Viral police video India: कहां से आई हो? गार्जियन कहां हैं? भाई-बहन को कपल समझ बैठी पुलिस, अब उठ रहे गंभीर सवाल
Viral police video India: उत्तर प्रदेश के मऊ जिले से सामने आया एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक महिला पुलिस इंस्पेक्टर मंदिर घूमने आए एक भाई और दो बहनों से सख्ती से पूछताछ कर रही हैं। सवाल ऐसे कि जैसे कोई अपराध हो गया हो — “कहां से आई हो?”, “गार्जियन कहां हैं?”, “मां-बाप से बात कराओ।”
मामला मऊ के प्रसिद्ध शीतला माता धाम का है, जहां गाजीपुर जिले के बड़ौरा मिल गांव के रहने वाले एक भाई अपनी दो नाबालिग बहनों के साथ दर्शन के लिए आए थे। लेकिन मंदिर में दर्शन करने आए इन बच्चों को पुलिस ने प्रेमी-प्रेमिका समझ लिया और शक के घेरे में ले लिया।
पूछताछ, वीडियो और बवाल
महिला थाना प्रभारी मंजू सिंह गश्त के दौरान वहां पहुंचीं और तीनों को देखकर पूछताछ शुरू कर दी। नाम, पता, पिता का नाम पूछा गया। इसके बाद संतुष्टि के लिए माता-पिता का नंबर लेकर उनसे फोन पर बात की गई। जब पूरी जानकारी सही पाई गई, तब जाकर बच्चों को जाने दिया गया।
इस दौरान किसी ने पूछताछ का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर डाल दिया। वीडियो वायरल होते ही लोगों की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कोई कह रहा है — “क्या भाई गार्जियन नहीं हो सकता?” तो कोई इसे बच्चों की निजता और सम्मान का उल्लंघन बता रहा है।
पुलिस का पक्ष
महिला थाना प्रभारी का कहना है कि तीनों बच्चे नाबालिग थे, इसलिए सतर्कता के तौर पर पूछताछ की गई और उन्हें जागरूक किया गया। पुलिस का दावा है कि पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद बच्चों को समझाकर छोड़ दिया गया।
लेकिन सवाल यहीं खत्म नहीं होते।
क्या अब भाई-बहन साथ में घर से बाहर भी नहीं जा सकते?
सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या अब भाई-बहन का साथ में बाहर निकलना भी शक की वजह बन गया है?
क्या वे किसी गलत जगह जा रहे थे? क्या वे किसी क्लब, बार या नशे की दुनिया में भटके हुए थे? नहीं। वे माता के मंदिर में दर्शन करने आए थे — एक पवित्र धार्मिक स्थल पर।
आज के दौर में जब शहरों में खुलेआम नशा, अवैध गतिविधियां और अपराध पनप रहे हैं, तब क्या पुलिस का ध्यान ऐसे युवाओं पर नहीं जाना चाहिए जो गलत रास्तों पर हैं? क्या मंदिर आए बच्चों से पूछताछ करना ज्यादा जरूरी था?
इसमें गलत क्या है?
इसमें क्या गलत है अगर कोई लड़की
- अपने भाई के साथ आई हो,
- दोस्त के साथ आई हो,
- या अकेली ही दर्शन करने आई हो?
क्या अब लड़कियों का अकेले घूमना — वो भी मंदिर जैसी जगह पर — इतना बड़ा अपराध हो गया है कि पुलिस माता-पिता को फोन कर-करके सवाल पूछे, बच्चों को डराए और उन्हें फटकार लगाए?
सोचिए, एक अनजान शहर, सामने पुलिस, आसपास भीड़ और कोई वीडियो बना रहा है — उस पल बच्चों के मन पर क्या बीती होगी?
सवाल पुलिस की नीयत पर नहीं, तरीके पर है
यह कहना गलत होगा कि पुलिस को पूछताछ नहीं करनी चाहिए। सुरक्षा जरूरी है। लेकिन किससे, कहां और कैसे सवाल पूछे जाएं — यही असली बात है। अगर हर भाई-बहन को कपल समझा जाएगा, हर लड़की को शक की नजर से देखा जाएगा, तो समाज किस दिशा में जाएगा?
योगी राज में संवेदनशीलता की उम्मीद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक सख्त लेकिन संवेदनशील नेता माना जाता है। धार्मिक स्थलों की गरिमा और महिलाओं की सुरक्षा उनकी प्राथमिकताओं में रही है। ऐसे में उनकी पुलिस से भी यही अपेक्षा की जाती है कि वह संवेदनशीलता और समझदारी के साथ काम करे।
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