
Israel airstrikes 2025: पश्चिम एशिया जल रहा है, इजराइल के हमले और 6 देशों में खून-खराबा
Israel airstrikes 2025: पश्चिम एशिया एक बार फिर बारूद के ढेर पर बैठा है। पिछले 72 घंटों में इजराइल ने जिन 6 मुस्लिम देशों पर हमला किया है—गाज़ा (फिलिस्तीन), सीरिया, लेबनान, क़तर, यमन और ट्यूनीशिया—उनकी तस्वीरें देखकर किसी का भी दिल दहल जाएगा। मौत का आंकड़ा 200 से ऊपर पहुँच चुका है और हज़ार से ज्यादा लोग ज़ख्मी हैं।
इजराइल का दावा है कि उसने सिर्फ़ “आतंकी ठिकानों” को निशाना बनाया है। लेकिन प्रभावित देश इसे अपनी संप्रभुता पर हमला मान रहे हैं। सच्चाई यह है कि इन हमलों में सबसे ज्यादा खून उन मासूमों का बहा है, जिनका आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं था।
क़तर: हमास नेताओं पर सीधा वार
मंगलवार की शाम क़तर की राजधानी दोहा धमाकों से गूंज उठी। इजराइली सेना ने हमास के शीर्ष नेता खलील अल-हय्या को निशाना बनाकर हवाई हमला किया।
हालांकि अल-हय्या बच गए, लेकिन उनका बेटा, ऑफिस डायरेक्टर, तीन गार्ड और एक कतरी सुरक्षा अधिकारी मारे गए।
हमले के वक्त कमरे के अंदर युद्धविराम पर चर्चा चल रही थी। लेकिन इस वार के बाद हमास ने साफ कह दिया—अब कोई युद्धविराम नहीं होगा। यानि इजराइल का हमला सीधा जंग को लंबा करने वाला साबित हुआ।
लेबनान: हिजबुल्लाह के ठिकाने तबाह
सोमवार को लेबनान के बेका और हरमेल जिलों में इजराइली विमान बरस पड़े। पांच लोगों की मौत हुई। इजराइल का दावा है कि उसने हिजबुल्लाह के सैन्य ठिकानों को उड़ाया।
लेकिन ये हमले उस सीजफायर समझौते के बाद हुए हैं जो नवंबर 2024 में हुआ था। सवाल उठता है—अगर सीजफायर सिर्फ कागज़ पर ही रह गया तो फिर इसका मतलब क्या था?
सीरिया: एयरबेस पर बमबारी
सीरिया के एयरफोर्स बेस और सेना के कैंप को इजराइली फाइटर जेट्स ने निशाना बनाया। सौभाग्य से कोई जान नहीं गई।
लेकिन सीरिया ने इसे खुलकर संप्रभुता का उल्लंघन कहा और चेतावनी दी कि इजराइल अब “पूरे क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरा” बन चुका है।
रिपोर्ट बताती है—2025 में अब तक इजराइल 86 हवाई और 11 जमीनी हमले सीरिया पर कर चुका है।
ट्यूनीशिया: जहाजों पर ड्रोन अटैक
सोमवार की रात ट्यूनीशिया पोर्ट पर एक फैमिली बोट पर हमला हुआ। जहाज पर पुर्तगाली झंडा लगा था और छह लोग सफर कर रहे थे। गनीमत रही कि जान बच गई।
मंगलवार को भी एक ब्रिटिश झंडे वाले जहाज पर हमला हुआ। यह कोई नई बात नहीं—2010 से गाज़ा की ओर जाने वाले जहाजों पर इजराइली ड्रोन हमले लगातार हो रहे हैं।
यमन: हूती ठिकानों पर दूसरा बड़ा हमला
बुधवार को यमन की राजधानी सना एयरपोर्ट पर फिर से हमला हुआ। दावा किया गया कि यह हूती ठिकानों पर था।
याद दिला दें, इससे पहले 28 अगस्त को हुए हमले में हूती प्रधानमंत्री अहमद अल-रहावी समेत 10 लोग मारे गए थे।
गाज़ा: मौत की सबसे डरावनी तस्वीर
गाज़ा की हालत सबसे भयावह है। सिर्फ सोमवार को 150 मौतें और 540 घायल।
2023 से अब तक यहां 64,600 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं।
पूरा गाज़ा मलबे में बदल चुका है, 75% इलाका अब इजराइल के कब्ज़े में है। हज़ारों लोग भूख और प्यास से मर चुके हैं।
नेतन्याहू का बयान और ट्रंप की नाराज़गी
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दोहा पर हमले का बचाव करते हुए कहा—
“हमने वही किया जो अमेरिका ने 9/11 के बाद किया था। इजराइल आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा।”
लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नाराज़गी जताई और कहा कि उन्हें हमले की जानकारी थी लेकिन ये फैसला उनका नहीं, बल्कि नेतन्याहू का था।
अब आगे क्या?
पश्चिम एशिया एक बार फिर खून और बारूद में डूब रहा है। गाज़ा से लेकर दोहा तक लोग यही सवाल पूछ रहे हैं—
- क्या ये लड़ाई कभी खत्म होगी?
- क्या आतंकवाद को खत्म करने के नाम पर निर्दोषों का खून बहाना जायज़ है?
- और… अगला निशाना कौन होगा?
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