
Parsi New Year 2025 हर साल 20 मार्च के दिन नवरोज यानी पारसी न्यू ईयर मनाया जाता है। यह त्यौहार विशेष रूप से ईरान,भारत, अफगानिस्तान और ताजिकिस्तान जैसे अन्य देशों में मनाया जाता है। यह त्योहार प्राचीन पश्चिम परंपराओं से जुड़ा हुआ माना जाता है।
Parsi New Year 2025
हर साल 20 मार्च को नवरोज का त्यौहार मनाया जाता है। नवरोज का अर्थ है नया दिन। यह त्यौहार दुनिया भर के कई देशों में मनाया जाता है। भारत में भी कई फारसी लोग हैं जो इस त्यौहार को मानते हैं। नवरोज उत्सव की मान्यता है पुराने आदतों और सोच से बाहर निकलने का अवसर, इसी के साथ ही यह नए साल की शुरुआत करने का दिन भी है।
नवरोज का त्यौहार सिर्फ एक नव वर्ष का प्रतीक नहीं है , बल्कि बल्कि प्रकृति , पुनर्जन्म और नवीनीकरण के रूप में भी मनाया जाता है। इस त्यौहार को वसंत के आने की खुशी से भी मनाया जाता है।
Parsi New Year 2025: नवरोज 2025 की तिथि और समय
इस साल नवरोज 2025 20 मार्च की सुबह 11:01 (EST) और दोपहर 2:31 पर ( IST) पर मनाया जाता है। यह समय एक ऐसा समय होता है जब दिन और रात की लंबाई एक समान होती है तथा नए साल का आगमन होता है। दुनिया भर के लगभग 300 मिलियन लोग इस दिन को महत्वपूर्ण मानते हैं और पारंपरिक रीति रिवाज के साथ इस दिन को मानते हैं।
Parsi New Year 2025: महत्व
नवरोज को पर्शियन लोग सिर्फ एक नव वर्ष की तरह नहीं बल्कि सांस्कृतिक धरोहर की तरह मानते हैं। फारसी कैलेंडर के अनुसार एक नए वर्ष की शुरुआत को नवरोजा का दिन दर्शाता है। इस दिन का मतलब है नवीनीकरण, एक आशा और समृद्धि का प्रतीक। यह दिन जीवन में नई अफसर को लेकर आता है और पुरानी चीजों को भूलने का अवसर देता है। इस दिन हम बीती पुरानी बुरी बातों को भूल सकते हैं और जीवन में आगे बढ़ सकते हैं और एक नई शुरुआत कर सकते हैं।
Parsi New Year 2025: जानिए नवरोज की परंपराएं
जिस तरह दिवाली के समय सनातनी अपने घरों की साफ सफाई करते हैं और घर में सजावट करते हैं, ठीक उसी तरह नवरोज के दिन पर्शियन लोग भी अपने घरों की साफ सफाई करते हैं। इस परंपरा को “खानेह टेकानी ” कहा जाता है। इस दिन कई सांस्कृतिक परंपराएं होती हैं जैसे “हफ्त सीन” जिसका मतलब है टेबल की स्थापना। यह ठीक उसी तरह है जैसे सनातन धर्म में पूजा करने से पहले चौकी लगाई जाती है। इस टेबल में सात प्रकार की वस्तुएं रखी जाती है। आपको बता दे इस टेबल में सारी वस्तुएं “S” अक्षर से शुरू होने वाली रखी जाती है। इन सभी सातों वस्तुओं का अपना एक विशेष अर्थ है। इसके बाद यह सब नए साल में खुशहाली, समृद्धि, स्वास्थ्य और प्यार पाने की कामना करते हैं।
Parsi New Year 2025: हफ्त सीन में यह चीज रखी जाती हैं।
जैसा की टेबल पर सभी चीज वही रखी जाती है जिनका नाम “S” अक्षर से शुरू होता है। इन सब चीजों में यह चीज शामिल है।
- सब(seeb): यह स्वास्थ्य और सुंदरता का प्रतीक होता है।
- सरसों का तेल (seer): यह स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक है।
- पानी (serkeh) : उम्र दराज जी और बुद्धि का प्रतीक है।
- दही (samanu) : दही ताकत और समृद्धि का प्रतीक है।
- सौंफ ( senjed) : सौंफ प्रेम और देखभाल का प्रतीक है।
- अखरोट ( somaq): अखरोट संघर्ष और धैर्य का प्रतीक है।
- प्याली में पानी और सोने की मछली: यह जीवन और समृद्धि का प्रतीक है।
- इन वस्तुओं के अलावा परिवार पारंपरिक मिठाइयां और खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं।
Parsi New Year 2025: नवरोज उत्सव के दिन लोग क्या करते हैं।
नवरोज के दौरान लोग अपने पारंपरिक खेल, संगीत और नृत्य अपने अलग-अलग सामूहिक जगह पर प्रदर्शन करते हैं। सब लोग समूह में इस तरह से नवरोज का पर्व मनाते हैं जिससे लोग आनंद लेते हैं। इस दिन परिवार के लोग और सारे दोस्त लोग मिलकर अच्छा समय बिताते हैं और एक दूसरे को नवरोज की शुभकामनाएं देते हैं। आपको बता दे कि यह उत्सव सिर्फ एक दिन का नहीं बल्कि 13 दिन तक चलता है। 13 दिन “सिज़दाह बिदार ” का आयोजन होता है। इसमें दिलचस्प बात यह है कि इस दौरान सभी लोग प्रकृति के बीच जाकर अपने दुखों को दूर करने के लिए बाहर समय बिताते हैं।
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