Winter health issues: सर्दियों में बार-बार पेशाब? सिर्फ सर्दी नहीं, हो सकते हैं बड़े इशारे – ये 10 लक्षण नज़रअंदाज़ न करें
Winter health issues: सर्दियों में “बार-बार पेशाब आना” बहुत आम शिकायत है। ठंडी हवाओं और कम पसीने के चलते आपका शरीर अतिरिक्त तरल पानी को पेशाब के जरिए बाहर निकालना चाहता है। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है — लेकिन समस्या तब गंभीर हो सकती है, जब यह आदत लगातार बनी रहे या इसके साथ अन्य स्वास्थ्य लक्षण जुड़ें। ऐसे में इसे हल्के में न लें, क्योंकि यह किडनी, डायबिटीज या किसी संक्रमण की शुरुआत भी हो सकती है।
क्या वजह है सर्दियों में पेशाब के बढ़ने की?
- रक्त वाहिकाओं का सिकुड़ना
ठंडी हवा में आपके शरीर की रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, ताकि गर्मी बनी रहे। लेकिन इससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और किडनी को अधिक तरल पदार्थ फ़िल्टर करना पड़ता है। नतीजा: पेशाब की मात्रा बढ़ जाती है। - पसीना कम आना
सर्दियों में पसीना बहुत कम निकलता है। क्योंकि आपका शरीर गर्म रहने के लिए पसीने से ज्यादा तरल पानी बचाता है, इसलिए वह अतिरिक्त पानी को पेशाब के रूप में बाहर निकाल देता है। - गर्म पेयों का सेवन
चाय, कॉफी या सूप जैसे पेय सर्दी में अधिक पिए जाते हैं। ये पेय मूत्रवर्धक होते हैं, जिसका मतलब है कि ये आपको पेशाब की ओर प्रवृत्त कर सकते हैं। - “कोल्ड डाय्यूरेसिस” (ठंड से प्रेरित मूत्र निर्माण)
ठंड आपके शरीर को ज्यादा यूरिन बनाने के लिए प्रेरित कर सकती है, जिसे मेडिकल भाषा में कोल्ड डाय्यूरेसिस कहा जाता है।
जरुरी चेतावनी: ये 10 लक्षण दिखें – तुरंत डॉक्टर को दिखाएँ
- पेशाब के वक्त जलन या दर्द
यह मूत्र पथ संक्रमण (UTI) का क्लासिक लक्षण हो सकता है। - पेशाब में बदबू या गाढ़ापन
यह किसी संक्रमण या किडनी की समस्या की ओर संकेत कर सकता है। - पेशाब में खून आना
खून वाला पेशाब एक गंभीर संकेत है — स्टोन, किडनी समस्या या अन्य बड़ी समस्या की जांच ज़रूरी है। - अचानक पेशाब की तीव्र इच्छा
यदि अचानक पेशाब करने की अक्सर ज़रूरत महसूस हो, तो यह सामान्य नहीं माना जाना चाहिए। - बुखार, ठंड लगना
किडनी संक्रमण (पाइलोनफ्राइटिस) का संकेत हो सकता है, जिसे तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। - रात के समय बार-बार पेशाब आना (नॉक्टूरिया)
यह डायबिटीज या किडनी की समस्या के शुरुआती संकेत हो सकते हैं। - लगातार प्यास लगना
यह हाई ब्लड शुगर (डायबिटीज) का एक सामान्य लक्षण है जो पेशाब की मात्रा को बढ़ा देता है। - थकान या कमजोरी
किडनी की खराब फ़ंक्शनिंग का संकेत हो सकती है, जिससे आपका शरीर ठीक प्रकार से टॉक्सिन नहीं निकाल पाता। - पीठ, पेट या निचले हिस्से में दर्द
यह किडनी स्टोन या संक्रमण का आम लक्षण हो सकता है। - मूत्राशय पूरा खाली न होने का अहसास
खासकर पुरुषों में यह प्रोस्टेट बढ़ने की ओर संकेत हो सकता है।
संभावित स्वास्थ्य समस्याएँ: सिर्फ सर्दी ही नहीं
मूत्रपथ संक्रमण (UTI)
अगर पेशाब करते समय जलन, बार-बार तलब या बदबू महसूस हो, तो यह संक्रमण की स्थिति हो सकती है। विशेषकर सर्दियों में, अगर आप पर्याप्त पानी न पीएँ, तो UTI का खतरा बढ़ जाता है।
डायबिटीज
बार-बार पेशाब आना हाई ब्लड शुगर का सबसे शुरुआती लक्षण हो सकता है। किडनी ग्लूकोज़ को बाहर निकालने के लिए अधिक यूरिन बनाती है, जिससे पेशाब की मात्रा बढ़ जाती है।
डायबिटीज इंसिपिडस
यह एक दुर्लभ हालत है जिसमें हार्मोन असंतुलन के कारण बहुत अधिक, पतला, और गंधहीन पेशाब बनता है। इसे “जल मधुमेह” भी कहा जाता है।
किडनी रोग
किडनी संक्रमण, चोट, क्रोनिक किडनी डिजीज या किडनी फेल्योर में पेशाब की मात्रा में बदलाव और अन्य लक्षण दिख सकते हैं।
प्रोस्टेट बढ़ना (पुरुषों में)
बढ़ा हुआ प्रोस्टेट मूत्राशय पर दबाव डाल सकता है, जिससे बार-बार पेशाब आना और मूत्र पूरी तरह बाहर न निकल पाना जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
घर में क्या करें – कुछ आसान उपाय
- खूब पानी पिएँ
सर्दियों में भी हाइड्रेशन जरूरी है। दिनभर में संतुलित मात्रा में तरल लें, लेकिन सोने से ठीक पहले बहुत ज़्यादा न पिएँ। - स्वस्थ कपड़े पहनें
अपना शरीर गर्म रखें – टोपी, दस्ताने, गर्म जैकेट आदि का इस्तेमाल करें ताकि आपका शरीर बाहर की ठंड से लड़ सके। - कैफीन और शराब से बचें
चाय, कॉफी या शराब जैसी चीजें मूत्राशय को उत्तेजित कर सकती हैं और पेशाब की दर को बढ़ा सकती हैं। - मूत्राशय डायरी बनायें
यह एक सरल डायरी होती है जिसमें आप लिख सकते हैं कि आप दिन में कितनी बार पेशाब करते हैं, कब जलन हुई, और ठंडे मौसम में कब बाहर रहे। यह डायरी डॉक्टर को दिखाने में मददगार होती है। - पेल्विक व्यायाम करें
कीगल्स जैसे एक्सरसाइज पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं और मूत्राशय को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
कब डॉक्टर को दिखाना चाहिए?
अगर आपके भीतर निम्न में से कोई भी परेशानी हो रही है:
- जलन, दर्द या बुखार के साथ पेशाब
- पेशाब में खून
- लगातार थकान या कमजोरी
- रात में बहुत बार उठकर पेशाब जाना
- पेशाब में बदलाव, गंध या रंग में असामान्यता
तो डॉक्टर से मिलना बिल्कुल जरूरी है। यह सिर्फ सर्दी का इंतज़ार नहीं, बल्कि किसी गंभीर समस्या की शुरुआत हो सकती है।
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