सनातन धर्म में ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि की काफी महत्वता है। इस दिन श्रद्धालु ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत रखते हैं और स्नान दान करते हैं।
इस वर्ष ज्येष्ठ पूर्णिमा का स्नान और दान दोनों अलग-अलग दिन होगा। पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी, चंद्र देव और सत्यनारायण भगवान जी की पूजा अर्चना करने की मान्यता है।