आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन ने अपनी सुविधा के लिए 48-सीट वाला एक मिनी थिएटर बनाया है, जहां अधिकारी अपने परिवार के साथ आरामदायक और सुरक्षित माहौल में फिल्में देख सकते हैं। यह थिएटर खासतौर पर वीकेंड पर अधिकारियों और उनके परिवारों के लिए एक मनोरंजन का साधन बन गया है।
हाल ही में, एसोसिएशन ने आंध्र प्रदेश फिल्म चैंबर से नई रिलीज़ फिल्मों की स्क्रीनिंग के लिए अनुरोध किया है। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने इन फिल्मों की स्क्रीनिंग मुफ्त में उपलब्ध कराने की भी मांग की है।
परंपरा और नई पहल
पारंपरिक रूप से, आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को नियमित सिनेमाघरों में कॉम्प्लीमेंट्री मूवी पास दिए जाते हैं। हालांकि, अपनी निजी सुविधा में मुफ्त स्क्रीनिंग की यह नई मांग फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक अनूठी चुनौती बन गई है।
फिल्म चैंबर का रुख
डेक्कन क्रॉनिकल के मुताबिक, तेलुगु फिल्म निर्माता परिषद के महासचिव टी. प्रसन्ना कुमार ने पुष्टि की है कि इस प्रकार का अनुरोध आईएएस एसोसिएशन और राज्य फिल्म व टेलीविजन विकास निगम से प्राप्त हुआ है। हालांकि, इस पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि फिल्म बिरादरी हमेशा राज्य के नौकरशाहों के साथ सकारात्मक संबंध बनाए रखने की कोशिश करती रही है।
क्या कहता है फिल्म उद्योग?
फिल्म उद्योग इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन मुफ्त स्क्रीनिंग के अनुरोध को लेकर कोई स्पष्ट दिशा तय नहीं की गई है। ऐसे मामलों में संतुलन बनाए रखना उद्योग के लिए एक चुनौती हो सकता है।
आईएएस अधिकारियों की यह पहल और उनकी मांग ने एक नई बहस छेड़ दी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आंध्र प्रदेश फिल्म चैंबर इस अपील पर क्या प्रतिक्रिया देता है। क्या यह मांग पूरी होगी या इसे खारिज किया जाएगा, इसका निर्णय आने वाले दिनों में होगा।