
Monthly Durgashtami
Monthly Durgashtami 2025 हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है जो हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है यह दिन देवी दुर्गा को सम्मिलित होता है और इस दिन व्रत एवं पूजा अर्चना करने से भक्तों को सुख समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है मानता है कि इस को करने से जीवन की सभी बढ़ाएं दूर हो जाती है और मां दुर्गा की कृपा सभी पर बनी रहती है।
दुर्गाष्टमी व्रत का महत्व
Monthly Durgashtami 2025 का व्रत और पूजा विशेष रूप से आध्यात्मिक उन्नति, शत्रुओं से रक्षा, रोगों से मुक्ति, और जीवन में सुख-शांति के लिए किया जाता है। माँ दुर्गा को शक्ति की देवी माना जाता है, और उनकी उपासना से आत्मविश्वास, साहस, और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह व्रत करने से भक्त के सभी पाप कट जाते हैं, और उसे धन, समृद्धि, एवं सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
कब है व्रत?
पंचांग के अनुसार फागुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 6 मार्च को को शुरू होगी वही इसका समापन 7 मार्च को होगा उदय तिथि के अनुसार इस बार मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत 7 मार्च को रखा जाएगा।
व्रत की विधि
- व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें और पूजा स्थल को भी साफ करें और गंगाजल से शुद्धिकरण करें।
- पूजा करने वाली जगह पर मां दुर्गा का चित्र स्थापित करें उन्हें लाल वस्त्र अर्पित करें क्योंकि लाल रंग मां को प्रिया है।
- मां दुर्गा को चंदन, धूप ,दीप ,भोग, फल और मिठाई अर्पित करें।
- इस व्रत दुर्गा चालीसा का पाठ करें वही मंत्र का जब भी करें।
व्रत के नियम
- इस व्रत के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें और मन वचन एवं कम से पवित्र रहे।
- वही क्रोध, लोभ और नाकरमक भावनाओं से दूर रहे।
- यदि संभव हो सके तो इस दिन गरीब एवं जरूरतमंदों को दान और कन्याओं को भोजन कराए।
- वही मान्यताओं के अनुसार मासिक दुर्गा अष्टमी तिथि विश्व रूप से फलदाई मानी जाती है मासिक दुर्गा अष्टमी के दिन व्रत रखने और माता की आराधना करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
दुर्गाष्टमी के दिन माता को लगाए इन चीजों का भोग
- हलवा
- सफेद रंग की मिठाई
- केला
- हलवा पुरी
- मौसमी फल
- खीर
- नारियल
मां दुर्गा के मंत्र
- सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके। शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।
- या देवी सर्व भूतेषु विद्या रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नमः।।
- ऊँ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तु ते।।
- या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
व्रत में किस चीज का सेवन करें
Monthly Durgashtami 2025 के व्रत में सेब, संतरा, अंगूर, केला जैसे फलों का सेवन किया जा सकता है. मासिक दुर्गाष्टमी के व्रत में बली हुई या भाप में पकी हुई सब्जियां जैसे गाजर, शिमला मिर्च, बैंगन आदि खाई जा सकती हैं. व्रत में दूध और दही खाई जा सकती है. बादाम, काजू, किशमिश आदि सूखे मेवे का सेवन किया जा सकता है. कुट्टू के आटे से बई हुई खिचड़ी या पूड़ी खाई जा सकती है.
सेंवई का हलवा या खीर भी इस व्रत में खाई जा सकती है. व्रत में भूल से भी चावल, गेहूं और दालें आदि अनाज न खाएं. मांसाहार न खाएं. प्याज और लहसुन का सेवन व्रत में वर्जित है. व्रत में नमक नहीं खाना चाहिए. इससे व्रत टूट जाता है हिंदू पंचांग के अनुसार फागुन मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 7 मार्च 2025 को 9:18 से शुरू हो जाएगी।
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