भारत सरकार ने हाल ही में PAN 2.0 परियोजना की घोषणा की है, जो अगले साल से लागू होगी। यह योजना मौजूदा पैन कार्ड सिस्टम को और अधिक सुरक्षित, हाईटेक और डिजिटल-फ्रेंडली बनाने के उद्देश्य से लाई गई है। इस योजना के तहत नए प्रकार के पैन कार्ड जारी किए जाएंगे, जिनमें क्यूआर कोड (QR Code) जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी। इससे नकली पैन कार्ड की पहचान करना और टैक्स सिस्टम को पारदर्शी बनाना संभव होगा।
क्या है PAN 2.0?
PAN 2.0 मौजूदा पैन कार्ड सिस्टम का एक उन्नत संस्करण है। इसके तहत टैक्सपेयर को क्यूआर कोड वाली हाईटेक सुविधाएं मिलेंगी, जिनसे डिजिटल तरीके से वेरिफिकेशन आसान होगा।
PAN 2.0 की विशेषताएं:
- डायनामिक क्यूआर कोड: नए पैन कार्ड में एक विशेष क्यूआर कोड होगा, जिसमें नाम, फोटो, हस्ताक्षर, माता-पिता का नाम, जन्मतिथि जैसी जानकारी होगी।
- डिजिटल वेरिफिकेशन: क्यूआर कोड से कार्ड की जानकारी डिजिटल रूप से सत्यापित की जा सकेगी।
- फ्रॉड प्रोटेक्शन: नकली पैन कार्ड और एक व्यक्ति द्वारा एक से अधिक पैन कार्ड रखने जैसी समस्याओं पर रोक लगेगी।
- सुरक्षा में वृद्धि: “पैन डेटा वॉल्ट सिस्टम” लागू किया जाएगा, जो पैन कार्ड धारकों की व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
PAN 2.0 का उद्देश्य:
सरकार की इस योजना का मुख्य उद्देश्य टैक्स सिस्टम को अधिक पारदर्शी, सरल और डिजिटल बनाना है। इसके तहत:
- सभी डिजिटल सिस्टम्स का एकीकरण: सरकारी एजेंसियों के सभी प्लेटफॉर्म्स के लिए एक समान व्यवसाय पहचानकर्ता (Unique Business Identifier) बनाया जाएगा।
- पैन और टैन की प्रक्रिया का सुधार: पैन और टैक्स डिडक्शन अकाउंट नंबर (TAN) जारी करने की प्रक्रिया को आधुनिक बनाया जाएगा।
- एकीकृत पोर्टल: पैन से जुड़ी सभी सेवाएं, जैसे आवेदन, सुधार, आधार लिंकिंग, वेरिफिकेशन आदि, एक ही पोर्टल पर उपलब्ध होंगी।
PAN 2.0 की प्रमुख बातें:
- पुराने पैन कार्ड रहेंगे वैध:
PAN 2.0 के लागू होने के बाद भी पुराने पैन कार्ड का उपयोग जारी रहेगा। नया पैन कार्ड केवल उन्हीं को लेना होगा, जिन्हें अपनी जानकारी में बदलाव करना है। - ऑनलाइन सेवाओं का एकीकरण:
नए पैन कार्ड से जुड़े सभी काम एकीकृत पोर्टल पर होंगे। इससे आवेदन और सुधार प्रक्रिया तेज और आसान हो जाएगी। - भौतिक पैन कार्ड शुल्क:
अगर आप भौतिक (फिजिकल) पैन कार्ड चाहते हैं, तो इसके लिए ₹50 का शुल्क देना होगा।
योजना पर खर्च:
PAN 2.0 परियोजना पर करीब ₹1,435 करोड़ खर्च किए जाएंगे। यह राशि टैक्सपेयर्स और व्यवसायों को पैन से जुड़ी सेवाएं आसान और डिजिटल रूप से उपलब्ध कराने में खर्च होगी।
कैसे मिलेगा PAN 2.0 कार्ड?
- अगर आप नया पैन कार्ड बनवाना चाहते हैं या मौजूदा जानकारी में बदलाव करना चाहते हैं, तो आप NSDL की वेबसाइट onlineservices.nsdl.com पर आवेदन कर सकते हैं।
- मौजूदा पैन कार्ड को QR कोड युक्त पैन कार्ड में अपडेट कराने का भी विकल्प होगा।
PAN 2.0 से क्या बदलेगा?
- नकली पैन कार्ड पर रोक लगेगी।
- टैक्स रजिस्ट्रेशन और ट्रांजैक्शन की प्रक्रिया सरल और सुरक्षित होगी।
- डिजिटल वेरिफिकेशन सिस्टम से डेटा की सुरक्षा में सुधार होगा।
नए पैन कार्ड के फायदे:
- डायनामिक क्यूआर कोड: पैन कार्ड से जुड़ी सभी जानकारी डिजिटल रूप से वेरिफाई होगी।
- एकीकृत पोर्टल: आवेदन, सुधार और वेरिफिकेशन जैसी सभी सेवाएं एक ही जगह उपलब्ध होंगी।
- फ्रॉड की रोकथाम: नकली पैन कार्ड बनाने और एक व्यक्ति के पास एक से अधिक पैन कार्ड होने की समस्याओं पर लगाम लगेगी।
PAN 2.0 परियोजना भारत के टैक्स सिस्टम में एक बड़ा बदलाव है। इससे न केवल टैक्सपेयर्स के लिए सेवाएं आसान होंगी, बल्कि टैक्स सिस्टम को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाया जा सकेगा। पुराने पैन कार्ड धारकों को नए पैन कार्ड के लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी, जब तक कि वे अपनी जानकारी में बदलाव नहीं करना चाहते।
आधिकारिक जानकारी और अपडेट्स के लिए NSDL पोर्टल पर जाएं।
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