World Arthritis Day (WAD) हर साल 12 अक्टूबर को मनाया जाता है ताकि गठिया और अन्य रुमेटिक और मस्कुलोस्केलेटल बीमारियों (RMDs) के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाई जा सके। इन बीमारियों के बारे में वैश्विक स्वास्थ्य चर्चाओं में कम ही बात होती है, फिर भी ये दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती हैं।
आर्थराइटिस और रुमेटिज्म इंटरनेशनल (ARI) द्वारा 1996 में स्थापित, WAD उन शारीरिक, भावनात्मक और सामाजिक प्रभावों की महत्वपूर्ण याद दिलाता है जो गठिया लोगों के दैनिक जीवन पर डालता है।
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ToggleWorld Arthritis Day 2024 थीम:
World Arthritis Day 2024 थीम, “Informed Choices, Better Outcomes,” लोगों को सटीक जानकारी के साथ सशक्त बनाने के महत्व को रेखांकित करती है ताकि वे अपने स्वास्थ्य के बारे में एक इन्फोर्मेड निर्णय ले सकें।
World Arthritis Day 2024: RMDs का प्रचलन और प्रभाव
रुमेटिक और मस्कुलोस्केलेटल बीमारियाँ (RMDs) 200 से अधिक बीमारियों का एक समूह हैं जो जोड़ों, मांसपेशियों, हड्डियों और कनेक्टिव टिस्सुस को प्रभावित करती हैं। इनमें ऑस्टियोआर्थराइटिस, रुमेटॉइड आर्थराइटिस, गाउट और ल्यूपस जैसी प्रसिद्ध बीमारियाँ शामिल हैं, जो लोगों की चलने फिरने और जीवन की गुणवत्ता को गंभीर रूप से प्रभावित करती हैं।
केवल यूरोप में ही 120 मिलियन से अधिक लोग RMDs के साथ जी रहे हैं, जिनमें से कई का डायग्नोसिस नहीं हुआ है या गलत डायग्नोसिस हुआ है। इन बीमारियों के बारे में जागरूकता की कमी न केवल मरीजों के शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, बल्कि उनके सामाजिक और भावनात्मक कल्याण पर भी प्रभाव डालती है। काम करने, पारिवारिक गतिविधियों में शामिल होने, या स्वतंत्रता बनाए रखने में असमर्थता अक्सर आत्म-सम्मान में कमी और कल्याणकारी प्रणालियों पर बढ़ती निर्भरता का कारण बनती है।
RMDs सबसे आम बिना फैलने वाली बीमारियों में से एक हैं और अक्सर इन्हे नजरअंदाज कर दिया जाता हैं। इन स्थितियों का दीर्घकालिक स्वभाव वैश्विक स्वास्थ्य प्रणालियों पर भारी बोझ डालता है, जिससे स्वास्थ्य देखभाल की लागत में वृद्धि होती है और कार्यबल की भागीदारी में कमी आती है।
रुमेटोलॉजी में स्वास्थ्य पेशेवरों की भूमिका
RMDs से पीड़ित लोगों के लिए उचित देखभाल प्राप्त करने में एक प्रमुख बाधा चिकित्सा शिक्षा और जागरूकता में अंतर है। जनरल physicians अक्सर मरीजों के लिए पहला संपर्क बिंदु होते हैं, लेकिन कई GPs को RMDs की पहचान करने और इलाज करने के बारे में सीमित प्रशिक्षण मिलता है। इस अंतर का परिणाम देरी से या गलत डायग्नोसिस होता है, जिससे बीमारी के बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। और जब मरीज विशेषज्ञ के पास भेजे जाते हैं तो उनकी बिमारी काफी बढ़ चुकी होती है।
रुमेटोलॉजिस्ट, नर्स, फिजियोथेरेपिस्ट, और मनोवैज्ञानिक RMDs के प्रबंधन और उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि, इन पेशेवरों की उपलब्धता सीमित है, विशेष रूप से निम्न और मध्यम आय वाले देशों में। कई मामलों में, मरीजों को आवश्यक विशेषज्ञ देखभाल नहीं मिल पाती, जिससे उनके स्वास्थ्य परिणाम खराब होते हैं।
स्थिति और भी जटिल हो जाती है क्योंकि विश्व स्तर पर रुमेटोलॉजिस्ट की कमी है। विशेषज्ञ देखभाल तक पहुंचने के लिए अक्सर मरीजों को लंबा इंतजार और यात्रा करनी पड़ती है। RMDs से पीड़ित लोगों के लिए बेहतर देखभाल प्रदान करने के लिए रुमेटोलॉजी और संबंधित क्षेत्रों में अधिक स्वास्थ्य पेशेवरों की आवश्यकता है।
रुमेटोलॉजी अनुसंधान में प्रगति
पिछले दो दशकों में रुमेटोलॉजी ने जबरदस्त प्रगति देखी है। RMDs पर किए गए अनुसंधान ने अधिक प्रभावी दवाओं, नई उपचार रणनीतियों और बेहतर देखभाल मॉडलों के विकास को बढ़ावा दिया है। शारीरिक चिकित्सा, पोषण, और मनोवैज्ञानिक उपचार RMDs के प्रबंधन में महत्वपूर्ण घटक के रूप में प्रसिद्द हो रहे हैं।
हालांकि, इन प्रगति के बावजूद, कई RMDs अभी भी पर्याप्त रूप से समझे नहीं गए हैं, और आम जनता अक्सर हो रही प्रगति से अनजान होती है। रुमेटोलॉजी के क्षेत्र को अनुसंधान के लिए सार्वजनिक फंडिंग की कमी का भी सामना करना पड़ता है, जो नए उपचारों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
