PM Modi ने शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी (काशी) से चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
PM Modi ने शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी (काशी) से चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि वंदे भारत ट्रेनें आज “भारतीयों की, भारतीयों द्वारा और भारतीयों के लिए बनाई गई आधुनिकता की मिसाल” हैं। इन ट्रेनों के जरिए देश के विभिन्न हिस्सों को तेज़ और आरामदायक रेल सेवा से जोड़ा जा रहा है।
चार नई वंदे भारत ट्रेनों को मिली मंजूरी
नई चार वंदे भारत ट्रेनें देश के अलग-अलग हिस्सों में शुरू की गई हैं
वाराणसी–खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस
लखनऊ–सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस
फिरोजपुर–दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस
एर्नाकुलम–बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस
इन ट्रेनों की शुरुआत से यात्रियों को न केवल समय की बचत होगी, बल्कि यात्राओं में आराम और सुविधा भी बढ़ेगी। PM Modi ने कहा कि इन चार ट्रेनों से धार्मिक और सांस्कृतिक शहरों के बीच यात्रा आसान हो जाएगी, जिससे पर्यटन और स्थानीय रोजगार को भी नई रफ्तार मिलेगी।
‘मेक इन इंडिया’ का नया प्रतीक
PM Modi ने कहा कि वंदे भारत ट्रेनें ‘मेक इन इंडिया’ अभियान की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक हैं। ये ट्रेनें पूरी तरह से भारत में डिजाइन और निर्मित की गई हैं। उन्होंने कहा, “आज हर भारतीय गर्व से कह सकता है कि हमारी ट्रेनें अब विदेशी तकनीक पर निर्भर नहीं हैं। यह ट्रेन भारतीय इंजीनियरों की मेहनत, भारतीय वैज्ञानिकों की बुद्धि और भारतीय श्रमिकों के परिश्रम से बनी है।”
मोदी ने कहा कि भारतीय रेलवे आज नए युग में प्रवेश कर चुका है। सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले कुछ वर्षों में देश के हर राज्य में वंदे भारत ट्रेनें दौड़ती नजर आएँ।
काशी से विकास की नई रफ्तार
इस लॉन्चिंग का सबसे खास पहलू यह रहा कि चारों ट्रेनों का शुभारंभ काशी से हुआ। PM Modi ने कहा कि बनारस आध्यात्मिकता और संस्कृति का केंद्र है, और यहीं से देश में नए विकास अध्याय की शुरुआत होना गर्व की बात है। उन्होंने कहा, “काशी से निकलने वाली यह नई गति भारत के विकास की रफ्तार का प्रतीक है। हमारी कोशिश है कि हर क्षेत्र में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो — चाहे सड़कें हों, हवाई मार्ग हो या रेलवे।”
यात्रियों के लिए खास सुविधाएँ
नई वंदे भारत ट्रेनों में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई नई तकनीकें शामिल की गई हैं
हाई-स्पीड स्वदेशी इंजन और बेहतर ब्रेकिंग सिस्टम
एयरप्लेन जैसी सीटिंग व्यवस्था
फुली एसी कोच, वाई-फाई और ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर
दिव्यांगजनों के लिए विशेष सीट और प्रवेश मार्ग
ट्रेन के अंदर ‘इन्फोटेनमेंट स्क्रीन’ और जीपीएस बेस्ड डिस्प्ले सिस्टम
रेल मंत्रालय के अनुसार, इन ट्रेनों में ऊर्जा बचत की विशेष तकनीक अपनाई गई है, जिससे यह पहले की ट्रेनों की तुलना में अधिक पर्यावरण-अनुकूल हैं।
पर्यटन और अर्थव्यवस्था को मिलेगा लाभ
वाराणसी-खजुराहो रूट धार्मिक पर्यटन के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। इस मार्ग के शुरू होने से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक शहरों को जोड़ने में मदद मिलेगी। इसी तरह लखनऊ-सहारनपुर ट्रेन पश्चिमी यूपी के औद्योगिक शहरों के बीच कनेक्टिविटी मजबूत करेगी। एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट दक्षिण भारत के आर्थिक गलियारों को जोड़ेगा, जबकि फिरोजपुर-दिल्ली ट्रेन उत्तर भारत में व्यापारिक संपर्क को गति देगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन ट्रेनों से टियर-2 और टियर-3 शहरों को भी बड़े शहरों से जोड़ने में मदद मिलेगी, जिससे रोजगार और पर्यटन दोनों का विस्तार होगा।
PM Modi का विज़न: हर राज्य में वंदे भारत
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आने वाले समय में हर राज्य में कम से कम एक वंदे भारत एक्सप्रेस हो। उन्होंने बताया कि 2019 में पहली वंदे भारत ट्रेन चलने के बाद अब तक देश में 60 से अधिक रूटों पर यह ट्रेन सेवा शुरू की जा चुकी है। उन्होंने कहा, “आज वंदे भारत सिर्फ एक ट्रेन नहीं, बल्कि नया भारत की ऊर्जा और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। ये ट्रेनें दिखाती हैं कि भारत तेज़ी से आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है और हर भारतीय इस विकास का हिस्सा है।”
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