आयुर्वेद में खजूर को पौष्टिक और बलवर्धक माना गया है, जो न केवल शरीर को गर्म रखता है बल्कि प्रजनन स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।
Roasted dates: सर्दियों का मौसम आते ही शरीर में कई बदलाव देखने को मिलते हैं। इस दौरान पाचन शक्ति सामान्यतः कमजोर हो जाती है, जिसका असर केवल भूख या ऊर्जा स्तर तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह हॉर्मोनल संतुलन और प्रजनन क्षमता (फर्टिलिटी) को भी प्रभावित कर सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, ठंड के मौसम में कई महिलाओं और पुरुषों में फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
आयुर्वेदिक चिकित्सकों का मानना है कि सही खानपान और कुछ घरेलू उपाय अपनाकर इस समस्या से काफी हद तक बचा जा सकता है। इन्हीं उपायों में से एक है रात में सोने से पहले Roasted dates का सेवन। आयुर्वेद में खजूर को पौष्टिक और बलवर्धक माना गया है, जो न केवल शरीर को गर्म रखता है बल्कि प्रजनन स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।
आयुर्वेद में खजूर का महत्व
आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा के अनुसार, खजूर आयुर्वेद में एक शक्तिवर्धक खाद्य पदार्थ माना जाता है। इसमें मौजूद प्राकृतिक शर्करा, आयरन, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं। सर्दियों में खजूर को भूनकर खाने से शरीर में अंदरूनी गर्माहट बनी रहती है और वात दोष शांत होता है, जो आयुर्वेद के अनुसार फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं का एक बड़ा कारण माना जाता है।
डॉ. शर्मा बताती हैं कि जब शरीर को पर्याप्त पोषण मिलता है, तो हॉर्मोनल सिस्टम बेहतर तरीके से काम करता है। इससे न केवल महिलाओं में ओवुलेशन नियमित होता है, बल्कि पुरुषों में भी बीज की गुणवत्ता में सुधार देखा जाता है।
हॉर्मोनल संतुलन में मददगार
खजूर में मौजूद आयरन, मिनरल्स और अन्य माइक्रोन्यूट्रिएंट्स शरीर की एंडोक्राइन ग्लैंड्स को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। इन ग्रंथियों की भूमिका हॉर्मोन के निर्माण और संतुलन में अहम होती है। नियमित रूप से भुने हुए खजूर का सेवन करने से महिलाओं में पीरियड्स की अनियमितता कम हो सकती है और ओवुलेशन समय पर होने लगता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, जब हॉर्मोन संतुलित रहते हैं तो गर्भधारण की संभावना स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती है। यही कारण है कि आयुर्वेद में खजूर को Increase fertility naturally खाद्य पदार्थों की श्रेणी में रखा गया है।
गर्भाशय की मजबूती में सहायक
कई महिलाओं में कमजोर गर्भाशय के कारण बार-बार गर्भपात की समस्या देखने को मिलती है। ऐसे मामलों में भी Roasted dates को लाभकारी माना गया है। डॉ. शर्मा के अनुसार, खजूर का नियमित सेवन गर्भाशय की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है।
इससे इम्प्लांटेशन के बाद भ्रूण को बेहतर पोषण और सुरक्षा मिलती है, जिससे शिशु का विकास सही ढंग से हो पाता है। हालांकि, गर्भावस्था के दौरान किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है।
पुरुषों की फर्टिलिटी के लिए भी फायदेमंद
भुने हुए खजूर केवल महिलाओं के लिए ही नहीं, बल्कि पुरुषों की प्रजनन क्षमता बढ़ाने में भी सहायक माने जाते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इसके सेवन से पुरुषों में स्पर्म काउंट और स्पर्म मोटिलिटी में सुधार हो सकता है।
आजकल तनाव, अनियमित दिनचर्या और खराब खानपान के कारण पुरुषों में फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में खजूर जैसे प्राकृतिक और पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ इन समस्याओं को कम करने में मदद कर सकते हैं।
रात में ही क्यों करें सेवन?
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों का कहना है कि रात के समय शरीर स्वयं को रिपेयर और रिस्टोर करता है। यदि सोने से पहले भुने हुए खजूर का सेवन किया जाए, तो शरीर इनमें मौजूद पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से अवशोषित कर पाता है।
खजूर को हल्के गुनगुने दूध के साथ लेने से इसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है। इससे शरीर में गर्माहट बनी रहती है और हॉर्मोनल संतुलन को बनाए रखने में सहायता मिलती है।
Roasted dates का सेवन कैसे करें?
रात में सोने से पहले 2 खजूर लें
इन्हें हल्की आंच पर तवे में भून लें
चाहें तो गुनगुने दूध के साथ सेवन करें
बेहतर परिणाम के लिए लगातार 3 महीने तक इसका सेवन करें
नियमित सेवन से न केवल फर्टिलिटी में सुधार हो सकता है, बल्कि शरीर की ताकत भी बढ़ती है और ठंड के मौसम में शरीर अंदर से गर्म बना रहता है।
सावधानी भी है जरूरी
विशेषज्ञों का कहना है कि खजूर प्राकृतिक रूप से मीठे होते हैं, इसलिए डायबिटीज से पीड़ित लोगों को इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। साथ ही, किसी भी गंभीर फर्टिलिटी समस्या में केवल घरेलू उपायों पर निर्भर रहने के बजाय चिकित्सकीय सलाह लेना आवश्यक है।
Ola Uber New Rules: महिला यात्रियों को राहत, कैब ऐप्स में मिलेगा फीमेल ड्राइवर चुनने का ऑप्शन






