं अगर जब आंखें सूजने लगें या उनमें दर्द हो। तब भी डॉक्टर से संपर्क करें।
आंखों का फड़कना एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना सही नहीं है। अगर यह लंबे समय तक बना रहता है या अन्य लक्षणों के साथ जुड़ा हुआ है, तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।
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