2025 में होने वाली Champions Trophy को लेकर चल रहा विवाद अब अपने अंतिम मोड़ पर पहुँचने वाला है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI), इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के बीच कई सप्ताहों से इस मुद्दे पर चर्चा हो रही थी, लेकिन अब यह साफ़ होता जा रहा है कि शनिवार (14 दिसंबर) को इस विवाद का समाधान संभव है। इस समाधान से ना केवल भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों में सुधार होगा, बल्कि विश्व क्रिकेट के भविष्य के आयोजनों को लेकर भी एक स्थिरता स्थापित होगी।
Champions Trophy 2025: पाकिस्तान बनेगा मेज़बान, लेकिन हाइब्रिड मॉडल से होगा समाधान
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान को आधिकारिक रूप से Champions Trophy 2025 का मेज़बान माना जाएगा, लेकिन इस बार टूर्नामेंट का आयोजन हाइब्रिड मॉडल में किया जाएगा। इसका मतलब यह है कि 15 मैचों में से 5 मैच दूसरे देश में खेले जाएंगे, और इनमें से एक हाई-प्रोफाइल मुकाबला, जो भारत और पाकिस्तान के बीच होगा, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में हो सकता है।
यह निर्णय पाकिस्तान और भारत के बीच चल रहे राजनीतिक तनाव और भारत के पाकिस्तान में मैच खेलने से संबंधित विवादों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इस हाइब्रिड मॉडल के जरिए, दोनों देशों के क्रिकेट प्रेमियों को एक महत्वपूर्ण मैच देखने का मौका मिलेगा, जबकि पाकिस्तान अपनी मेज़बानी का दर्जा बनाए रखेगा।
भारत और पाकिस्तान के बीच समझौता
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि BCCI ने PCB की उस मांग को स्वीकार किया है या नहीं, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत भी भविष्य में होने वाले ICC इवेंट्स में पाकिस्तान को हाइब्रिड मॉडल की अनुमति दे। यह एक बड़ा विवाद था, और दोनों देशों के बीच यह मुद्दा काफी समय से लटका हुआ था।
मगर अब यह कहा जा रहा है कि BCCI और PCB के बीच एक समझौता हुआ है, और शायद यही कारण है कि Champions Trophy 2025 के आयोजन को लेकर चर्चा अपने अंतिम चरण में पहुँच रही है। हालांकि, BCCI की तरफ से इस मुद्दे पर अभी तक कोई लिखित आश्वासन नहीं दिया गया है, जो कि इस समझौते की स्पष्टता को लेकर अभी भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है।
पाकिस्तान को मिल सकती है एक और अहम जिम्मेदारी
इसके साथ ही, पाकिस्तान को Champions Trophy के मेज़बान के रूप में सम्मानित करने के बाद, उसे भविष्य में एक और बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान को 2027-31 के बीच आयोजित होने वाले ICC महिला इवेंट्स की मेज़बानी का अधिकार दिया जा सकता है।
यह कदम पाकिस्तान को Champions Trophy 2025 के हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करने का उचित मुआवजा देने के रूप में देखा जा रहा है। इसके साथ ही, महिला क्रिकेट की मेज़बानी से पाकिस्तान को एक नया मंच मिल सकता है, जिससे देश के क्रिकेट बुनियादी ढांचे को भी मजबूती मिलेगी।
PCB अध्यक्ष मोहसिन नकवी की भूमिका
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने हाइब्रिड मॉडल का विरोध सार्वजनिक रूप से किया था। उन्होंने इसे पाकिस्तान के लिए एक अपमानजनक प्रस्ताव करार दिया था, क्योंकि यह उनके लिए अपने क्रिकेट गौरव को ठेस पहुँचाने जैसा था। हालांकि, अगर यह समझौता पूरी तरह से स्वीकार कर लिया गया है, तो उनकी चिंताओं का समाधान किया गया होगा।
इसके साथ ही, यह भी कहा जा रहा है कि PCB को इस समझौते के बदले वित्तीय मुआवज़ा भी दिया जा सकता है, ताकि वे इस हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करने के लिए तैयार हो जाएं। इस कदम से PCB को भी कुछ हद तक संतुष्ट किया जा सकता है, और दोनों देशों के बीच इस विवाद को हल किया जा सकता है।
ICC की बैठक में अंतिम निर्णय
इस समय इस मुद्दे पर चर्चा का अंतिम दौर चल रहा है। इस मुद्दे को लेकर आगामी ICC की बैठक में सभी प्रमुख पक्षों की सहमति मिलने की संभावना जताई जा रही है। यह बैठक शनिवार, 14 दिसंबर को हो सकती है, जिसमें इस विवाद का समाधान किया जा सकता है।
इस बैठक के बाद, Champions Trophy 2025 के आयोजन की दिशा स्पष्ट हो जाएगी। हालांकि, अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि इन निर्णयों को कब सार्वजनिक किया जाएगा, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि बैठक के बाद जल्द ही सभी प्रमुख घोषणाएं की जाएंगी।
BCCI की आगामी योजनाएं
BCCI के पास अगले कुछ वर्षों में ICC इवेंट्स की मेज़बानी का अधिकार है। भारत में अगले साल महिला ODI वर्ल्ड कप और 2026 में पुरुषों का T20 वर्ल्ड कप आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा, 2024 में पुरुषों का एशिया कप भी भारत में खेला जाएगा।
इन आयोजनों की मेज़बानी के लिए BCCI के पास पहले से ही कई योजनाएं तैयार हैं। मगर Champions Trophy 2025 के विवाद का समाधान होने के बाद, BCCI अपनी आगामी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकेगा।
समाधान से क्रिकेट की वैश्विक राजनीति में स्थिरता
इस विवाद के समाधान से क्रिकेट की दुनिया में एक सकारात्मक संदेश जाएगा, जिससे वैश्विक क्रिकेट राजनीति में स्थिरता आएगी और भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों को लेकर नए द्वार खुलेंगे। यह कदम न केवल क्रिकेट प्रेमियों के लिए खुशी की बात है, बल्कि यह दोनों देशों के बीच एक नए क्रिकेट युग की शुरुआत का प्रतीक बन सकता है।
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