महाकुंभ 2025 में इस बार सिर्फ धार्मिक आस्था ही नहीं, बल्कि अजीबोगरीब घटनाएं भी चर्चा में बनी हुई हैं। इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें श्रद्धालु फ्लाईओवर के नीचे उछल-उछलकर उसका स्पर्श करने की कोशिश कर रहे हैं। इस अनोखे दृश्य ने इंटरनेट पर खूब सुर्खियां बटोरी हैं, और लोग इसे ‘फ्लाईओवर बाबा’ का आशीर्वाद लेना कहकर ट्रेंड करने लगे हैं।
कैसे शुरू हुआ ‘फ्लाईओवर बाबा’ का अनोखा आशीर्वाद?
इस वायरल वीडियो को इंस्टाग्राम पर एक यूजर रोहित उपाध्याय ने साझा किया, जो प्रयागराज के अल्लापुर फ्लाईओवर का बताया जा रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि श्रद्धालु फ्लाईओवर के नीचे से गुजरते वक्त उछलकर उसकी छत को छूने की कोशिश कर रहे हैं।
रोहित उपाध्याय ने बताया कि यह सब अचानक शुरू हुआ। किसी व्यक्ति ने उत्साह में आकर पहली बार ऐसा किया, और पीछे से देख रही भीड़ को लगा कि यह कोई धार्मिक मान्यता या परंपरा है। देखते ही देखते अन्य लोगों ने भी ऐसा करना शुरू कर दिया, और इस तरह ‘फ्लाईओवर बाबा’ के आशीर्वाद लेने का सिलसिला शुरू हो गया।
महिलाओं ने दीवार छूकर लिया आशीर्वाद
वीडियो में यह भी देखा जा सकता है कि कई महिलाएं जो फ्लाईओवर की छत तक नहीं पहुंच पा रही थीं, उन्होंने इसकी दीवार को छूकर आशीर्वाद लेना शुरू कर दिया। यह दृश्य इंटरनेट पर चर्चा का विषय बन गया और लोग इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
एक यूजर ने मजाकिया अंदाज में लिखा,
“ये लोग बस यह प्रार्थना कर रहे हैं कि फ्लाईओवर कभी न गिरे!”
वहीं, एक अन्य यूजर ने इसे ‘भेड़ चाल’ करार दिया, यानी बिना सोचे-समझे किसी चीज़ का अनुसरण करना।
महाकुंभ में आस्था और अंधविश्वास के बीच महीन रेखा
महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जहां करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने पहुंचते हैं। लेकिन हर बार कुछ ऐसी घटनाएं भी सामने आती हैं, जो यह सवाल खड़ा करती हैं कि आस्था और अंधविश्वास के बीच की रेखा कितनी पतली होती जा रही है?
यह पहली बार नहीं है जब किसी अनोखी चीज़ को लेकर धार्मिक आस्था जोड़ दी गई हो। इससे पहले भी कई बार मूर्तियों से पानी टपकने, दीवारों पर आकृतियां उभरने या किसी वस्तु से रोशनी निकलने जैसी घटनाओं को आस्था से जोड़कर लोग पूजा करने लगते हैं।
महाकुंभ में अब तक 50 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया स्नान
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक महाकुंभ 2025 में 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा स्नान कर चुके हैं। प्रयागराज इस समय पूरी तरह से धार्मिक माहौल में रंगा हुआ है, और सुरक्षा से लेकर यातायात तक सभी व्यवस्थाओं को प्रशासन ने मजबूती से संभाला हुआ है।
हालांकि, इस तरह के वीडियो धार्मिक आयोजनों में अक्सर चर्चा का विषय बन जाते हैं, जो आस्था और अंधविश्वास के बीच के अंतर को दिखाने का काम करते हैं। अब यह देखने वाली बात होगी कि प्रशासन इस तरह की गतिविधियों पर कोई प्रतिक्रिया देता है या नहीं।