प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आवास को निशाना बनाए जाने की खबरों पर मंगलवार को गहरी चिंता व्यक्त की
Putin residence drone attack claim: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आवास को निशाना बनाए जाने की खबरों पर मंगलवार को गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने रूस और यूक्रेन से जारी संघर्ष को समाप्त करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों को तेज़ करने और शांति प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।
सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपनी प्रतिक्रिया साझा करते हुए लिखा कि रूसी संघ के राष्ट्रपति के आवास को निशाना बनाए जाने की खबरें “बहुत चिंताजनक” हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में कूटनीतिक प्रयास ही शत्रुता समाप्त करने और स्थायी शांति हासिल करने का सबसे व्यावहारिक और प्रभावी रास्ता प्रदान करते हैं।
पीएम मोदी ने सभी संबंधित पक्षों से अपील की कि वे बातचीत और कूटनीति के प्रयासों पर ध्यान केंद्रित रखें और ऐसी किसी भी कार्रवाई से बचें जो शांति प्रक्रिया को कमजोर कर सकती है।
रूस का दावा
इस बीच रूस ने सोमवार को दावा किया कि यूक्रेन की ओर से लंबी दूरी के 91 ड्रोन के ज़रिये मॉस्को के उत्तर में स्थित नोवगोरोड क्षेत्र में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के स्थायी आवास को निशाना बनाने की कोशिश की गई।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने एक टेलीविजन बयान में कहा कि रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात को हुए इस ड्रोन हमले में कोई नुकसान नहीं हुआ, क्योंकि सभी ड्रोन को समय रहते मार गिराया गया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता के कारण किसी तरह की क्षति नहीं हुई।
रूस ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी
हालांकि लावरोव ने यह भी स्पष्ट किया कि रूस इस हमले के जवाब में “उचित समय पर” कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखता है। उन्होंने आरोप लगाया कि यूक्रेन द्वारा किए गए ऐसे हमले शांति वार्ता को विफल करने की कोशिश हैं।
लावरोव ने कहा कि कीव और उसके सहयोगी जानबूझकर ऐसे कदम उठा रहे हैं, जिनका उद्देश्य संघर्ष को और लंबा खींचना और बातचीत की संभावनाओं को कमजोर करना है।
शांति समझौते पर ट्रंप का बयान
इस घटनाक्रम से ठीक एक दिन पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि रूस और यूक्रेन शांति समझौते के पहले से कहीं अधिक करीब हैं। ट्रंप ने यह बयान फ्लोरिडा स्थित अपने निजी रिज़ॉर्ट में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की मेज़बानी के दौरान दिया था।
हालांकि ट्रंप ने यह भी स्वीकार किया कि दोनों देशों के बीच वार्ताएं जटिल हैं और इनके असफल होने की संभावना से पूरी तरह इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने चेतावनी दी थी कि यदि बातचीत विफल होती है तो युद्ध वर्षों तक खिंच सकता है।
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