
Radhika Yadav Murder: बेटी की कमाई खा रहा है – तानों से टूटा पिता, गोलियों से टूटी राधिका की ज़िंदगी
Radhika Yadav Murder: गुरुग्राम के सेक्टर 57 से एक दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई है। एक पिता ने अपनी ही बेटी पर पांच गोलियां चलाई जिनमें से तीन गोलियां बेटी को लगी जिसके बाद बेटी की मृत्यु हो गई।
लड़की का नाम राधिका यादव था जो एक टेनिस खिलाड़ी थी, और उसने एक अकादमी की शुरुआत भी की जिससे उसके पिता ना खुश थे। लोगों द्वारा ताने दिए गए की कि पिता बेटी की कमाई खा रहा है जिसके बाद पिता ने खुद की ही बेटी की हत्या कर दी।
जानिए पूरी घटना
यह घटना हरियाणा, गुरुग्राम के सेक्टर 57 की है, जहां एक काबिल और होशियार लड़की राधिका यादव की हत्या उसी के पिता द्वारा कर दी गई।
राधिका के पिता का नाम दीपक यादव बताया जा रहा है, जिनको उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया। राधिका के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया।
पिता को गर्व था या शर्म?
आरोपी पिता दीपक यादव ने अपनी बेटी राधिका यादव के सपनों को पूरा करने के लिए हमेशा सहयोग दिया। पिता ने टेनिस के लिए हर सुविधा अपनी बेटी को दी, लेकिन जब बेटी अपने पिता की उम्मीद पर खड़ी उतर गई तब क्यों पिता को शर्म आने लगी?
दरसल राधिका ने कुछ समय पहले एक एकेडमी खोली, जिसमें वह और बच्चों को ट्रेनिंग दिया करती थी ताकि वह भी अपने सपनों को पूरा कर पाए। साथ ही अपने अकादमी का प्रमोशन वह इंस्टाग्राम रेल द्वारा करती थी। लेकिन शायद समाज को राधिका की सफलता हजम नहीं हुई, उन्होंने कई बार पिता को ताने दिए कि वह अपनी बेटी की कमाई खा रहा है, जिसके चलते आए दिन दीपक यादव और राधिका के बीच लड़ाइयां हुआ करती थी।
समाज के लोग अक्सर दीपक पर पांच कसा करते थे और इसीलिए पिता एकेडमी बंद करने का दबाव लगातार राधिका पर डालता रहता था, तकरीबन 15 दिनों से इसी बात को लेकर घर में झगड़ा चल रहा था, इसके बाद पिता दीपक ने गुस्से में आकर अपनी ही बेटी पर गोलियां चला दी।
कैसे दिया वारदात को अंजाम
लगातार 15 दिनों से घर में एकेडमी बंद करने और रेल ना बनाने के लिए लड़ाइयां पिता के द्वारा की जाती थी और राधिका अपनी बात पर आदि रहती थी, जिसके चलते उन दोनों का रिश्ता खराब हुआ और रोजाना लड़ाई हुआ करती थी।
गुरुवार के दिन दोपहर के समय राधिका किचन में खाना बना रही थी, इस वक्त दीपक यादव अपनी लाइसेंस पिस्तौल निकाल कर पांच गोलियां अपनी बेटी पर चला देता है जिसमें से तीन गोलियां राधिका की पीठ पर लग जाती है।
जिस वक्त यह घटना हुई घर में राधिका की मां, भाई और चाचा का परिवार मौजूद था। लेकिन यह सब इतनी जल्दी हुआ कि कोई कुछ नहीं कर सका। राधिका को तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान ही राधिका ने देह त्याग दिया और उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया, पोस्टमार्टम के बाद राधिका के शरीर को घरवालों को सौंप दिया गया है और आरोपी पिता को इस वक्त गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस ने कहा कि राधिका एक नेशनल लेवल की प्लेयर थी जिन्होंने कई सारे मेडल भी जीते थे और वह आगे भी खेलना चाहती थी, लेकिन कुछ महीने पहले ही उनके कंधे पर एक गंभीर चोट लग गई थी जिसके कारण उन्होंने खेलना बंद कर दिया था। खेल छोड़ने के बाद राधिका ने अपने गांव वजीराबाद में ही एक एकेडमी खोली और बच्चों को सीखना शुरू कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि राधिका के पिता अकादमी खोलने के सख्त खिलाफ थे क्योंकि उनको लोगों द्वारा ताने सुनने को मिला करते थे।
गांव वालों का कहना था कि पिता अपनी बेटी की कमाई खाता है।
यह देखे
https://youtu.be/m3PMQMsGpNE?si=xdRHb5cY3vY3C10i