PM Modi Manipur visit: विकास के लिए शांति ज़रूरी, 7,300 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास
PM Modi Manipur visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को पूर्वोत्तर के दौरे पर पहुंचे। इस दौरे की शुरुआत मणिपुर से हुई, जहाँ उनका जोरदार स्वागत हुआ। पीएम मोदी ने कहा कि “मैं सिर झुकाकर आप सभी को प्रणाम करता हूं। विकास तभी संभव है जब समाज में शांति हो।”
यह दौरा कई मायनों में खास है। पहली बार, दो साल पहले मणिपुर में भड़की हिंसा के बाद प्रधानमंत्री मोदी यहां पहुंचे हैं। ऐसे में यह यात्रा सिर्फ विकास परियोजनाओं के उद्घाटन तक सीमित नहीं, बल्कि एक राजनीतिक और सामाजिक संदेश भी देती है।
मणिपुर में उमड़ा जनसैलाब
सुबह से ही पीएम मोदी के स्वागत के लिए लोगों की भीड़ जुटी रही। चुराचांदपुर में जब प्रधानमंत्री पहुंचे तो पारंपरिक नृत्य और गीतों से उनका स्वागत किया गया। एक स्थानीय कलाकार ने कहा – “हम अपने पारंपरिक नृत्य से प्रधानमंत्री का स्वागत करने आए हैं। हमें उम्मीद है कि भविष्य में भी मोदी जी हमारे राज्य में और विकास लाएंगे।”
हिंसा पीड़ितों से मुलाकात
पीएम मोदी ने मणिपुर पहुंचते ही सबसे पहले हिंसा प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। चुराचांदपुर जिले में पिछले दो सालों से लगातार तनाव की खबरें आती रही हैं। प्रधानमंत्री का यह कदम लोगों के लिए भावनात्मक रूप से अहम माना जा रहा है।
7,300 करोड़ की सौगात
प्रधानमंत्री ने चुराचांदपुर में 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें शामिल हैं –
- 3,600 करोड़ रुपये की शहरी सड़कें, जल निकासी और परिसंपत्ति प्रबंधन सुधार परियोजना
- 2,500 करोड़ रुपये की 5 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएँ
- मणिपुर इन्फोटेक डेवलपमेंट (MIND) परियोजना
- 9 स्थानों पर कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास
पीएम मोदी ने कहा कि “मणिपुर एक सीमावर्ती राज्य है और कनेक्टिविटी हमेशा से बड़ी चुनौती रही है। 2014 से हमने यहां सड़कों और रेलवे बजट को बढ़ाया है। हाल के वर्षों में राष्ट्रीय राजमार्गों पर 3,700 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जबकि नए राजमार्गों पर 8,700 करोड़ रुपये का काम चल रहा है।”
पूर्वोत्तर पर पीएम मोदी का विज़न
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों से उनकी सरकार पूर्वोत्तर के विकास को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा –
“यह क्षेत्र अब भारत का विकास इंजन बन रहा है। रेल, सड़क, मोबाइल कनेक्टिविटी, बिजली, नल का पानी और एलपीजी कनेक्शन – इन सब क्षेत्रों में लगातार सुधार हुआ है।”
उन्होंने यह भी कहा कि पूर्वोत्तर भारत की संस्कृति और परंपरा पूरे देश की पहचान है और इसे दुनिया तक पहुँचाना उनकी प्राथमिकता है।
मिजोरम को नई सौगात
मणिपुर के बाद प्रधानमंत्री मिजोरम पहुंचे। यहाँ उन्होंने 8,070 करोड़ रुपये की लागत से बनी बैराबी-सैरांग नई रेल लाइन का उद्घाटन किया। यह रेल लाइन पहली बार मिज़ोरम को भारतीय रेल नेटवर्क से सीधे जोड़ेगी। इस परियोजना के तहत 45 सुरंगें, 55 बड़े पुल और 88 छोटे पुल बनाए गए हैं।
हालाँकि खराब मौसम के कारण पीएम मोदी सभास्थल तक नहीं पहुँच पाए और उन्हें यह कार्यक्रम ऑनलाइन करना पड़ा। इसके बावजूद मिज़ोरम में इस ऐतिहासिक परियोजना को लेकर लोगों में उत्साह देखा गया।
विपक्ष का हमला
पीएम मोदी के इस दौरे पर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया पर लिखा –
“आप (पीएम मोदी) अपने लिए भव्य स्वागत समारोह आयोजित कर रहे हैं। यह उन लोगों के ज़ख्मों पर प्रहार है जो अभी भी पीड़ित हैं। मणिपुर में आपका तीन घंटे का ठहराव करुणा नहीं, बल्कि दिखावा है।”
खरगे ने पीएम के रोड शो को “लोगों की पुकार से भागना” भी करार दिया।
क्यों अहम है यह दौरा?
यह दौरा इसलिए खास है क्योंकि मणिपुर में लंबे समय से हिंसा और अशांति की स्थिति बनी रही है। प्रधानमंत्री मोदी का यहां जाना, हिंसा पीड़ितों से मिलना और विकास योजनाओं का ऐलान करना – यह सब एक राजनीतिक संदेश है कि सरकार राज्य को सामान्य स्थिति में लाने के लिए गंभीर है।
साथ ही, मिजोरम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों को नई परियोजनाओं का तोहफा देकर केंद्र सरकार ने यह संकेत दिया है कि पूर्वोत्तर सिर्फ “सीमांत क्षेत्र” नहीं बल्कि भारत के विकास का अहम हिस्सा है।
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