
Kanwar Yatra 2025: श्रद्धा, शक्ति और शोर के बीच सवालों से घिरी आस्था
Kanwar Yatra 2025: श्रावण मास में भगवान शिव की आराधना के लिए निकलने वाली कांवड़ यात्रा हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। लेकिन इस बार की यात्रा सिर्फ भक्ति और आस्था की वजह से नहीं, बल्कि कई विवादों, घटनाओं और अनुशासनहीनता के मामलों के कारण भी सुर्खियों में है।
हरिद्वार: श्रद्धा या उपद्रव?
हरिद्वार में कांवड़ यात्रा शुरू होने के कुछ ही दिनों बाद से ही उपद्रव की घटनाएं सामने आने लगी हैं। हरकी पैड़ी, ज्वालापुर, बहादराबाद और रुड़की में तोड़फोड़, दुकानदारों से मारपीट और गाड़ियों में तोड़फोड़ की घटनाएं हो चुकी हैं। एक मामले में कांवड़ियों ने चश्मे की दुकान पर हमला कर उसे पूरी तरह तोड़ दिया।
व्यापारियों में रोष है। हरिद्वार व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजीव नैय्यर ने कहा कि यदि प्रशासन सहयोग नहीं करता, तो व्यापारी खुद अपनी सुरक्षा का इंतजाम करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि श्रद्धालु हमारे मेहमान हैं, लेकिन यदि वे गुंडागर्दी करेंगे तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अश्लील डांस का वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें महिलाएं सजे हुए ट्रक पर अश्लील डांस करती नजर आ रही हैं। यह वीडियो एक फ्लाईओवर पर लिया गया बताया जा रहा है, हालांकि स्थान की पुष्टि नहीं हो पाई है। वीडियो पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। कई संगठनों ने इसे आस्था का अपमान बताया है और प्रशासन से इस पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मिर्जापुर: CRPF जवान पर हमला
यात्रा के दौरान कांवड़ियों की ओर से अनुशासनहीनता के कई मामले सामने आए हैं। मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर कुछ कांवड़ियों ने एक वर्दीधारी CRPF जवान की बेरहमी से पिटाई कर दी। वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ कांवड़िए जवान को लात-घूंसों से पीट रहे हैं। बताया जा रहा है कि जवान मणिपुर जाने के लिए ट्रेन पकड़ने आए थे, तभी कुछ कहासुनी के बाद हमला हो गया।
RPF ने इस मामले में तीन कांवड़ियों पर FIR दर्ज की है और चार नाबालिगों को चाइल्डलाइन के हवाले कर दिया गया है। यह घटना यह सवाल उठाती है कि क्या अब कांवड़ यात्रा में अनुशासन का अभाव हो गया है?
जब हाथियों ने मचाया हड़कंप
देहरादून मार्ग पर लच्छीवाला रेंज में मणि माई मंदिर के पास भंडारे के दौरान एक अनहोनी घट गई। जंगल से निकलकर आए हाथियों का झुंड तेज साउंड सिस्टम और भीड़ के शोर से घबरा गया। एक नर, एक मादा और उनका शावक सड़क पार करने आए थे लेकिन भीड़ के हल्ले और डीजे की आवाज ने उन्हें उग्र बना दिया। हाथियों ने दो ट्रॉलियां पलट दीं। भगदड़ की स्थिति बन गई, लेकिन सौभाग्य से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
वन विभाग की टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर पंडाल को खाली कराया और हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा। अधिकारियों ने कांवड़ियों को चेतावनी दी कि वन क्षेत्र में न रुकें और तेज ध्वनि का प्रयोग न करें क्योंकि इससे वन्यजीवों के जीवन में बाधा आती है।
भक्ति में डूबा सहारनपुर, डीजे पर झूमे कांवड़िए
सहारनपुर के देहरादून रोड पर शुक्रवार की शाम एक अलग ही नजारा देखने को मिला। भगवा वस्त्रों में सजे सैकड़ों कांवड़िए डीजे की तेज धुनों पर झूमते नजर आए। यह आयोजन किसी संस्था द्वारा नहीं, बल्कि कांवड़ियों की आपसी सहमति से हुआ था। अलग-अलग समूहों ने सड़क पर रुककर अपने नृत्य कौशल का प्रदर्शन किया, जिससे माहौल शिवमय हो गया। लोगों ने भी सड़क किनारे खड़े होकर इस दृश्य का आनंद लिया।
प्रशासन ने सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए। ड्रोन से निगरानी की गई और यातायात को वैकल्पिक मार्गों से मोड़ा गया ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था ना हो।
सीएम योगी का सख्त रुख
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा को लेकर हो रही आलोचनाओं और सोशल मीडिया ट्रायल पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने साफ कहा कि कोई भी यात्रा की मर्यादा को भंग करेगा, उससे सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि यात्रा में बाधा डालने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
कांवड़ यात्रा एक पवित्र धार्मिक परंपरा है, जो श्रद्धा, सेवा और भक्ति का प्रतीक है। लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों की वजह से इसकी छवि धूमिल हो रही है। प्रशासन, समाज और स्वयं श्रद्धालुओं को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यात्रा का स्वरूप धार्मिक और मर्यादित बना रहे। तभी यह यात्रा सच्चे अर्थों में भगवान शिव की भक्ति का प्रतीक बन पाएगी।
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