उत्तर प्रदेश सरकार ने ‘न्यू आगरा’ नाम का नया शहर बसाने की योजना बनाई है। यह शहर यमुना एक्सप्रेसवे के पास आगरा के एतमादपुर तहसील में बनाया जाएगा। यह शहर 10,500 हेक्टेयर जमीन पर बनेगा और इसे पर्यटन और व्यापार के लिए खास तौर पर तैयार किया जाएगा।
‘न्यू आगरा’ क्यों बन रहा है?
- पर्यटन को बढ़ावा:
आगरा ताजमहल और फतेहपुर सीकरी जैसे विश्व प्रसिद्ध स्थलों का घर है। ‘न्यू आगरा’ इन स्थानों के पास होने से और ज्यादा पर्यटकों को आकर्षित करेगा। - रोजगार और व्यापार:
इस नए शहर में होटल, पार्क, शॉपिंग मॉल और अन्य सुविधाएं बनेंगी। इससे लोगों को रोजगार के नए मौके मिलेंगे। - आधुनिक विकास:
यह शहर आधुनिक बुनियादी ढांचे, अच्छी सड़कों और साफ-सफाई के साथ तैयार किया जाएगा।
शहर कहां बनेगा?
- एतमादपुर तहसील में:
यह शहर एतमादपुर के 60 गांवों की जमीन पर बनेगा। - पहले हाथरस में था प्लान:
शुरू में इसे हाथरस में बनाने की योजना थी, लेकिन बेहतर कनेक्टिविटी के लिए इसे एतमादपुर में शिफ्ट किया गया। - नोएडा हवाई अड्डे से जुड़ाव:
यह शहर नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अच्छी तरह जुड़ा होगा। इससे आने-जाने में आसानी होगी।
‘न्यू आगरा’ की खास बातें
- आधुनिक सुविधाएं:
- होटल और बड़े-बड़े मॉल
- मनोरंजन पार्क और खेल के मैदान
- नए रिहायशी इलाके
- पर्यावरण की सुरक्षा:
- ताजमहल की सुरक्षा के लिए सख्त नियम बनाए जाएंगे।
- ताज के आसपास प्रदूषण कम करने पर खास ध्यान दिया जाएगा।
- संस्कृति और इतिहास:
इस शहर में आगरा की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक झलक देखने को मिलेगी।
यमुना एक्सप्रेसवे का विकास
‘न्यू आगरा’ प्रोजेक्ट यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) का हिस्सा है। अब तक YEIDA ने गौतम बुद्ध नगर और बुलंदशहर में काम किया है। यह पहली बार है कि आगरा क्षेत्र में इतनी बड़ी योजना लाई जा रही है।
लोगों और जमीन पर असर
- जमीन की कीमतें बढ़ेंगी:
इस प्रोजेक्ट की वजह से आसपास के गांवों और इलाकों में जमीन की कीमतें बढ़ सकती हैं। - किसानों को मुआवजा:
जिनकी जमीन इस प्रोजेक्ट के लिए ली जाएगी, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा।
‘न्यू आगरा’ एक ऐसा शहर होगा, जहां आधुनिकता और इतिहास दोनों का मेल होगा। इससे आगरा को और पहचान मिलेगी, पर्यटन बढ़ेगा और लोगों के लिए रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे। यह प्रोजेक्ट आगरा और आसपास के क्षेत्रों के लिए एक बड़ा बदलाव लाएगा।
स परियोजना से क्षेत्र की प्रॉपर्टी कीमतें बढ़ने की संभावना है और यह उत्तर प्रदेश के विकास में एक बड़ा कदम है। इसके जरिए पर्यटन, रोजगार और आधुनिक बुनियादी ढांचे को बढ़ावा मिलेगा।
अधिक जानकारी के लिए YEIDA की वेबसाइट और प्राधिकरण द्वारा जारी मास्टर प्लान 2041 को देख सकते हैं।
Vaishno Devi Ropeway Project के खिलाफ तीन दिवसीय हड़ताल बढ़ाया गया