
Mata Janaki Temple शिलान्यास के बहाने BJP ने खेला Hindu Card?
सीतामढ़ी के पुनौराधाम में Mata Janaki Temple के शिलान्यास के साथ ही Bihar Assembly Elections 2025 का असली चुनावी रंग अब सामने आने लगा है। 8 अगस्त को केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah ने इस भव्य मंदिर का शिलान्यास किया, जिसे सिर्फ धार्मिक आयोजन मान लेना शायद राजनीतिक दृष्टिकोण से बड़ी चूक होगी।
Mata Janaki Temple और चुनावी रणनीति
पुनौराधाम को माता सीता की जन्मस्थली माना जाता है, और इसी स्थान पर अब 151 फीट ऊंचा भव्य मंदिर बनाया जा रहा है। यह मंदिर न सिर्फ धार्मिक भावना से जुड़ा है, बल्कि इसके समय और स्थान को लेकर उठ रहे सवाल सीधे-सीधे Bihar Assembly Elections 2025 से जुड़ते नजर आ रहे हैं।
विशेष रूप से तब जब चुनाव आयोग राज्य में Special Intensive Revision (SIR) प्रक्रिया चला रहा है, और पूरे बिहार का राजनीतिक तापमान पहले ही उफान पर है।
क्या BJP खेल रही है Hindu Card?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जानकी मंदिर का शिलान्यास कोई सामान्य धार्मिक आयोजन नहीं है। भाजपा और NDA इसे Hindu Sentiment Mobilization के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं।
यह सवाल अब तेजी से उठ रहा है – क्या मंदिर की आड़ में भाजपा Hindu vote bank को एकजुट करने की कोशिश कर रही है? और यदि हाँ, तो क्या इससे Mahagathbandhan को सीधा नुकसान हो सकता है?
ऐतिहासिक दृष्टि से कैसा रहा है बिहार में हिंदुत्व का असर?
बिहार का सामाजिक-राजनीतिक इतिहास मुख्यतः Socialism और Caste-based Politics से प्रभावित रहा है। यहां हिंदुत्व की राजनीति कभी भी निर्णायक भूमिका में नहीं रही है। उदाहरण के लिए:
- 1992 में बाबरी विध्वंस के बाद भी BJP को सिर्फ 41 सीटें मिली थीं।
- लेकिन 2015 में BJP ने 91 सीटें जीतकर मजबूत प्रदर्शन किया।
हालांकि, उस समय जेडीयू अलग थी। अब जबकि जेडीयू फिर से NDA में है, तो BJP अपने Hindu narrative को और मजबूत करने की कोशिश में है।
Mahagathbandhan का जवाब?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी Bharat Jodo Yatra के दौरान कहा था – “RSS वाले कभी जय सिया राम नहीं कहते… इन्होंने सीता जी को नारे से हटा दिया।” यह बयान सीधे-सीधे BJP पर हमला था कि वह Sita’s legacy को दरकिनार करती रही है।
अब जब BJP खुद जानकी मंदिर निर्माण की अगुवाई कर रही है, तो यह counter-narrative के तौर पर सामने लाया जा रहा है।
₹882 करोड़ की लागत से बन रहा मंदिर परिसर
बिहार सरकार की कैबिनेट ने हाल ही में ₹882.87 crore की परियोजना को मंजूरी दी है, जिसमें:
- ₹137 करोड़ मंदिर और आसपास की संरचना के लिए,
- ₹728 करोड़ tourism infrastructure जैसे कैफेटेरिया, पार्किंग, वाटिका, शांति मंडप, और एक 3D एनिमेशन फिल्म आदि के लिए निर्धारित किए गए हैं।
यह पूरा प्रोजेक्ट Bihar Tourism Development Corporation की निगरानी में तेज़ी से पूरा किया जा रहा है।
NDA vs Mahagathbandhan: कड़ा मुकाबला तय
243 विधानसभा सीटों वाले बिहार में चुनाव में अब सीधा मुकाबला NDA और Mahagathbandhan के बीच दिखाई दे रहा है। जानकी मंदिर की राजनीति इसमें नया एंगल जोड़ रही है। महागठबंधन को यह डर है कि मंदिर की राजनीति से Caste Polarization की जगह Religious Polarization न हो जाए।
वहीं BJP का दावा है कि मंदिर निर्माण राज्य की सांस्कृतिक विरासत का सम्मान है, न कि चुनावी हथकंडा।
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