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पीएम मोदी ब्रुनेई यात्रा पर हुए रवाना, सेमीकंडक्टर-हाइड्रोकार्बन आयात पर फोकस

प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार सुबह ईस्ट एशियाई देश ब्रुनेई के दौरे पर रवाना हो गए। यह किसी भारतीय PM का पहला ब्रुनेई दौरा है। दोनों देशों के बीच 2024 में राजनयिक संबधों के 40 साल पूरे हुए हैं।

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भारतीय PM का पहला ब्रुनेई दौरा है

PM मोदी ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोल्कैया के निमंत्रण पर यह दौरा कर रहे हैं। इस दो दिवसीय दौरे का मकसद दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में आपसी संबंधों को बढ़ाना है।

विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा था कि ब्रुनेई भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी और इंडो-पेसिफिक के विजन के लिहाज से एक महत्वपूर्ण साझेदार है।

हाइड्रोकार्बन और प्राकृतिक गैस आयात पर फोकस

भारत ब्रुनेई से हाइड्रोकार्बन आयात कर रहा है और प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। पीएम मोदी के दौरे के दौरान इस मुद्दे पर भी चर्चा होगी।

समुद्री सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर

भारत ने ब्रुनेई के हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में 270 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। प्राकृतिक गैस की जरूरतें पूरी करने के लिए इसे और बढ़ाया जा सकता है।

इसके अलावा दोनों देशों के बीच स्पेस टेक्नोलॉजी, हेल्थ पर भी आपसी सहयोग बढ़ाने की कोशिश पर भी चर्चा होगी। भारत, म्यांमार की स्थिति पर चर्चा करेगा।

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ब्रुनेई एक समुद्री सीमा वाला देश है

भारत, ब्रुनेई के साथ समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर देगा। भारत दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ साझेदारी को मजबूत करने की कोशिशों में लगा हुआ है।

इसके जरिए भारत इंडो-पैसिफिक में चीन के बढ़ते प्रभुत्व को काउंटर करना चाहता है। ब्रुनेई एक समुद्री सीमा वाला देश है। देश की उत्तरी सीमा साउथ चाइना से लगती है। साउथ चाइना सी को लेकर ब्रुनेई का भी चीन के साथ विवाद है।

आलीशान जिंदगी जीते है ब्रुनेई के सुल्तान

बोल्कैया ब्रुनेई के 29वें सुल्तान हैं। 1984 में अंग्रेजों के जाने के बाद से वे ब्रुनेई के प्रधानमंत्री पद पर भी हैं। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बाद बोल्कैया सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले राजा हैं। उन्होंने 2017 में 50 साल राज करने पर गोल्डन जुबली मनाई थी।

ब्रुनेई जैसे छोटे से देश में सुल्तान सबसे शक्तिशाली व्यक्ति होने के साथ-साथ सबसे अमीर राजाओं में भी हैं। 1980 तक वे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति थे। फोर्ब्स के अनुसार, बोल्कैया की कुल संपत्ति 2008 में 1.4 लाख करोड़ रुपए थी।

सुल्तान की विलासिता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने राजा बनने के बाद 50 अरब रुपए का महल बनवाया। इस महल को “इस्ताना नुरुल इमान” के नाम से जाना जाता है।

ब्रुनेई के बाद सिंगापुर दौरे पर रवाना होंगे PM मोदी

ब्रुनेई दौरा पूरा करने के बाद, प्रधानमंत्री मंत्री मोदी 4 और 5 सितंबर को सिंगापुर का दौरा करेंगे। इस दौरान वे सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। PM मोदी करीब 6 साल बाद सिंगापुर का दौरा कर रहे हैं।

यात्रा के दौरान PM मोदी सिंगापुर के राष्ट्रपति के साथ भी मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक PM मोदी सिंगापुर के बिजनेस लीडर्स से भी मिलेंगे। इस दौरान उनके साथ औपचारिक बातचीत भी हो सकती है।

 

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