कई बार 15–20 साल के युवाओं या बच्चों में भी सिर के कुछ बाल सफेद दिखाई देने लगते हैं
premature white hair: आजकल कम उम्र में बाल सफेद होने की समस्या काफी आम हो गई है। कई बार 15–20 साल के युवाओं या बच्चों में भी सिर के कुछ बाल सफेद दिखाई देने लगते हैं। पहले इसे तनाव या आनुवंशिक कारणों से जोड़ा जाता था, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इसके पीछे विटामिन्स और मिनरल्स की कमी भी एक बड़ा कारण हो सकती है।
premature white hair: बालों का रंग कैसे बदलता है
बालों का रंग एक पिगमेंट मेलानिन (Melanin) से बनता है, जो हमारी त्वचा और बालों के रंग को नियंत्रित करता है।मेलानिन का निर्माण मेलानोसाइट्स नामक कोशिकाओं से होता है। जब ये कोशिकाएं पर्याप्त मात्रा में मेलानिन नहीं बना पातीं या उनकी कार्यक्षमता कम हो जाती है,
तो बालों का रंग धीरे-धीरे हल्का होकर सफेद दिखने लगता है।
premature white hair: कम उम्र में सफेद बालों के प्रमुख कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, कम उम्र में बाल सफेद होने के कई कारण हो सकते हैं:
विटामिन B12 की कमी: यह विटामिन बालों के पिगमेंटेशन और जड़ों की मजबूती के लिए जरूरी है।
इसकी कमी से बालों का प्राकृतिक रंग जल्दी उड़ने लगता है।
कॉपर और आयरन की कमी: ये दोनों मिनरल्स बालों के रंग को बनाए रखने और मेलानिन के उत्पादन में मदद करते हैं।
इनकी कमी से बालों में जल्दी सफेदी आ सकती है।
फोलिक एसिड और विटामिन D की कमी: ये पोषक तत्व बालों की जड़ों और स्कैल्प की सेहत के लिए आवश्यक हैं।
इनके अभाव में बाल झड़ने के साथ-साथ सफेद भी हो सकते हैं।
तनाव और असंतुलित जीवनशैली: नींद की कमी, अस्वस्थ खानपान और मानसिक तनाव से भी बालों की कोशिकाओं पर असर पड़ता है।
आनुवंशिक कारण: कई बार यह समस्या परिवार से जुड़ी होती है।
यदि माता-पिता के बाल जल्दी सफेद हुए हों, तो यह प्रवृत्ति आगे की पीढ़ी में भी आ सकती है।
premature white hair: किन चीजों से मिलते हैं ये पोषक तत्व
डॉक्टरों के अनुसार, समय पर और संतुलित आहार लेने से इस समस्या को कुछ हद तक रोका जा सकता है।
विटामिन B12: दूध, अंडा, दही, मछली और मांस में पाया जाता है।
कॉपर: बादाम, तिल, सूरजमुखी के बीज और साबुत अनाज इसके अच्छे स्रोत हैं।
आयरन: हरी पत्तेदार सब्जियां, गुड़, खजूर और दालें उपयोगी हैं।
फोलिक एसिड: पालक, चना और मसूर दाल में पर्याप्त मात्रा में होता है।
विटामिन D: सुबह की धूप सबसे अच्छा स्रोत मानी जाती है।
premature white hair: डॉक्टर से कब करें संपर्क
अगर किसी व्यक्ति के 20 साल से पहले बाल सफेद होने लगें या सफेद बालों की संख्या अचानक बढ़ जाए, तो त्वचा विशेषज्ञ या डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लेना जरूरी है। डॉक्टर आमतौर पर ब्लड टेस्ट या सिरम टेस्ट के जरिए विटामिन B12, आयरन और कॉपर की जांच करते हैं। अगर कमी पाई जाती है, तो जरूरत के अनुसार दवा या सप्लीमेंट दिए जाते हैं।
premature white hair: घरेलू उपाय कितने उपयोगी
कई लोग सफेद बालों को रोकने के लिए आंवला तेल, मेहंदी या करी पत्ते का उपयोग करते हैं। हालांकि ये उपाय बालों को पोषण तो देते हैं,
लेकिन अगर अंदरूनी कारण विटामिन की कमी है, तो केवल बाहरी उपचार से बहुत अधिक फायदा नहीं मिलता। विशेषज्ञों का कहना है कि उपचार हमेशा कारण के अनुसार होना चाहिए।
premature white hair: लाइफस्टाइल में सुधार भी जरूरी
धूम्रपान, नींद की कमी, और फास्ट फूड का अत्यधिक सेवन
शरीर में पोषक तत्वों के संतुलन को प्रभावित करता है।
इन आदतों को सुधारने से बालों की सेहत बेहतर बनी रहती है।
नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और पर्याप्त पानी पीना
सफेद बालों की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है।
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