Us Deportees Flight: अमेरिका से भारत भेजे गए 119 अवैध भारतीय प्रवासियों की दूसरी फ्लाइट शनिवार को श्री गुरु राम दास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, अमृतसर में लैंड करेगी। अधिकारियों के अनुसार, अमेरिका द्वारा अवैध अप्रवासियों पर की गई सख्ती के चलते इन्हें देश वापस भेजा गया है।
यह पिछले कुछ हफ्तों में अमेरिका से भारत आने वाली दूसरी डिपोर्टेशन फ्लाइट है, जिसमें सबसे ज्यादा संख्या पंजाब के नागरिकों की है। सूत्रों के अनुसार, इस फ्लाइट में 67 लोग पंजाब से, 33 हरियाणा से, 8 गुजरात से, 3 उत्तर प्रदेश से, और 2-2 लोग गोवा, महाराष्ट्र एवं राजस्थान से हैं। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से भी 1-1 व्यक्ति इस उड़ान के जरिए भारत लौटे हैं।
Us Deportees Flight: अमेरिका ने की अवैध प्रवासियों पर सख्ती
अमेरिकी प्रशासन ने हाल ही में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कड़ा अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत, जिन भारतीय नागरिकों के पास वैध दस्तावेज नहीं थे या जिनका वीज़ा एक्सपायर हो गया था, उन्हें गिरफ्तार कर भारत वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।
कुछ मामलों में, मानव तस्करी (ह्यूमन ट्रैफिकिंग) से जुड़े लोग भी पकड़े गए हैं, जिन्होंने अवैध रूप से भारतीय नागरिकों को अमेरिका में प्रवेश दिलाने की कोशिश की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने हालिया अमेरिका दौरे के दौरान यह स्पष्ट किया था कि भारत अवैध अप्रवासियों को वापस लेने के लिए तैयार है, लेकिन मानव तस्करी को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
Us Deportees Flight: हवाई अड्डे पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
अमृतसर एयरपोर्ट पर डिपोर्ट किए गए भारतीय नागरिकों की सुरक्षा एवं इमिग्रेशन प्रक्रिया के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
- पुलिस और इमिग्रेशन अधिकारी पूरी निगरानी में हैं।
- विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि भी एयरपोर्ट पर मौजूद रहेंगे।
- हर यात्री के दस्तावेजों की जांच की जाएगी, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि “हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं। सभी यात्रियों के बारे में पूरी जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे।”
रविवार को आने वाली है तीसरी फ्लाइट
सूत्रों के अनुसार, अमेरिका से रविवार को एक और विशेष फ्लाइट भारत पहुंचेगी, जिसमें और अधिक भारतीय नागरिकों के डिपोर्ट किए जाने की संभावना है। इस फ्लाइट में भी अधिकतर लोग पंजाब और हरियाणा के हो सकते हैं।
पंजाब और हरियाणा के अलावा, गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, गोवा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के लोग भी अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे हैं, जिन पर अमेरिकी एजेंसियों की नजर बनी हुई है।
पंजाब में क्यों बढ़ रहा है अवैध अप्रवास का चलन?
पंजाब से बड़ी संख्या में लोग अवैध रूप से अमेरिका, कनाडा और यूरोप जाने की कोशिश करते हैं। इसके पीछे कई प्रमुख कारण हैं:
- बेरोजगारी और आर्थिक समस्याएं – पंजाब में नौकरी के सीमित अवसरों के कारण युवा विदेश में बसने की कोशिश करते हैं।
- ह्यूमन ट्रैफिकिंग गैंग सक्रिय – कई दलाल (एजेंट) अवैध रूप से लोगों को अमेरिका भेजने का झांसा देते हैं और भारी रकम वसूलते हैं।
- परिवार और सामाजिक दबाव – विदेश में अच्छी कमाई और बेहतर जीवन की चाहत के चलते कई लोग गैरकानूनी तरीकों का सहारा लेते हैं।
- अमेरिका और कनाडा की इमिग्रेशन पॉलिसी में बदलाव – बीते कुछ सालों में अमेरिका ने वीजा और अप्रवासी नीतियों को और सख्त कर दिया है, जिससे कई भारतीय वहां अवैध रूप से रह रहे हैं।
डिपोर्ट किए गए भारतीयों का भविष्य क्या होगा?
भारत लौटने के बाद, इन डिपोर्ट किए गए नागरिकों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है:
- कानूनी परेशानियां – इनमें से कुछ नागरिकों पर फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करने का आरोप लग सकता है।
- भविष्य में वीजा प्रतिबंध – कई लोगों को अमेरिका या अन्य देशों के लिए दोबारा वीजा पाना मुश्किल हो सकता है।
- रोजगार संकट – विदेश जाने के लिए बड़ी रकम खर्च करने के बाद, अब उन्हें भारत में नए सिरे से नौकरी ढूंढनी होगी।
- मानसिक और सामाजिक दबाव – कई डिपोर्ट किए गए लोग अपने परिवार और समाज में अपमानित महसूस कर सकते हैं।
सरकार और प्रशासन को क्या कदम उठाने चाहिए?
- मानव तस्करी पर सख्ती – सरकार को उन एजेंट्स और दलालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, जो लोगों को अवैध रूप से विदेश भेजने का झांसा देते हैं।
- रोजगार के अवसर बढ़ाना – पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में नए उद्योगों और नौकरियों के अवसर पैदा करने की जरूरत है, ताकि लोग अवैध तरीके से विदेश जाने की बजाय यहीं काम कर सकें।
- युवाओं को सही जानकारी देना – सरकार को विदेश जाने के कानूनी और सुरक्षित तरीकों की जानकारी देनी चाहिए, ताकि लोग धोखाधड़ी का शिकार न हों।
- फिर से बसाने की योजना – डिपोर्ट किए गए लोगों के लिए रोजगार और पुनर्वास की योजनाएं बनानी चाहिए, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
यह भी पढ़े: Chennai Crime: चेन्नई पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर पर यौन उत्पीड़न का आरोप, निलंबित