24 साल के रिकॉर्ड पर नजर: बिहार चुनाव के बाद नीतीश कुमार नई ऊँचाई की ओर?
Longest-serving Chief Ministers: भारत की राजनीति में मुख्यमंत्री पद पर लंबे कार्यकाल का इतिहास हमेशा चर्चा में रहा है। दशकों तक एक राज्य की बागडोर थामे रखना न सिर्फ राजनीतिक स्थिरता का संकेत माना जाता है, बल्कि नेतृत्व की स्वीकार्यता का भी प्रमाण होता है। इसी श्रेणी में सबसे ऊपर नाम आता है सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के पवन कुमार चामलिंग का, जिन्होंने लगभग 24 वर्षों तक सत्ता संभालकर एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया जिसे पार करना किसी भी नेता के लिए चुनौती रहा है।
लेकिन बदलते राजनीतिक माहौल में अब यह सवाल ज़ोर पकड़ रहा है कि क्या यह रिकॉर्ड हमेशा कायम रहेगा, या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस सूची में सबसे ऊपर पहुंच सकते हैं। क्युकी इस बार के विधानसभा चुनाव के नतीजे उनकी जीत की तरफ इशारा कर रहे है। अगर ये जीत आज पक्की हुई तो यह संभव है कि वे कई पुराने रिकॉर्ड पीछे छोड़ दें।
लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे प्रमुख नेताओं की संक्षिप्त प्रोफ़ाइल
Longest-serving Chief Ministers: 1. पवन कुमार चामलिंग — सिक्किम
सिक्किम की राजनीति में चामलिंग एक ऐसे नेता रहे, जिन्होंने अपने लगातार और स्थिर नेतृत्व से लगभग ढाई दशक तक सत्ता संभाली। राज्य के विकास मॉडल, पर्यटन विस्तार और प्रशासनिक स्थिरता को वे अपनी सबसे बड़ी उपलब्धियों में गिनते हैं।
रिकॉर्ड: भारत के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता।
Longest-serving Chief Ministers: 2. नवीन पटनायक — ओडिशा
शांत स्वभाव, साफ छवि और समझदार प्रशासन के लिए पहचाने जाने वाले नवीन पटनायक ने ओडिशा की राजनीति को पूरी तरह बदल दिया। लंबी सत्ता के बावजूद उनकी लोकप्रियता बरकरार रहना अपने-आप में एक बड़ा राजनीतिक उदाहरण है।
विशेषता: लगातार कई बार बहुमत से जीत, मजबूत कल्याणकारी मॉडल।
Longest-serving Chief Ministers: 3. ज्योति बसु — पश्चिम बंगाल
कम्युनिस्ट राजनीति का सबसे मजबूत चेहरा कहे जाने वाले ज्योति बसु ने पश्चिम बंगाल में एक स्थायी नेतृत्व की पहचान बनाई। भूमि सुधार और संगठनात्मक मज़बूती उनके कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धियाँ मानी जाती हैं।
विशेषता: लगभग 23 वर्षों का लंबा दौर।
Longest-serving Chief Ministers: 4. लालथनहावला — मिज़ोरम
मिज़ोरम की राजनीति में उनका नाम स्थिर नेतृत्व के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। कई अलग-अलग कार्यकालों में सत्ता संभालते हुए उन्होंने राज्य में शांति और शासन व्यवस्था को मज़बूत किया। और उन्होंने 21 वर्षो तक मिजोरम के मुख्यमंत्री के कार्यभार को संभाला।
विशेषता: कांग्रेस के सबसे भरोसेमंद उत्तर-पूर्वी चेहरों में शुमार।
Longest-serving Chief Ministers: 5. माणिक सरकार — त्रिपुरा
देश के सबसे सादगीपूर्ण और ईमानदार मुख्यमंत्रियों में गिने जाने वाले माणिक सरकार ने लगभग दो दशक तक त्रिपुरा की सत्ता संचालित की। सीमित संसाधनों वाले राज्य में उन्होंने बुनियादी ढांचे और सामाजिक योजनाओं को प्राथमिकता दी।
विशेषता: “सबसे गरीब मुख्यमंत्री” की छवि—फिर भी मजबूत जनसहमति।
Longest-serving Chief Ministers: 6. गेगोंग अपांग — अरुणाचल प्रदेश
अरुणाचल प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में अपांग सबसे प्रमुख नाम रहे। अलग-अलग अवधियों में वे कई वर्षों तक मुख्यमंत्री पद पर रहे और राज्य की प्रशासनिक संरचना को स्थिरता प्रदान की।
विशेषता: लंबी राजनीतिक यात्रा और मजबूत जनाधार।
Longest-serving Chief Ministers: 7. वीरभद्र सिंह — हिमाचल प्रदेश
हिमाचल की राजनीति के “राजा साहब” कहे जाने वाले वीरभद्र सिंह ने छह अलग-अलग कार्यकालों में मुख्यमंत्री पद संभाला। विकास, सड़क नेटवर्क और पर्यटन विस्तार उनके कार्यकाल की बड़ी पहचान रहे।
विशेषता: पहाड़ी राज्यों में सबसे मजबूत और अनुभवी नेतृत्व।
Longest-serving Chief Ministers: नीतीश कुमार कहाँ खड़े हैं?
बिहार में लंबे समय से सक्रिय और प्रशासनिक सुधारों के लिए जाने जाने वाले नीतीश कुमार अब उन नेताओं की कतार में आ चुके हैं जिन्होंने राज्य को वर्षों तक स्थिर सरकार दी।
अगर वे इस चुनाव में जीतकर और कुछ वर्षों तक पद पर बने रहते हैं, तो यह संभव है कि वे देश के शीर्ष लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्रियों की सूची में बहुत ऊपर पहुंच जाएँ — और भविष्य में कई रिकॉर्ड पीछे छोड़ दें।
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