
Virat Kohli की शॉट चयन पर सुनील गावस्कर की आलोचना: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में फॉर्म से जूझते कोहली के लिए अहम सलाह
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन Virat Kohli के सिंगल डिजिट में आउट होने ने भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों को निराश किया। कोहली ने इस मैच में सिर्फ 3 रन बनाए और जोश हेजलवुड की गेंद पर एलेक्स कैरी के हाथों कैच हो गए। कोहली का इस तरह जल्दी आउट होना भारतीय क्रिकेट की सबसे बड़ी निराशाओं में से एक था, और इस घटना ने क्रिकेट जगत के दिग्गजों को भी चौंका दिया। इस विशेष आउट होने के बाद भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ी और कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने कोहली के शॉट चयन की आलोचना की, और इसे भारतीय टीम के लिए खतरनाक बताते हुए सुझाव दिया कि कोहली को अपनी मानसिकता और शॉट चयन पर काम करने की जरूरत है।
शॉट चयन पर सुनील गावस्कर की आलोचना
विराट कोहली का आउट होना एक मापा हुआ आउट था, जिसमें वह हेजलवुड की गेंद को बिना किसी जरूरत के खेलने की कोशिश कर बैठे। यह गेंद काफी बाहर थी और कोहली को इसे छोड़ना चाहिए था। इस बारे में सुनील गावस्कर ने कहा, “अगर गेंद चौथे स्टंप पर होती, तो मैं समझ सकता था, लेकिन यह सातवें या आठवें स्टंप पर थी। ऐसी गेंद को खेलने की कोई जरूरत नहीं थी।” गावस्कर का मानना था कि कोहली को समझदारी दिखानी चाहिए थी और इस गेंद को छोड़ना चाहिए था, खासकर तब जब भारत पहले ही ऑस्ट्रेलिया से 445 रन पीछे था और उसे मैच में वापसी की सख्त जरूरत थी।
कोहली के मानसिक दृष्टिकोण पर जोर
गावस्कर ने कहा कि कोहली इस तरीके से आउट होने से बेहद निराश होंगे, क्योंकि वह जानते थे कि भारत के लिए इस मुश्किल स्थिति से बाहर निकलने में उनका योगदान जरूरी था। उन्होंने यह भी कहा कि कोहली को अपनी बल्लेबाजी में संयम दिखाना चाहिए था। गावस्कर ने कहा, “कोहली को खुद पर थोड़ा और नियंत्रण दिखाना चाहिए था, और अगर वह धैर्य रखते, तो वह शायद केएल राहुल के साथ क्रीज पर होते।” इसका मतलब यह था कि कोहली को अपनी मानसिकता को स्थिर और मजबूत रखना होगा, ताकि वह इस तरह के दबाव वाले मैचों में अपने शॉट चयन को बेहतर बना सकें।
ऑस्ट्रेलिया की उछाल वाली पिच पर कोहली की संघर्ष
गावस्कर ने यह भी कहा कि विराट कोहली को ऑस्ट्रेलिया की उछाल वाली पिच पर अधिक धैर्य और संयम के साथ बल्लेबाजी करनी चाहिए थी। ऑस्ट्रेलिया की पिचों पर गेंद अक्सर उछाल लेती है, और ऐसे में कोहली को अपनी शॉट चयन में और भी सतर्क रहना चाहिए था। खासकर जब वह बाहर की गेंदों पर खेलने की कोशिश कर रहे थे, तो उन्हें कवर ड्राइव को कम करने की जरूरत थी। गावस्कर का मानना था कि कोहली को अपनी बल्लेबाजी में संयम बरतना चाहिए और बाहर की गेंदों पर अपने स्वाभाविक शॉट्स को छोड़ देना चाहिए।
सचिन तेंदुलकर से प्रेरणा लेने की सलाह
विराट कोहली के लिए सुनील गावस्कर ने एक महत्वपूर्ण सलाह दी, और वह थी अपने हीरो सचिन तेंदुलकर से प्रेरणा लेना। गावस्कर ने कोहली को तेंदुलकर के 2004 में सिडनी टेस्ट में खेली गई 241 रनों की पारी की याद दिलाई, जब तेंदुलकर भी बाहर की गेंदों पर आउट हो रहे थे, लेकिन उन्होंने संयम दिखाते हुए कवर ड्राइव को छोड़ दिया था। तेंदुलकर की वह पारी एक आदर्श उदाहरण बन गई थी, जिसमें उन्होंने अपने शॉट चयन में नियंत्रण और धैर्य दिखाया था।
गावस्कर ने कहा, “तेंदुलकर ने अपनी पारी में कवर क्षेत्र में कोई शॉट नहीं खेला। उन्होंने अपनी अधिकांश रन बनाने की दिशा को अंदर की ओर और सीधे शॉट्स की तरफ मोड़ लिया।” यह तरीका विराट कोहली के लिए एक आदर्श हो सकता है, ताकि वह अपनी बल्लेबाजी में और अधिक संयम और नियंत्रण ला सकें, खासकर तब जब पिच पर उछाल हो और गेंदबाजों का दबाव हो।
Virat Kohli को अपनी ताकत पहचानने की जरूरत
गावस्कर ने विराट कोहली के बल्लेबाजी की एक और खासियत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोहली को अपनी ताकत को पहचानने की जरूरत है, खासकर अपनी “बॉटम हैंड” तकनीक पर। कोहली की बॉटम हैंड तकनीक बहुत मजबूत है, और वह इस तकनीक से गेंद को सीधे और मिडविकेट की दिशा में खेलने में सक्षम हैं। गावस्कर का मानना था कि अगर कोहली इस तकनीक का अधिक उपयोग करें, तो वह अपनी समस्या से बाहर निकल सकते हैं और अधिक प्रभावी बन सकते हैं।
कोहली के लिए एक मूल्यवान गाइड
विराट कोहली की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में लगातार संघर्ष को देखते हुए, सुनील गावस्कर की टिप्पणियाँ उनके लिए एक मूल्यवान गाइड हो सकती हैं। कोहली को अपनी शॉट चयन पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है और ऑस्ट्रेलिया जैसी कठिन पिचों पर अपनी तकनीक को और परिपक्व बनाना होगा। तेंदुलकर के तरीके को अपनाते हुए, विराट कोहली को अपनी बल्लेबाजी में अधिक संयम और नियंत्रण दिखाने की आवश्यकता है।
भारत और कोहली के लिए यह समय आत्ममंथन और सुधार का है। कोहली की बल्लेबाजी की ताकत में कोई संदेह नहीं है, लेकिन उन्हें अपनी शॉट चयन में सुधार की जरूरत है। सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर जैसे दिग्गजों की सलाह को अपनाते हुए, विराट कोहली आने वाले मैचों में अपनी फॉर्म वापस पा सकते हैं।
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