IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी रोमांच से कम नहीं था। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 150 रन पर पूरी टीम को आलआउट कर दिया, लेकिन इसके बाद जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और हर्षित राणा की बेहतरीन गेंदबाजी ने भारत को शानदार वापसी दिलाई। ऑस्ट्रेलिया की टीम 67/7 तक सिमट गई और वह भारत से 83 रन पीछे है।
भारत का संघर्षपूर्ण बल्लेबाजी प्रदर्शन
भारत के लिए पहले दिन का खेल एक संघर्ष का दिन रहा। कप्तान जसप्रीत बुमराह ने पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला लिया, लेकिन उनका निर्णय पहले सत्र में गलत साबित हुआ। भारतीय बल्लेबाजों को एक के बाद एक झटके लगे। यशस्वी जायसवाल और देवदत्त पडिकल जैसे युवा बल्लेबाज पहले ही ओवरों में डक पर आउट हो गए, और केएल राहुल भी एक विवादास्पद तरीके से आउट हुए। भारत का स्कोर 51/4 तक पहुंचने के बाद, भारतीय बल्लेबाजी में एक उथल-पुथल मच गई थी।
विराट कोहली, जो फॉर्म में नहीं दिख रहे थे, भी 5 रन बनाकर जोश हेजलवुड के शिकार बने। हालांकि, रिषभ पंत और नितीश कुमार रेड्डी ने भारतीय पारी को संभाला और सातवें विकेट के लिए 48 रन की साझेदारी कर टीम को 150 तक पहुंचाया। खासकर, नितीश कुमार रेड्डी ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करते हुए 59 गेंदों पर 41 रन की पारी खेली, जो भारतीय पारी का सबसे महत्वपूर्ण योगदान था।
बुमराह, सिराज और राणा का शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन
जहां भारत की बल्लेबाजी संघर्ष करती दिखी, वहीं उनकी गेंदबाजी ने पहले दिन का खेल पूरी तरह से बदल दिया। भारत के तेज गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर धकेलते हुए दबाव बना दिया। बुमराह ने 4/17 के आंकड़े के साथ शानदार गेंदबाजी की और ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम को तोड़ दिया। बुमराह ने मिचेल मार्श और उस्मान ख्वाजा जैसे अहम विकेट लिए, जिससे पहले सत्र के अंत तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 7/59 हो गया।
बुमराह के बाद मोहम्मद सिराज ने भी दो महत्वपूर्ण विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया की परेशानी बढ़ा दी। सिराज ने मिचेल मार्श और मारनस लैबुस्चगने को आउट किया। वहीं, हर्षित राणा ने अपना टेस्ट डेब्यू करते हुए ट्रैविस हेड का विकेट लिया और अपनी गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को मुश्किल में डाल दिया। राणा ने 1/33 के आंकड़े के साथ एक प्रभावशाली शुरुआत की।
भारत का दबदबा: ऑस्ट्रेलिया पर लगातार हमले
भारत की गेंदबाजी ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को एक पल की भी राहत नहीं दी। बुमराह की अगुआई में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट पर 67 रन तक सिमटाया, जिससे भारत ने 83 रन की बढ़त ले ली। ऑस्ट्रेलिया के लिए एकमात्र उम्मीद तब दिखी, जब नाथन मैकस्वीनी ने 10 रन बनाये, लेकिन उनकी पारी भी जल्दी समाप्त हो गई।
टॉस और टीम संयोजन: भारत का रणनीतिक फैसला
भारत के कप्तान जसप्रीत बुमराह ने पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी का निर्णय लिया। हालांकि, भारत ने रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को बाहर किया और वाशिंगटन सुंदर को अकेले स्पिनर के रूप में मैदान पर उतारा। हर्षित राणा और नितीश कुमार रेड्डी को डेब्यू का अवसर दिया गया। रेड्डी, जो एक ऑलराउंडर हैं, ने अपनी बल्लेबाजी से टीम को सहारा दिया, वहीं राणा ने अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया।
ऑस्ट्रेलिया का संघर्ष: पहले दिन का दुःस्वप्न
ऑस्ट्रेलिया के लिए पहला दिन एक बुरा सपना साबित हुआ। स्टार्क, हेजलवुड और कमिंस की घातक गेंदबाजी के सामने भारतीय बल्लेबाजों की हालत खराब थी, वहीं बुमराह, सिराज और राणा ने अपनी आक्रमक गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया को पूरी तरह से दबोच लिया। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों के लिए दिन को समाप्त करना मुश्किल था, क्योंकि भारतीय गेंदबाजों ने उन्हें लगातार झटके दिए।
भारत की शानदार वापसी: पहला दिन भारत के नाम
भारत ने पहले दिन अपनी बल्लेबाजी में मुश्किलें झेलते हुए गेंदबाजी से शानदार वापसी की। बुमराह की कप्तानी में भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को पूरी तरह से दबोच लिया। पहले दिन के अंत तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 7/67 था, और भारत ने 83 रन की बढ़त ले ली। भारत के लिए अब टेस्ट मैच जीतने का एक सुनहरा अवसर है, और उनकी तेज गेंदबाजी को देखकर ऐसा लगता है कि भारत इस मैच में मजबूत स्थिति में है।
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