Jagdeep Dhankhar resignation: हाउस अरेस्ट नहीं, सिर्फ स्वास्थ्य कारण”, अमित शाह ने खोली जगदीप धनखड़ की अचानक विदाई की असली वजह
Jagdeep Dhankhar resignation: देश में आज एक बड़ा राजनीतिक सवाल गूंज रहा है: क्या पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को हाउस अरेस्ट किया गया? इस अफ़वाह ने दम पकड़ लिया था, लेकिन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसे पूरी तरह से खारिज कर दिया है। आइए इस मामले की पूरी कहानी सरल और स्पष्ट भाषा में जानें।
जगदीप धनखड़ ने क्यों दिया इस्तीफा?
जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई 2025 को अचानक देश के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया। उनका पत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपा गया, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से अपनी गिरती सेहत को प्राथमिकता देते हुए इस्तीफा देने की बात कही थी। उन्होंने उसी पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति, मंत्रिपरिषद और संसद सदस्यों को सहयोग और सम्मान के लिए धन्यवाद भी दिया था।
यह कार्रवाई संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के अंतर्गत ‘स्वीकार्य इस्तीफ़ा’ की प्रक्रिया द्वारा हुई थी।
आफवाहें—क्या सच था हाउस अरेस्ट?
कुछ विपक्षी नेता, खासकर कांग्रेस के Jairam Ramesh और राहुल गांधी ने सवाल उठाए कि अचानक इस्तीफा और सार्वजनिक रूप से गुम-न-गुम होना कुछ असामान्य है। राहुल गांधी ने इसे कहा था—“देश मध्ययुगीन दौर में लौट रहा है”—उनका आरोप था कि धनखड़ को ‘चुप कराया’ गया है।
अमित शाह का पलटवार—‘झूठ पर हंगामा नहीं’
ऐएनआई को दिए इंटरव्यू में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ तौर पर कहा— धनखड़ ने सिर्फ स्वास्थ्य संबंधी कारणों से इस्तीफा दिया था और इसमें कोई राजनीतिक दबाव नहीं था। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा “घटना को बढ़ा-चढ़ाकर देखने की आवश्यकता नहीं है… सत्य और असत्य की व्याख्या केवल विपक्ष के बयान पर आधारित नहीं होनी चाहिए… हमें इस पर ज्यादा हंगामा नहीं पैदा करना चाहिए।”
धनखड़ संवैधानिक पद पर थे और उन्होंने कार्यकाल के दौरान संविधान के मुताबिक जिम्मेदारियां निभाईं।
विपक्ष की प्रतिक्रिया—और रहस्य बना सवाल
विपक्ष ने इस बयान को पूरी तरह से असंतोषजनक माना। वाम-संघर्ष गठबंधन ने मांग की कि सरकार खुलकर बताये कि असल में क्या हुआ—क्या इसमें कुछ और गहरे राजनितिक कारण छिपे हैं?
जयराम रमेश ने कहा—“यह पहली बार है इतिहास में, जब किसी उपराष्ट्रपति को ‘चुप कराया गया’ भी कहा गया।”
धर्मशाला से कायार से लौटना—उनकी मौजूदा स्थिति क्या है?
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस्तीफे के बाद जगदीप धनखड़ ने सार्वजनिक जीवन से दूर रहकर योग और टेबल टेनिस जैसे हल्के व्यायामों में रुझान दिखाया है।
वह उपराष्ट्रपति निवास से बाहर निकलकर लुटियंस दिल्ली में सरकारी आवास में शिफ्ट हो रहे हैं और अपनी पेंशन एवं अन्य सुविधाओं की व्यवस्था भी फिलहाल अंतिम चरण में है।
जगदीप धनखड़ का इस्तीफा जाहिर तौर पर स्वास्थ्य कारणों से था—और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे यह स्पष्ट करते हुए अफवाहों को रोकने की कोशिश की। विपक्ष ने ईमानदारी और लोकतंत्र पर सवाल उठाये जबकि आम जनता इस रहस्य और राजनीति की जंग से असमंजस में है।
यह घटना उस वक़्त की राजनीति का एक नया सबक है—जहाँ “स्वास्थ्य” और “शांतिनिष्ठ इस्तीफा” के बीच का फर्क ही असल मुद्दा बन जाता है।
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