अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों ने White House attack मामले जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, उसकी पहचान 29 वर्षीय रहमानुल्लाह लकनवाल के रूप में हुई है।
अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में White House attack ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हमले में एक नेशनल गार्ड सैनिक की मौत हो गई, जबकि दूसरा जवान गंभीर रूप से घायल है। घटना बुधवार दोपहर तब हुई, जब दोनों सैनिक निर्धारित गश्त पर थे और अचानक उन्हें नज़दीक से निशाना बनाया गया।
घटना के बाद तुरंत पूरे क्षेत्र की सुरक्षा बढ़ा दी गई और फेडरल एजेंसियों ने संयुक्त रूप से जांच शुरू कर दी है। वाइट हाउस के आसपास के इलाके को अस्थायी रूप से सील किया गया और आसपास की सड़कों पर सुरक्षा बलों की तैनाती कई गुना बढ़ा दी गई।
White House attack में सारा बैकस्ट्रॉम की मौत, दूसरे जवान की हालत गंभीर
इस हमले में नेशनल गार्ड की 20 वर्षीय सैनिक सारा बैकस्ट्रॉम की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्हें कई गोली के घाव आए थे और डॉक्टरों की टीम ने लंबे प्रयासों के बाद उन्हें बचाने में असमर्थता जताई। दूसरा घायल सैनिक गंभीर स्थिति में आईसीयू में भर्ती है और उसकी हालत स्थिर नहीं मानी जा रही है।
नेशनल गार्ड के अधिकारियों ने बताया कि दोनों सैनिक एक नियमित सुरक्षा पेट्रोल का हिस्सा थे और उन पर नज़दीक से अचानक फायरिंग की गई, जिससे उन्हें बचाव का कोई मौका नहीं मिला।
हमलावर अफगान नागरिक, रहमानुल्लाह लकनवाल की पहचान हुई
अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों ने White House attack मामले जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, उसकी पहचान 29 वर्षीय रहमानुल्लाह लकनवाल के रूप में हुई है। लकनवाल अफगानिस्तान से वर्ष 2021 में अमेरिका आया था और वह शरणार्थी पुनर्वास कार्यक्रम के अंतर्गत प्रवेश किया था। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि वह कुछ समय से वाशिंगटन क्षेत्र में रह रहा था।
अधिकारियों ने बताया कि हमलावर ने घटनास्थल के पास छिपकर इंतज़ार किया और मौके का फायदा उठाते हुए गार्ड सदस्यों पर बेहद नजदीक से गोलियां दागीं। घटना में इस्तेमाल हथियार उसके पास से बरामद कर लिया गया है। सुरक्षा एजेंसियाँ अब उसकी गतिविधियों, संपर्कों और संभावित मकसद की जांच कर रही हैं।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने White House attack को बताया ‘आतंकी हमला’
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना को सीधे रूप से “आतंकी हमला” बताया। सैनिकों को संबोधित एक वीडियो कॉल में उन्होंने कहा कि यह हमला अमेरिका के खिलाफ नफरत और हिंसा की मानसिकता का परिणाम है।
ट्रंप ने मृतक सैनिक सारा बैकस्ट्रॉम को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्हें कुछ देर पहले ही उनके निधन की जानकारी मिली, और यह देश के लिए एक बड़ी क्षति है। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
अफगान शरणार्थियों की फिर से जांच का आदेश, नई इमिग्रेशन पॉलिसी लागू
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि White House attack का हमलावर शरणार्थी कार्यक्रम के तहत अमेरिका में आया था और इसके लिए उन्होंने पूर्ववर्ती बाइडेन प्रशासन की नीतियों को जिम्मेदार बताया। इसके साथ ही, ट्रंप प्रशासन ने घोषणा की कि अफगानिस्तान से आए सभी व्यक्तियों की पुनः जांच की जाएगी। सुरक्षा जोखिम बनने वाले लोगों को देश से हटाने पर विचार होगा तथा इमिग्रेशन प्रक्रियाओं में बड़े स्तर पर बदलाव किए जाएंगे।
अमेरिकी नागरिकता एवं आप्रवासन सेवा (USCIS) ने भी तात्कालिक प्रभाव से अफगान नागरिकों से संबंधित सभी इमिग्रेशन अनुरोधों को अनिश्चित काल तक रोकने की घोषणा की है। एजेंसी ने कहा कि अगली समीक्षा तक किसी नए आवेदन को प्रोसेस नहीं किया जाएगा।
USCIS के बयान के अनुसार, “अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, और नई जांच के बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।”
वाशिंगटन में सुरक्षा कड़ी, 500 अतिरिक्त सैनिक तैनात
हमले के बाद राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने आदेश दिया है कि वाशिंगटन में 500 अतिरिक्त नेशनल गार्ड सैनिक भेजे जाएँ। इससे पहले भी करीब 2,400 सैनिक यहां तैनात थे, जिनमें डीसी नेशनल गार्ड के साथ-साथ अन्य राज्यों से भेजी गई इकाइयाँ शामिल थीं।
गोलीबारी उस स्थान पर हुई जो वाइट हाउस से लगभग 500 मीटर की दूरी पर है, इसलिए इसे सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत गंभीर माना गया।
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