जय चौधरी, जो आज दुनिया के सबसे प्रेरणादायक उद्यमियों में गिने जाते हैं, ने 2008 में Zscaler की स्थापना की। यह कंपनी साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है और 400 से अधिक बड़ी कंपनियां इसकी सेवाएं लेती हैं। 2024 की चएसबीसी हुरुन ग्लोबल इंडियंस रिच लिस्ट में चौथे स्थान पर मौजूद जय चौधरी की नेटवर्थ ₹1,02,700 करोड़ है। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के पनोह गांव से निकलकर उन्होंने संघर्ष और कड़ी मेहनत के दम पर वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई।
शुरुआती जीवन और शिक्षा
जय चौधरी का जन्म 1959 में हिमाचल प्रदेश के एक किसान परिवार में हुआ। गांव में बिजली नहीं थी, इसलिए वह दीये की रोशनी में पढ़ाई करते थे। स्कूल उनके घर से 4 किलोमीटर दूर था, जहां वह पैदल जाया करते थे। पढ़ाई को लेकर उनके जुनून ने उन्हें हमेशा अपनी कक्षा में अव्वल बनाए रखा।
स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (IIT BHU) से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक किया। इसके बाद, उन्हें अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ सिनसिनाटी में एमबीए करने के लिए स्कॉलरशिप मिली। टाटा कंपनी ने उनकी पढ़ाई को फंड किया, जिससे वे विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त कर सके।
करियर की शुरुआत
पढ़ाई पूरी करने के बाद, जय ने अमेरिका में IBM और Unisys जैसी बड़ी कंपनियों में काम किया। 1996 में उन्होंने अपनी पत्नी ज्योति के साथ मिलकर SecureIT की स्थापना की। इसके बाद, 1997 में उन्होंने CipherTrust की स्थापना की, जिसे बाद में VeriSign ने खरीदा। जय ने AirDefense और CoreHarbor जैसी कंपनियां भी बनाई, जिन्हें Motorola और AT&T ने अधिग्रहित किया।
Zscaler की स्थापना
2008 में जय चौधरी ने Zscaler की नींव रखी। यह कंपनी साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में काम करती है और क्लाउड-आधारित समाधान प्रदान करती है। 2018 में Zscaler का IPO लॉन्च हुआ और यह नैस्डैक पर सूचीबद्ध हो गई। कोविड-19 महामारी के दौरान वर्क फ्रॉम होम की मांग बढ़ने से कंपनी की ग्रोथ को नई ऊंचाइयां मिलीं।
Zscaler आज दुनिया की 2000 सबसे बेहतरीन कंपनियों में शामिल है। यह कंपनी न केवल व्यवसायों की सुरक्षा को सुनिश्चित करती है, बल्कि डिजिटल युग में सुरक्षा के नए मानक भी स्थापित कर रही है।
प्रेरणा का स्रोत
जय चौधरी की सफलता की कहानी संघर्ष, मेहनत, और अपने सपनों को साकार करने का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। उनका मानना है कि सही दिशा में निरंतर प्रयास और शिक्षा के प्रति समर्पण किसी भी इंसान को ऊंचाइयों तक पहुंचा सकता है।
हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से गांव से निकलकर वैश्विक मंच पर छा जाने वाले जय चौधरी आज हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा हैं। उनकी कहानी यह साबित करती है कि बड़ी सफलता पाने के लिए कठिन परिस्थितियों में भी उम्मीद और कड़ी मेहनत कभी नहीं छोड़नी चाहिए।
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