इस सप्ताह रात के आकाश में एक दुर्लभ और रोमांचक खगोलीय घटना देखने को मिलेगी, जिसे “ग्रहों की परेड” कहा जाता है। इस खगोलीय घटना में सौरमंडल के 6 planets एक पंक्ति में संरेखित होंगे। यह दुर्लभ नजारा बिना टेलीस्कोप के भी देखा जा सकेगा। नासा के अनुसार, यह घटना खगोल विज्ञान के शौकीनों के लिए एक अद्वितीय अवसर है।
6 planets कब और कहां देखें?
ग्रहों की यह परेड 21 जनवरी और 25 जनवरी को देखी जा सकती है। इन तिथियों के दौरान चार ग्रह – शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि को सूर्यास्त के बाद नग्न आंखों से देखा जा सकेगा। यूरेनस और नेपच्यून भी इस पंक्ति का हिस्सा होंगे, लेकिन इन्हें देखने के लिए टेलीस्कोप की आवश्यकता होगी। इस दुर्लभ नजारे को देखने का सबसे अच्छा समय सूर्यास्त के 45 मिनट बाद होगा, जब आकाश पर्याप्त रूप से अंधकारमय होगा।
आकाश में इस परेड को देखने के लिए दक्षिण-पश्चिम क्षितिज की ओर देखना होगा। सबसे पहले शुक्र और शनि दक्षिण-पश्चिम आकाश में दिखाई देंगे। इसके बाद बृहस्पति दक्षिण-पूर्व में चमकता हुआ नजर आएगा। अंत में, मंगल पूर्व दिशा में चमकते हुए इस ग्रहों की पंक्ति को पूरा करेगा। यह अद्भुत नजारा लगभग 1 घंटे तक दिखाई देगा।
ग्रहों को पहचानने के आसान तरीके
अगर आप इस खगोलीय घटना को देख रहे हैं, तो निम्नलिखित युक्तियों से ग्रहों को आसानी से पहचान सकते हैं:
- शुक्र: यह सबसे चमकीला ग्रह होगा और दक्षिण-पश्चिम आकाश में सबसे पहले दिखाई देगा। यह रात के आकाश में सबसे चमकदार वस्तु के रूप में पहचाना जाएगा।
- मंगल: इसे पूर्वी आकाश में देखा जा सकेगा और इसकी पहचान इसके लाल रंग से होगी। यह एक चमकते हुए बल्ब जैसा दिखाई देगा।
- शनि: यह दक्षिण-पश्चिम आकाश में एक छोटा चमकदार बिंदु जैसा दिखाई देगा। इसकी चमक बृहस्पति से थोड़ी कम होगी।
- बृहस्पति: यह दक्षिण-पूर्व आकाश में चमकता हुआ नजर आएगा और यह शनि की तुलना में अधिक चमकीला होगा।
- यूरेनस और नेपच्यून: ये ग्रह नग्न आंखों से नहीं देखे जा सकते। इनकी पहचान के लिए टेलीस्कोप का उपयोग करना पड़ेगा। ये छोटे, चमकीले बिंदुओं के रूप में दिखाई देंगे।
बुध कब दिखाई देगा?
सूर्य के सबसे निकट ग्रह बुध इस जनवरी में इस खगोलीय पंक्ति का हिस्सा नहीं होगा। हालांकि, फरवरी के अंत में बुध भी इस ग्रहों की परेड में शामिल होगा। 28 फरवरी से 12 मार्च के बीच, बुध सहित सभी ग्रह रात के आकाश में दिखाई देंगे। यह इस खगोलीय घटना को और भी विशेष बना देगा।
इस घटना को देखने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
अगर आप इस अद्भुत खगोलीय घटना को देखना चाहते हैं, तो निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
- अंधेरे स्थान का चयन करें: ऐसी जगह जाएं जहां कृत्रिम रोशनी कम हो। शहरों की रोशनी ग्रहों की चमक को कम कर सकती है।
- स्पष्ट और खुला आकाश: ऐसा स्थान चुनें जहां आपके सामने कोई अवरोध न हो, जैसे इमारतें, पेड़ या पहाड़। यह ग्रहों को स्पष्ट रूप से देखने में मदद करेगा।
- सूर्यास्त के बाद समय: सूर्यास्त के लगभग 45 मिनट बाद आकाश में पर्याप्त अंधेरा होगा, जो ग्रहों को देखने के लिए आदर्श समय है।
- टेलीस्कोप का उपयोग: यदि आप यूरेनस और नेपच्यून को देखना चाहते हैं, तो टेलीस्कोप साथ रखें। ये ग्रह दूर होने के कारण नग्न आंखों से नहीं दिखेंगे।
खगोल विज्ञान प्रेमियों के लिए एक सुनहरा अवसर
ग्रहों की परेड जैसी खगोलीय घटनाएं बहुत ही दुर्लभ होती हैं। यह घटना न केवल खगोल विज्ञान के शौकीनों के लिए, बल्कि सामान्य लोगों के लिए भी ब्रह्मांड की सुंदरता को समझने का एक अनूठा अवसर है। चाहे आप एक शौकिया खगोल विज्ञानी हों या रात के आकाश को देखने का शौक रखते हों, यह घटना आपको अवश्य देखनी चाहिए।
“आरंभ न्यूज़” पर खगोलीय घटनाओं और ताजा खबरों के लिए हमारे साथ जुड़े रहें।
यह भी पढ़े: रविंद्र जडेजा की शानदार वापसी: रणजी ट्रॉफी में 5 विकेट लेकर दिल्ली को किया पस्त