
Vaishno Devi yatra stopped: जम्मू में बारिश ने तोड़ा 115 साल पुराना रिकॉर्ड, श्रद्धालुओं से घर पर रुकने की अपील!
Vaishno Devi yatra stopped: जम्मू-कश्मीर, पंजाब और हिमाचल प्रदेश इस समय भारी बारिश की चपेट में हैं। पिछले चार दिनों से लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। जम्मू में तो 115 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 1910 के बाद पहली बार मंगलवार से बुधवार के बीच 24 घंटे में 380 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इतनी बारिश ने पूरे इलाके में बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा कर दी है।
वैष्णो देवी मार्ग पर बड़ा हादसा
भारी बारिश के चलते मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे माता वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर अधक्वारी के पास भूस्खलन हुआ। इस हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई। कई लोग घायल भी हुए हैं। बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। सेना, NDRF और स्थानीय प्रशासन मिलकर फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मौसम ठीक होने तक यात्रा स्थगित करें। सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। श्राइन बोर्ड का कहना है कि यात्रा की सुरक्षा सर्वोपरि है।
प्रधानमंत्री और नेताओं की संवेदनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा,
“श्री माता वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर हुए भूस्खलन के कारण हुई जनहानि दुखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। प्रशासन सभी प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है। मैं सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।”
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी कहा कि भारी बारिश के कारण संचार सेवाएं बाधित हैं, लेकिन सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि राहत और बचाव कार्य तेजी से हों।
कटरा और आसपास का हाल
कटरा, जहां से यात्रा शुरू होती है, वहां हालात काफी खराब हैं। ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, कई श्रद्धालु फंसे हुए हैं। बिहार से आईं श्रद्धालु राजकुमारी देवी ने बताया,
“हम रविवार को कटरा पहुंचे थे, दर्शन कर लिए लेकिन अब घर नहीं लौट पा रहे हैं। ट्रेनें बंद हैं और मौसम खराब है। डर लग रहा है, जल्दी घर जाना चाहते हैं।”
कठुआ, रामबन और उधमपुर में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। रावी, चिनाब और तवी नदियों में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। कई पुल टूट गए हैं, कुछ हाईवे बंद कर दिए गए हैं।
हिमाचल और पंजाब में हालात
हिमाचल प्रदेश में भी हालात गंभीर हैं। मंडी, कुल्लू और लाहौल-स्पीति में भारी बारिश और भूस्खलन की खबरें हैं। कई जगहों पर अचानक बाढ़ आई है। चंबा जिले में मोबाइल सेवाएं ठप पड़ी हैं। पंजाब के सुजानपुर में राहत और बचाव कार्य जारी है।
राहत और सुरक्षा उपाय
प्रशासन लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि नदियों और नालों के पास न जाएं। चिनाब और अन्य नदियों के किनारे के इलाकों को खाली कराया जा रहा है। सेना नावों और हेलिकॉप्टर की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जा रही है।
वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं ताकि श्रद्धालुओं के परिवार जानकारी ले सकें:
- पीसीआर कटरा: 9149672792
- पीसीआर रियासी: 9103996071
लोगों से अपील
मौसम विभाग ने उम्मीद जताई है कि अगले 24-48 घंटों में मौसम सुधर सकता है, लेकिन चेतावनी भी दी है कि बारिश रुकने के बाद भी भूस्खलन का खतरा बना रहेगा। प्रशासन ने साफ कहा है कि जब तक आधिकारिक रूप से अनुमति न मिले, यात्रा पर न जाएं।
मानवीय पहलू
इस आपदा ने एक बार फिर दिखा दिया कि प्रकृति के सामने इंसान कितना छोटा है। जहां एक ओर लोग भगवान के दर्शन के लिए निकले थे, वहीं अचानक आई इस विपत्ति ने कई परिवारों को गहरा दुख दिया है। इस समय जरूरत है धैर्य की और सहयोग की। प्रशासन, सेना और बचाव दल पूरी मेहनत से काम कर रहे हैं।
लोगों से आग्रह है कि अफवाहों पर ध्यान न दें, प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित रहें। माता वैष्णो देवी का आशीर्वाद हमेशा भक्तों पर है, लेकिन इस समय सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है।
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