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“कुपोषण: छुपी हुई भूख जो शरीर को अंदर से खोखला कर देती है!”

कुपोषण
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Health Care: कुपोषण विश्व भर में एक गंभीर समस्या है. जब इंसान जरूर से ज्यादा पतला या कमजोर होता है तो उसे आम तौर पर कुपोषण का शिकार माना जाता है ए जानते हैं कुपोषण क्या है, क्या है कुपोषण का उपाय, किस वजह से व्यक्ति कुपोषण का शिकार होता है, और किन बातों का ध्यान रखना अत्यंत जरूरी है.

कुपोषण क्या है

कुपोषण एक ऐसी समस्या है जो भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व भर में गंभीर बनती जा रही है. कुपोषण एक ऐसी स्थिति है जिसमें मानव शरीर को सही ऊर्जा और पोषण नहीं मिल पाता. भोजन में व्यक्ति के शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कई पोषण मौजूद होते हैं जैसे प्रोटीन, carbohydrate, vitamin, और अन्य पोषण तत्व. जब हमारे खाने में इन सभी तत्वों की मात्रा जरूरत से ज्यादा कम होती है और शरीर को यह पोषण नहीं मिल पाए तो व्यक्ति कुपोषण का शिकार हो जाता है.
कुपोषण के दो प्रकार होते हैं

अल्पपोषण ( undernutrition): इस तिथि में आपके शरीर को सही से पोषण प्राप्त नहीं हो पाते हैं, जिसकी वजह से आप कई दिक्कतों का सामना कर सकते हैं . स्थिति में आपकी हाइट और आपका वेट आपकी उम्र के हिसाब से और आपकी उम्र के अन्य बच्चों के हिसाब से काम होता है.

अतिपोषण ( undernutrition) : स्थिति में आपके शरीर को जरूर से ज्यादा पोषण मिल जाता है जिसके कारण आप मोटापे का सामना कर सकते हैं जिसके कारण आप हृदय रोग और कैंसर के मरीज बन सकते हैं)

कुपोषित बच्चों के लिए संस्था

पूरे विश्व में कुपोषण को गंभीरता से लिया जाता है. भारत देश में भी कुपोषण के खिलाफ कई अभियान चल रहे हैं. झारखंड में भी कुपोषण के विरुद्ध लोग अपनी आवाज उठा रही है. कुपोषण को कैसे रोका जा सकता है और इसका क्या उपचार है इसके लिए कई संस्था केंद्र कुपोषण के उपचार के लिए काम कर रही है ,और इसका अलग से एक केंद्र भी बनाया गया है।

केंद्र में बच्चों का मुफ्त इलाज होता है. कुपोषित बच्चों को पोषण प्रदान किया जाता है. कुपोषण उपचार केंद्र में 5 वर्ष से कम व गंभीर रूप से कुपोषित बच्चे आते हैं, और डॉक्टर और पोषण सुविधा प्रदान करने वाले लोग उनका ध्यान रखते हैं. उन बच्चों को 15 दिनों तक अस्पताल में भर्ती कराया जाता है और बच्चों को उचित पोषण दिया जाता है जिसके कारण उनकी स्थिति पहले से बेहतर होने लगती है. कुपोषण केंद्र में बच्चों की देखभाल के लिए मेडिकल ऑफिसर, चार केयर टेकर नर्स, न्यूट्रिशन, मौजूद रहते हैं। सभी बच्चों का अलग-अलग मेनू होता है इसके हिसाब से उनका खाना दिया जाता है।

कुपोषण के लक्षण

जो भी व्यक्ति कुपोषण का शिकार होता है,उसको आप देखकर ही पहचान सकते हैं । आप देख कर ही अनुमान लगा सकते हैं कि बच्चा कितना कमजोर है और अन्य बच्चों के हिसाब से इसमें आहार की कमी है। इसके अलावा भी कई अन्य लक्षण है जैसे –

यह सभी लक्षण है जिनकी वजह से डॉक्टर समझ पाता है कि आपको पोषण के मैरिज है या नहीं।

गंभीर मामल

इसके अलावा कुपोषण के कई गंभीर मामले सामने आए हैं जिसमें –

कुपोषण के कारण।

कुपोषण के कई कारण हो सकते हैं। अगर आपका पर्यावरण ही खराब है तो आपको पोषण के शिकार हो सकते हैं इसके अलावा अगर आपकी आर्थिक स्थिति सही नहीं है जिसकी वजह से आप प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट और अन्य पौष्टिक तत्व अपने आहार में मिला नहीं सकते तो आपको कुपोषण का शिकार होने से कोई नहीं रोक सकता। अगर आप पहले से किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त है और दवाइयां के कारण आपकी स्थिति गंभीर है तो भी आपको पोषणके शिकार हो सकते हैं।
कुपोषण के कई अन्य कारण भी है जैसे

कैसे बच सकते हैं कुपोषण से।

आप अपने खाने में कुछ जरूरी चीज और फैट वाली चीज मिल सकते हैं जिसकी मदद से आपके शरीर में फैट की मात्रा ज्यादा होगी इसी के साथ ही आप अपनी प्रोटीन इनटेक को बढ़ा सकते हैं।

ब्रेड ,चावल, आलू  का सेवन करें। में आहार में ऊर्जा और कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है जिससे आपकी शरीर को कैलोरीज मिलेगी।

दूध ,दही का सेवन ज्यादा करें

फल और हरी सब्जियां जरूर खाएं। हरी सब्जियां और फलों में विटामिन होता है और फलों में फाइबर होता है जिससे आपके शरीर में ऊर्जा प्राप्त होगी और चेहरे में चमक आएगी।

मांस ,मछली और अंडे का सेवन करें । मांस मच्छी में प्रोटीन बहुत ज्यादा पाया जाता है जिससे शरीर को बनाने में इनका अच्छा योगदान हो जाता है।

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