
उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 18 फरवरी 2025 से शुरू हुआ, लेकिन पहले ही दिन सदन के अंदर और बाहर जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने राज्य सरकार के खिलाफ अनोखे अंदाज में विरोध प्रदर्शन किया। कुंभ में भगदड़, संभल की घटनाओं और अन्य प्रशासनिक नाकामियों को लेकर सपा नेताओं ने सरकार को घेरा।
इस विरोध प्रदर्शन में सपा विधायक अतुल प्रधान ने गले में जंजीर और हथकड़ी डालकर सरकार पर निशाना साधा, वहीं सपा के MLC आशुतोष सिन्हा अस्थि कलश लेकर साइकिल से विधानसभा पहुंचे। इस दौरान विधानसभा परिसर में जोरदार नारेबाजी हुई और सदन के अंदर भी विपक्ष ने सरकार पर तीखे सवाल दागे।
सपा विधायकों का अनोखा प्रदर्शन, सरकार पर निशाना
इस बार सपा विधायकों ने विरोध जताने के लिए अलग-अलग तरीकों का सहारा लिया।
अतुल प्रधान: जंजीर और हथकड़ी के साथ विधानसभा पहुंचे
सपा विधायक अतुल प्रधान ने अमेरिका में भारतीयों के साथ हुए अमानवीय व्यवहार के खिलाफ गले में जंजीर और हाथों में हथकड़ी पहनकर सदन में प्रवेश किया। उन्होंने कहा,
“अमेरिका में भारतीयों को जंजीरों में बांधकर भेजा जा रहा है, और भारत सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है। यह देशवासियों के सम्मान पर हमला है। हम सरकार की इस चुप्पी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।”
आशुतोष सिन्हा: साइकिल से अस्थि कलश लेकर पहुंचे
सपा के MLC आशुतोष सिन्हा एक कदम आगे बढ़े और साइकिल पर अस्थि कलश लेकर विधानसभा पहुंचे। उन्होंने कहा,
“संभल और कुंभ हादसे में जिन निर्दोष लोगों की जान गई, उनके लिए सरकार को जवाब देना होगा। यह अस्थि कलश उन पीड़ितों की याद में लाया गया है, ताकि सरकार को नैतिकता का पाठ पढ़ाया जा सके।”
उन्होंने आगे कहा कि वे इस अस्थि कलश को विधानसभा में स्थापित करेंगे, ताकि सरकार को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास हो।
विधानसभा में हंगामा, कार्यवाही स्थगित
सपा विधायकों ने बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के दौरान जमकर हंगामा किया। सदन में जोरदार नारेबाजी हुई, जिसके चलते विधानसभा की कार्यवाही को 12:30 बजे तक स्थगित करना पड़ा।
सपा नेता सुधाकर सिंह ने कहा,
“सरकार की नाकामी अब साफ दिख रही है। संभल जैसी घटनाओं पर सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, कुंभ में भगदड़ में कई लोगों की जान गई, लेकिन सरकार जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है। इसीलिए हमने लोकतांत्रिक तरीके से विरोध दर्ज कराया है।”
सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बीजेपी सरकार को जन-विरोधी और किसान-विरोधी बताते हुए कहा,
“यह सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। किसान परेशान हैं, बेरोजगारी चरम पर है, कानून-व्यवस्था बिगड़ रही है और सरकार सिर्फ अपनी वाहवाही में लगी हुई है। यह बजट जनता के लिए नहीं, बल्कि चुनावी एजेंडे के लिए तैयार किया गया है।”
योगी आदित्यनाथ की विपक्ष से अपील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट सत्र की शुरुआत से पहले विपक्ष से सहयोग की अपील की थी। उन्होंने कहा,
“हम उम्मीद करते हैं कि विपक्ष अपनी राजनीतिक हताशा को सदन की कार्यवाही में बाधा डालने का कारण नहीं बनाएगा, बल्कि सकारात्मक चर्चा करेगा।”
मुख्यमंत्री ने विपक्ष को आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है और विपक्ष को अपने सवाल रखने की पूरी स्वतंत्रता मिलेगी।
उन्होंने आगे कहा,
“उत्तर प्रदेश के इतिहास में बहुत कम बार ऐसा हुआ है कि इतने लंबे समय के लिए सदन बुलाया गया हो। सदन की कार्यवाही ठीक से चले, यह दायित्व सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों का है।”
सत्र की शुरुआत ही विवादों से घिरी
उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत ही हंगामे से हुई, जिससे यह साफ संकेत मिलता है कि आगे भी सदन में सरकार और विपक्ष के बीच तकरार जारी रहेगी। सपा ने अपने विरोध को नए तरीके से प्रदर्शित किया, जिससे सरकार पर दबाव बढ़ गया है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या विपक्ष इस विरोध को सदन में ठोस बहस में बदल पाएगा, या यह सिर्फ नारेबाजी और हंगामे तक ही सीमित रह जाएगा। वहीं, सरकार किस तरह से विपक्ष के आरोपों का जवाब देती है, इस पर भी सभी की नजरें टिकी रहेंगी।