RMDs कई और बीमारियों को साथ ले कर आती है, जिनमें हृदय रोग और कुछ कैंसर शामिल हैं। लंबे समय तक शरीर में सूजन, जो कई RMDs में सामान्य है, इन गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के development में योगदान करते हैं। RMDs पर शोध में निवेश करना न केवल इन स्थितियों से पीड़ित लोगों के जीवन में सुधार कर सकता है, बल्कि उन अन्य बीमारियों के जोखिम को भी कम कर सकता है जो पुरानी सूजन से जुड़ी होती हैं।
शीघ्र डायग्नोसिस और आत्म-प्रबंधन का महत्व
World Arthritis Day का एक मुख्य संदेश है शीघ्र बिमारी का पता चलना और समय पर हस्तक्षेप का महत्व। RMDs की जल्द पहचान होने से बीमारी की प्रगति को रोका जा सकता है और मरीजों को बेहतर जीवन गुणवत्ता बनाए रखने में मदद मिल सकती है। गठिया के कई रूप, जैसे कि रुमेटॉइड आर्थराइटिस, अगर जल्दी इलाज न किया जाए तो जोड़ों में विकृति और गंभीर दर्द का कारण बन सकते हैं।
आत्म-प्रबंधन RMDs के साथ जीने का एक महत्वपूर्ण पहलू है। जो मरीज अपनी स्थिति के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं, वे उपचार योजनाओं का पालन करने और जीवनशैली में ऐसे बदलाव करने की अधिक संभावना रखते हैं जो लक्षणों को कम कर सकते हैं। World Arthritis Day 2024 की थीम “Informed Choices, Better Outcomes” इस बात पर जोर देती है कि लोगों को उनकी स्वास्थ्य देखभाल के बारे में इन्फोर्मेड निर्णय लेने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करना कितना महत्वपूर्ण है। आज की डिजिटल दुनिया में, मरीज अक्सर जानकारी की अधिकता का सामना करते हैं, जिनमें से कुछ भ्रामक हो सकती हैं। यह आवश्यक है कि स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता मरीजों का विश्वसनीय संसाधनों की ओर मार्गदर्शन करें और उन्हें उनकी देखभाल के बारे में निर्णय लेने में मदद करें।
पतझड़ के दौरान Arthritis का प्रबंधन
पतझड़ का मौसम, जब तापमान गिरता है और आर्द्रता बदलती है, तो कई लोगों के लिए गठिया के लक्षणों को बढ़ा सकता है। ठंडा मौसम जोड़ों में कठोरता और असुविधा का कारण बन सकता है, जिससे गठिया वाले व्यक्तियों के लिए सक्रिय रहना मुश्किल हो जाता है। हालांकि, इस मौसम में लक्षणों का प्रबंधन करने के लिए कई रणनीतियाँ हैं:
- सक्रिय रहें: चलने, तैराकी या योग जैसे कम प्रभाव वाले व्यायाम करने से जोड़ों को लचीला रखने और कठोरता को कम करने में मदद मिल सकती है।
- गर्म कपड़े पहनें: परतदार कपड़े पहनने से शरीर की गर्मी बनी रहती है, विशेष रूप से घुटनों और कोहनी जैसे संवेदनशील जोड़ों के आसपास, जिससे असुविधा कम होती है।
- गर्मी चिकित्सा: हीटिंग पैड, गर्म स्नान, या इलेक्ट्रिक कंबल का उपयोग रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देने और जोड़ों की कठोरता को दूर करने में सहायक होता है।
- स्वस्थ आहार: ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे कि फैटी मछली, पत्तेदार सब्जियाँ और हल्दी, सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- हाइड्रेटेड रहें: ठंडे महीनों में भी, बहुत सारा पानी पीने से जोड़ों को लुब्रिकेट रखने और कठोरता को रोकने में मदद मिलती है।
- नियमित रूप से स्ट्रेचिंग करें: जोड़ों की लचीलापन में सुधार करने और दर्द को कम करने के लिए धीरे-धीरे स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करना फायदेमंद होता है।
- तनाव प्रबंधन करें: तनाव सूजन को ट्रिगर कर सकता है और गठिया के लक्षणों को बढ़ा सकता है। ध्यान और माइंडफुलनेस जैसी विश्राम तकनीकों से तनाव कम किया जा सकता है और फ्लेयर-अप को रोका जा सकता है।
World Arthritis Day उन लाखों लोगों की समस्याओं को उजागर करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है जो RMDs से प्रभावित होते हैं। उत्तरी आयरलैंड में, World Arthritis Day के समर्थन में प्रमुख इमारतों को नीले रंग से रोशन किया जाता है, जिससे Arthritis के प्रति जागरूकता बढ़ती है और इस बीमारी का समुदायों पर पड़ने वाले प्रभाव को समझने में मदद मिलती है।
Arthritis के साथ जीना कई चुनौतियाँ पेश करता है, लेकिन सही देखभाल के साथ, व्यक्ति एक संतोषजनक जीवन जी सकते हैं। जागरूकता बढ़ाकर, शीघ्र डायग्नोसिस को बढ़ावा देकर, और आत्म-प्रबंधन के महत्व पर जोर देकर, World Arthritis Day का उद्देश्य RMDs से प्रभावित लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है।
World Arthritis Day गठिया और RMDs के बारे में जागरूकता बढ़ाने के महत्व की याद दिलाता है। केवल यूरोप में ही 120 मिलियन से अधिक लोग इन बीमारियों से प्रभावित हैं, इसलिए बेहतर जानकारी, स्वास्थ्य देखभाल, और उपचार तक पहुंच की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।
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