अमेरिका में चल रहा इतिहास का सबसे लंबा सरकारी शटडाउन आखिरकार 43 दिन बाद समाप्त हो गया।
US government shutdown: अमेरिका में चल रहा इतिहास का सबसे लंबा सरकारी शटडाउन आखिरकार 43 दिन बाद समाप्त हो गया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार देर रात उस अस्थायी फंडिंग बिल पर हस्ताक्षर कर दिए, जिससे संघीय सरकार की सभी सेवाएं दोबारा शुरू हो सकीं। हालांकि स्वास्थ्य बीमा सब्सिडी (हेल्थ केयर प्रोग्राम) को लेकर विवाद अभी भी अनसुलझा है, और विपक्ष का कहना है कि “यह सिर्फ एक ठहराव है, अंत नहीं।”
US government shutdown: कैसे शुरू हुआ था संकट
यह शटडाउन 1 अक्टूबर 2025 से शुरू हुआ था, जब अमेरिकी कांग्रेस संघीय बजट पर सहमति नहीं बना सकी। डेमोक्रेट्स चाहते थे कि “अफोर्डेबल केयर एक्ट” (ओबामाकेयर) के तहत दी जा रही स्वास्थ्य बीमा सब्सिडी का दायरा बढ़ाया जाए, ताकि निम्न-आय वर्ग को अधिक सहायता मिल सके।
वहीं रिपब्लिकन पार्टी का रुख था कि इस योजना से सरकारी खर्च बढ़ेगा और घाटा नियंत्रण से बाहर जाएगा। बजट पर सहमति नहीं बनने के कारण प्रशासन ने कई विभागों की फंडिंग रोक दी और सरकार का बड़ा हिस्सा ठप पड़ गया।
US government shutdown: लाखों कर्मचारी हुए प्रभावित
इस 43 दिन के शटडाउन के दौरान करीब 9 लाख सरकारी कर्मचारी या तो घर बैठे रहे या बिना वेतन काम करते रहे। राष्ट्रीय पार्क, संग्रहालय, और कई संघीय एजेंसियों ने सेवाएं बंद कर दीं। हवाई अड्डों पर सुरक्षा जांच में भारी देरी हुई, जबकि खाद्य सहायता जैसी योजनाएं प्रभावित हुईं।
कई छोटे शहरों में तो सरकारी ग्रांट पर चलने वाले अस्पताल और स्कूल अस्थायी रूप से बंद करने पड़े। अमेरिकी अर्थव्यवस्था को इस ठहराव से अरबों डॉलर का नुकसान हुआ, जबकि नागरिकों में सरकार की अक्षमता को लेकर गुस्सा देखने को मिला।
US government shutdown: आखिर कैसे टूटी जमी बर्फ
लगातार बढ़ते जनदबाव और संघीय कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शनों के बाद आखिरकार राष्ट्रपति ट्रम्प और कांग्रेस नेताओं के बीच एक समझौता हुआ। दोनों दलों ने तय किया कि 30 जनवरी 2026 तक सरकार को अस्थायी फंडिंग जारी की जाएगी, ताकि जरूरी सेवाएं दोबारा चालू रह सकें।
यह समझौता प्रतिनिधि सभा में 222 के मुकाबले 209 वोटों से पारित हुआ। इसके बाद सीनेट ने भी इसे मंजूरी दी और राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के साथ यह लागू हो गया। हालांकि समझौते में हेल्थ केयर सब्सिडी के मुद्दे पर कोई ठोस समाधान नहीं जोड़ा गया।
US government shutdown: विपक्ष ने कहा “अभी खत्म नहीं हुआ संघर्ष”
डेमोक्रेटिक नेता नैन्सी पेलोसी ने समझौते को “जनता की आंशिक जीत” बताया, लेकिन कहा कि “हम हेल्थ केयर के अधिकारों पर पीछे नहीं हटेंगे।” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जनवरी तक सरकार इस पर ठोस निर्णय नहीं लेती, तो “कांग्रेस में नई बहस और नया संघर्ष तय है।”
दूसरी ओर, राष्ट्रपति ट्रम्प ने अपने बयान में कहा कि “अमेरिकी जनता को राहत देना हमारी प्राथमिकता थी। लेकिन हम अनावश्यक खर्च को नहीं बढ़ा सकते।” उन्होंने विपक्ष पर “राजनीतिक अड़ियलपन” का आरोप लगाया।
US government shutdown: जनता की नाराज़गी और राहत
लंबे समय तक चले इस गतिरोध से आम नागरिक परेशान रहे। संघीय कर्मचारियों को दो महीने तक तनख्वाह नहीं मिली, जिससे कई परिवार कर्ज में डूब गए। सोशल मीडिया पर “#PayUsNow” जैसे ट्रेंड चले।
सरकार के फिर से खुलने के बाद लोगों में कुछ राहत जरूर दिखी, लेकिन अब भी डर है कि अगर जनवरी में दोबारा बजट पर विवाद हुआ, तो देश एक बार फिर उसी स्थिति में लौट सकता है।
US government shutdown: अर्थव्यवस्था पर असर
आर्थिक विशेषज्ञों के अनुसार, इस 43 दिन के शटडाउन से अमेरिकी जीडीपी को लगभग 6 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। पर्यटन, हवाई सेवाएं और रिटेल सेक्टर पर इसका गहरा असर पड़ा। वहीं, निवेशकों का भरोसा भी हिला है।
हालांकि बाजार ने शटडाउन खत्म होने की खबर के बाद हल्की बढ़त दिखाई, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि “राजनीतिक अस्थिरता” के कारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लंबे समय तक इस झटके से उबरने में समय लगेगा।
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