रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) monetary Policy ने 7 फरबरी को एक बड़ा फैसला लिया जिनसे लाखो जनता को हैरान कर दिया। इस से लोगो की emi पर असर पद सकता है। करीब 5 साल बाद रेपो में 0.25 की कटौती हुई है , किस कारण 6.50% से घटकर 6.25 हो चूका है।
आपको बता दे इस फैसले से लाखो लोगो को ख़ुशी हुई है , इसकी वजह ये है की होम लोन , कार लोन और पर्सनल लोन लेने पर emi पर छूट मिलेगी।
RBI के नए गवर्नर।
आपको बता दे ये पहली monetary Policy थी जिसमे नए गवर्नर संजय मल्होत्रा ने सम्बोदित किया। गवर्नर संजय मल्होत्रा ने ऐलान किया की MPC के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से रेपो रेट में कटौती के पक्ष में वोट दिया। आपको बता दे ये फैसला इसलिए लिया गया क्युकी महंगाई दर अब RBI के मोटिव के करीब आगई है। गवर्नर ने कहा कि अर्थव्यवस्था पर इस फैसले का सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और लोन सस्ते होने से बाजार को नई रफ्तार मिलेगी। साथ ही, रेगुलेशन को संतुलित बनाए रखने और महंगाई नियंत्रण के लिए नए नियमों को धीरे-धीरे लागू किया जाएगा।
जानिए रेपो की कटौती से Emi पर क्या असर पड़ेगा।
अगर अपने होम लोन , पर्सनल लोन या कार लोन लिया है तो आपके लिए राहत की बात है क्युकी आपको मंथली Emi में इसका असर देखने को मिलेगा।
होम लोन में राहत
यदि आपने 50 लाख रुपये का लोन 8.5% की ब्याज दर पर 20 वर्षों के लिए लिया है, तो आपकी प्रारंभिक EMI ₹43,391 थी। अब रेपो रेट में 0.25% की कमी के बाद ब्याज दर घटकर 8.25% हो जाएगी, जिसके परिणामस्वरूप आपकी नई EMI ₹42,603 रहेगी। इससे आपको प्रत्येक माह ₹788 की बचत* होगी, और साल के अंत तक आपको कुल ₹9,456 की राहत मिलेगी।
कार लोन पर असर
अगर आपका 5 लाख रुपये का कार लोन 12% ब्याज दर पर चल रहा है, तो पहले आपकी EMI ₹11,282 थी।
अब, रेपो रेट कटौती के बाद ब्याज दर 11.75% हो जाएगी, जिससे EMI घटकर ₹11,149 रह जाएगी।
इससे हर महीने ₹133 की बचत होगी और सालभर में ₹1,596 की राहत मिलेगी।
पर्सनल लोन धारकों को भी फायदा
पर्सनल लोन की ब्याज दरें आमतौर पर ज्यादा होती हैं, लेकिन रेपो रेट घटने से बैंकों पर ब्याज दरें कम करने का दबाव बनेगा। ऐसे में नए लोन सस्ते हो सकते हैं और मौजूदा लोन पर भी कुछ राहत मिलने की संभावना है।
2023 की स्त्रीरता के बाद अब राहत
रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने 2023 से अभी तक रेट को फ्रीज़ कर रखा था , अब पांच साल बाद जनता को राहत मिली है, हलाकि महामारी covid – 19 के समय ब्याजों के दरों में कटौती हुई थी। अब पुरे 5 साल बाद जनता को राहत मिली और इस से मार्किट में लिक्विडिटी बढ़ेगी।
जानिए कटौती से अर्थव्यस्ता में असर
- आपको बता दे रेपो रेट की कटौती का मतलब है की बैंक सस्ते ब्याज में लोन देगी , इससे माधयम वर्गों के लिए अच्छा मौका मन जा रहा है।
रेपो रेट की कटौती से अब ग्राहकों को ब्याज में राहत मिलेगी। - इससे मार्किट में नगदी बढ़ेगी क्युकी लोग काम ब्याजों पर लोन लेंगे तो उनके पास ज्यादा पैसे सेव होने जिससे लोगो की खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी।
- रेपो रेट कम होने से महंगाई कम होगी। RBI ने इस बात की ओर इशारा किया है की इससे महंगाई नियंत्रण में रहेगी , इस कारण अर्थव्यस्ता संतुलित रहेगी।
आगे क्या होने की संभावना है।
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि रेगुलेशन में संतुलन बनाए रखने की कोशिश जारी रहेगी। साथ ही, महंगाई को नियंत्रित रखने के लिए मॉनेटरी पॉलिसी के फ्रेमवर्क में बदलाव किए जाएंगे, जिन्हें चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।
उनकी इस बात से ये साफ़ है की अगर महंगाई कंट्रोल में रहती है ,तो आने वाले समय RBI फिर से ब्याज के दरों में कटौती कर सकती है। इस कदम से Emi पर ओर छूट मिल सकती है।