Karol Bagh House Collapse: दिल्ली के करोल बाग इलाके में एक दो मंजिला आवासीय भवन के गिरने से कई लोग मलबे के नीचे फंस गए। राहत कार्य में लगे कर्मचारियों ने शीघ्रता से कार्रवाई करते हुए 12 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। इस घटना के दौरान बचाव कार्य के दृश्य सोशल मीडिया पर तेजी से साझा किए जा रहे हैं।
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ToggleKarol Bagh House Collapse: मलबे से निकासी की प्रक्रिया
Karol Bagh House Collapse में बचाव दल ने एक व्यक्ति को मलबे से निकाला, जो सिर्फ अपने सिर के बल बाहर था। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और दिल्ली अग्निशामक सेवा ने मिलकर मलबे को हटाने का कार्य किया। टीम ने ईंटें एक-एक करके हटाकर उस व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकाला।
Karol Bagh House Collapse: समय और स्थान की जानकारी
दिल्ली अग्निशामक सेवा को सुबह 9:11 बजे भवन के ढहने की सूचना मिली। तुरंत पांच अग्निशामक गाड़ियाँ घटनास्थल पर भेजी गईं। पुलिस के अनुसार, यह एक पुरानी इमारत थी, जिसका क्षेत्रफल लगभग 25 वर्ग गज था।
बचाव कार्य में बाधाएँ
Karol Bagh House Collapse करोल बाग के इस क्षेत्र में संकीर्ण गलियों के कारण भारी उपकरणों का उपयोग करना कठिन था, जिससे बचाव कार्य में बाधाएँ आईं। स्थानीय पुलिस और अग्निशामक सेवा अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर राहत कार्य में जुटी हुई हैं।
Karol Bagh House Collapse: राजनीतिक प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री-निर्वाचित आतिशी सिंह ने घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला मजिस्ट्रेट को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है। उन्होंने दिल्लीवासियों से आग्रह किया कि यदि वे किसी निर्माण में खतरा महसूस करें, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
अब तक 12 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है। राहत कार्य अभी भी जारी है, और प्रशासन मलबे में और फंसे लोगों की तलाश कर रहा है। यह घटना निर्माण मानकों और सुरक्षा उपायों पर गंभीर सवाल उठाती है, जिससे सुधार की आवश्यकता स्पष्ट होती है।
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