
Karun Nair Test Career खतरे में वेस्टइंडीज सीरीज से बाहर होने पर Ajit Agarkar ने दी सफाई
भारतीय क्रिकेट में एक बार फिर चयन को लेकर चर्चा तेज हो गई है। इस बार मुद्दा है Karun Nair Test Career का, क्योंकि वेस्टइंडीज के खिलाफ घोषित India Test Squad vs West Indies में करुण नायर का नाम शामिल नहीं किया गया। कभी तिहरा शतक लगाकर सुर्खियों में आने वाले नायर के करियर पर अब सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।
वेस्टइंडीज सीरीज की टीम घोषणा
बीसीसीआई ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए टीम का ऐलान किया। इस टीम में कुछ बड़े बदलाव देखने को मिले। सबसे बड़ा फैसला यह रहा कि करुण नायर को बाहर कर दिया गया और उनकी जगह युवा बल्लेबाज़ Devdutt Padikkal को मौका दिया गया। वहीं ऑलराउंडर Ravindra Jadeja को टेस्ट टीम का उपकप्तान नियुक्त किया गया।
इस बदलाव ने क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों के बीच नई बहस छेड़ दी है कि आखिर करुण नायर का भविष्य क्या होगा।
Ajit Agarkar का बयान
टीम चयन के बाद जब मीडिया ने सवाल किए तो मुख्य चयनकर्ता Ajit Agarkar on Karun Nair ने सफाई दी। उनका कहना था कि नायर को पर्याप्त मौके दिए गए, लेकिन उन्होंने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया।
अगरकर ने कहा:
“हमें करुण नायर से और रन की उम्मीद थी। लेकिन दुर्भाग्य से हर किसी को लंबे समय तक मौके नहीं दिए जा सकते। हमें लगा कि मौजूदा हालात में Devdutt Padikkal टीम के लिए बेहतर विकल्प साबित होंगे।”
इस बयान ने यह साफ कर दिया कि चयन केवल आंकड़ों और प्रदर्शन के आधार पर हुआ है, न कि किसी व्यक्तिगत कारण से।
इंग्लैंड दौरे पर नायर का प्रदर्शन
करीब आठ साल बाद करुण नायर ने इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट टीम में वापसी की थी। इस दौरान उन्हें चार टेस्ट मैचों में खेलने का मौका मिला। लेकिन वह इन मौकों का फायदा नहीं उठा पाए।
- नायर ने चार मैचों में सिर्फ 205 रन बनाए।
- उनका औसत रहा मात्र 25.62।
- इस दौरान केवल एक अर्धशतक उनके नाम रहा।
यह आंकड़े चयनकर्ताओं के लिए निराशाजनक थे। उनसे उम्मीद की जा रही थी कि वह नंबर-3 या नंबर-6 की पोजीशन पर टीम को स्थिरता देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
करुण नायर की बड़ी उपलब्धि
करुण नायर भारतीय क्रिकेट इतिहास में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं। वह उन चुनिंदा बल्लेबाज़ों में शामिल हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में Triple Century बनाई है। इंग्लैंड के खिलाफ यह पारी उन्हें हमेशा क्रिकेट इतिहास में खास बनाएगी।
लेकिन दुर्भाग्य से उस ऐतिहासिक पारी के बाद उनका करियर लगातार उतार-चढ़ाव से गुजरता रहा। लंबे अंतराल के बाद उन्हें फिर मौका मिला, लेकिन वह लगातार रन नहीं बना सके।
क्यों चुने गए Devdutt Padikkal?
नायर की जगह चयनकर्ताओं ने Devdutt Padikkal को टीम में शामिल किया। पादिक्कल लगातार घरेलू क्रिकेट और इंडिया-ए टीम के लिए शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी तकनीक और निरंतरता ने उन्हें चयनकर्ताओं की पहली पसंद बना दिया।
अगरकर ने यह भी कहा कि टीम भविष्य को देखते हुए ऐसे खिलाड़ियों को मौका देना चाहती है जो लंबे समय तक भरोसेमंद साबित हो सकें।
करुण नायर का भविष्य – Full Stop या नया मौका?
सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या Karun Nair Test Career यहीं खत्म हो गया है या अभी उम्मीद बाकी है?
सकारात्मक पहलू:
- नायर का अनुभव और तकनीक अब भी मजबूत है।
- उन्होंने पहले भारत के लिए बड़ी पारियां खेलकर अपनी काबिलियत साबित की है।
- अगर वह रणजी ट्रॉफी और घरेलू टूर्नामेंट में लगातार रन बनाते हैं, तो वापसी संभव है।
चुनौतियाँ:
- चयनकर्ता अब पूरी तरह प्रदर्शन और फॉर्म को प्राथमिकता दे रहे हैं।
- टीम में पहले से ही कई युवा और फॉर्म में बल्लेबाज़ मौजूद हैं।
- इंग्लैंड दौरे पर मिले मौके का सही उपयोग न करना उनके करियर पर भारी पड़ा है।
विंडीज सीरीज के लिए भारतीय टीम
शुभमन गिल (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, देवदत्त पडिक्कल, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा(उपकप्तान), वॉशिंगटन सुंदर, जसप्रीत बुमराह, अक्षर पटेल, नीतीश कुमार रेड्डी, एन. जगदीशन (विकेटकीपर), मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और कुलदीप यादव