मेक्सिको की फ़ातिमा बॉश को Miss Universe 2025 का ताज पहनाया गया
मेक्सिको की फ़ातिमा बॉश को Miss Universe 2025 का ताज पहनाया गया। शुक्रवार को बैंकॉक में आयोजित स्पेशल समारोह में उन्हें यह सम्मान मिला। हालांकि इस सीज़न की शुरुआत से लेकर फाइनल नाइट तक विवाद, ड्रामा और आरोपों ने प्रतियोगिता को लगातार सुर्खियों में बनाए रखा।
25 वर्षीय फ़ातिमा बॉश नवंबर में उस समय चर्चा में आई थीं, जब एक प्री-इवेंट समारोह के दौरान आयोजक और थाई मीडिया कंपनी के मालिक नोवात इत्सराग्रासिल ने उन्हें और कई अन्य प्रतिभागियों को सोशल मीडिया पर प्रमोशनल कंटेंट पोस्ट न करने के लिए फटकार लगाई थी। फ़ातिमा के आपत्ति जताने पर माहौल गरमा गया और नोवात ने सिक्योरिटी बुलाने के साथ समर्थकों को अयोग्य ठहराने की धमकी तक दे दी। इसके बाद फ़ातिमा वॉकआउट कर गईं और कई अन्य प्रतियोगी भी उनके समर्थन में कमरे से बाहर चली गईं।
विवादों से घिरी Miss Universe 2025 प्रतियोगिता
इस घटना के बाद मिस यूनिवर्स संगठन ने नोवात के रवैये को “दुर्भावनापूर्ण” बताया और मेक्सिको से संगठन के संचालक राउल रोचा ने वीडियो संदेश के ज़रिए उन्हें ऐसा व्यवहार न दोहराने की चेतावनी दी। विवाद इतना बढ़ा कि स्थिति संभालने के लिए अंतरराष्ट्रीय अधिकारियों की एक विशेष टीम बैंकॉक भेजी गई।
ड्रामा यहीं खत्म नहीं हुआ। घटना के एक सप्ताह बाद प्रतियोगिता के दो जजों ने इस्तीफ़ा दे दिया। फ्रांसीसी मूल के लेबनीज़ संगीतकार ओमार हारफूश ने इंस्टाग्राम पर इस्तीफ़े की घोषणा करते हुए आरोप लगाया कि एक “सीक्रेट कमिटी” ने प्रतिभागियों के स्टेज पर आने से पहले ही फ़ाइनलिस्ट चुन लिए थे। उनके कुछ ही समय बाद पूर्व फ्रांसीसी फुटबॉलर क्लॉड माकेलेले ने भी “निजी कारणों” का हवाला देते हुए ज्यूरी छोड़ने का फैसला किया।
मिस यूनिवर्स संगठन ने हारफूश के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि चयन प्रक्रिया पारदर्शी थी और किसी बाहरी समिति को फ़ाइनलिस्ट चुनने का अधिकार नहीं दिया गया। संगठन के अनुसार हारफूश संभवतः “बियॉन्ड द क्राउन” नामक एक अलग सोशल इम्पैक्ट इनिशिएटिव की चयन प्रक्रिया को मुख्य प्रतियोगिता से जोड़कर गलतफहमी में आ गए।
थाईलैंड में आयोजित हुआ Miss Universe 2025 74वां संस्करण
1952 में शुरू हुई मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता का यह 74वां संस्करण था। इस बार की मेज़बानी थाईलैंड ने चौथी बार की। दक्षिण-पूर्व एशिया में इस प्रतियोगिता की जबरदस्त लोकप्रियता देखी जाती है, जहाँ इसे आर्थिक और सामाजिक स्थिति बदलने का एक माध्यम भी माना जाता है।
इस बार की थाई प्रतिभागी प्रवीनेर सिंह — भारतीय मूल की थाई नागरिक — ताज की प्रबल दावेदारों में थीं। अगर वह जीत जातीं, तो 1988 के बाद थाईलैंड को तीसरी मिस यूनिवर्स मिलती। फैन वेबसाइट्स के अनुसार, थाई समुदाय में इस वर्ष को लेकर खास उत्साह था, खासकर 2018 के सफल आयोजन की यादों के चलते।
भारतीय प्रतिभागी टॉप 20 में नहीं पहुंचीं
भारत से मनिका विश्वकर्मा ने Miss Universe 2025 प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, लेकिन वह टॉप 20 में जगह नहीं बना सकीं। इस बार एशियाई कंटेस्टेंट्स के बीच मुकाबला काफी मजबूत माना जा रहा था।
ड्रामा और चोट के बीच फाइनल तक का सफर
आयोजन के अंतिम सप्ताह में एक और दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई जब प्रीलिमिनरी गाउन राउंड के दौरान मिस जमैका मंच पर गिर गईं। उन्हें तुरंत स्ट्रेचर पर अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है और उनका इलाज जारी है।
सांस्कृतिक मतभेदों के कारण बढ़ा तनाव
विश्लेषकों का मानना है कि इस बार Miss Universe 2025 के विवादों ने थाई और मैक्सिकन प्रबंधन के बीच सांस्कृतिक और रणनीतिक मतभेदों को उजागर कर दिया। एक ओर थाई आयोजक शो की सोशल मीडिया लोकप्रियता पर जोर देते दिखे, वहीं संगठन के मैक्सिकन मालिक इसे एक ग्लोबल मीडिया ब्रैंड के रूप में आगे ले जाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाना चाहते थे।
मिस यूनिवर्स संगठन इस समय सिर्फ साल में एक बार आयोजित टीवी शो तक सीमित रहने के बजाय खुद को टिकटॉक और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के अनुकूल एक बड़े मीडिया ब्रैंड में बदलने की कोशिश कर रहा है।
विवादों के बावजूद चमकी फ़ातिमा की जीत
बैंकॉक में हुए ग्रैंड फिनाले में फ़ातिमा बॉश ने तमाम विवादों के बीच शानदार प्रदर्शन करते हुए Miss Universe 2025 का ताज अपने नाम किया। उनके ताज पहनाए जाने को संगठन की ओर से एक तरह का संदेश भी माना जा रहा है कि विवादों के बावजूद मंच महिलाओं को वैश्विक मुद्दों पर विचार रखने और नेतृत्व प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता रहेगा।
इस सीज़न ने भले ही रिकॉर्ड विवादों को जन्म दिया हो, लेकिन फ़ातिमा बॉश की जीत ने इसे एक यादगार और ऐतिहासिक संस्करण बना दिया है।
