Vijayadashami 2024: Dussehra क्यों मनाते हैं? इसका महत्व और तारीख

Vijayadashami 2024 या Dussehra हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जो हर साल बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम द्वारा रावण का वध करने की कथा सुनाई जाती है, जो हमें सिखाती है कि सत्य और धर्म हमेशा विजयी होते हैं।

Vijayadashami 2024

Vijayadashami का इतिहास

Vijayadashami का पर्व दरअसल भगवान राम के रावण पर विजय की कहानी से जुड़ा हुआ है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब भगवान राम ने माता सीता का अपहरण करने वाले रावण से युद्ध किया, तब उन्होंने 14 वर्षों का वनवास भोगा। वनवास के दौरान, भगवान राम ने हनुमान जी को माता सीता की खोज में भेजा, और हनुमान जी ने माता सीता का पता लगाने के बाद रावण को समझाने का प्रयास किया। लेकिन रावण अपने अहंकार में आकर नहीं माना और भगवान राम को चुनौती दी।

इसी दिन शारदीय नवरात्रि का दशमी तिथि होती है, जब भगवान राम ने देवी दुर्गा की उपासना की और फिर 10वें दिन रावण का वध कर विजय प्राप्त की। इस प्रकार, विजयादशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।

Vijayadashami कब है?

इस साल, Vijayadashami 2024 का पर्व 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार, विजयादशमी का मुहूर्त सुबह 10:58 बजे प्रारम्भ होगा और 13 अक्टूबर को सुबह 9:08 बजे समाप्त होगा। इस दिन को शनिवार के रूप में मनाया जाएगा, जो इस पर्व की धूमधाम को और बढ़ाएगा।

Vijayadashami का महत्व

Vijayadashami को केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं माना जाता, बल्कि यह मानवता के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी प्रदान करता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ हों, सत्य और धर्म की राह हमेशा जीतती है। इस दिन रावण के पुतले के साथ उसके पुत्र मेघनाद और भाई कुंभकर्ण के पुतले भी जलाए जाते हैं, जो बुराई के प्रतीक माने जाते हैं।

यह त्योहार पूरे देश में मनाया जाता है, और इस दिन विभिन्न प्रकार के मेले और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं। लोग परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर रावण दहन और आतिशबाजी का आनंद लेते हैं।

Vijayadashami की रस्में

Vijayadashami का पर्व शारदीय नवरात्रि के अंत का प्रतीक होता है। इस दौरान कई जगह रामलीला का आयोजन किया जाता है, जिसमें भगवान राम और रावण के बीच का संघर्ष दिखाया जाता है। रामलीला का मंचन न केवल धार्मिक होता है, बल्कि यह समाज में एकता और भाईचारे का संदेश भी फैलाता है।

दशहरे पर, कई लोग नए कपड़े पहनते हैं और अपने दोस्तों और परिवार के साथ इस अवसर का जश्न मनाते हैं। लोग मिठाइयाँ बांटते हैं और एक-दूसरे को शुभकामनाएँ देते हैं।

बुराई पर अच्छाई की जीत

Vijayadashami का एक और महत्वपूर्ण पहलू है कि यह हमें बुराई के खिलाफ खड़े होने की प्रेरणा देता है। रावण, जो अपने समय का सबसे शक्तिशाली खलनायक था, अंततः अपने अहंकार के कारण हार गया। यह संदेश हमें सिखाता है कि चाहे स्थिति कितनी भी कठिन क्यों न हो, हमें अपने सिद्धांतों के लिए लड़ना चाहिए।

निष्कर्ष

Vijayadashami केवल एक पर्व नहीं है; यह एक ऐसा दिन है जो हमें हमारे सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों की याद दिलाता है। इस दिन को मनाते हुए हम अपने अतीत को याद करते हैं और भविष्य की ओर देखने की प्रेरणा लेते हैं।

इस साल Vijayadashami का जश्न मनाने के लिए तैयार हो जाइए! 12 अक्टूबर को अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर इस पर्व का आनंद लें और बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश फैलाएं। विजयादशमी की शुभकामनाएँ!

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