International Migrants Day: अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस ( International Migrants Day ) हर साल 18 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिवस प्रवासियों के अधिकारों को सुरक्षित करने और उनके योगदान को पहचानने के लिए वैश्विक स्तर पर मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य प्रवासियों की स्थिति को सुधारना और उनके सामने आने वाली चुनौतियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
International Migrants Day: इतिहास और महत्व
International Migrants Day: 18 दिसंबर 1990 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रवासी कामगारों और उनके परिवार के सदस्यों के अधिकारों के संरक्षण के लिए एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का मसौदा अपनाया था। इसके बाद, वर्ष 2000 में 18 दिसंबर को आधिकारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस के रूप में घोषित किया गया।
International Migrants Day: प्रवासियों क्या है।
International Migrants Day: प्रवासी वे लोग होते हैं जो किसी अन्य देश या क्षेत्र में बेहतर आजीविका, शिक्षा, सुरक्षा, या अन्य कारणों से पलायन करते हैं। इसमें शरणार्थी, कामगार, छात्र, और अन्य प्रकार के प्रवासी शामिल होते हैं।
International Migrants Day: प्रवासन के कारण
1. आर्थिक कारण: रोजगार के बेहतर अवसरों के लिए।
2. शिक्षा: उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा पाने के लिए।
3. राजनीतिक और सामाजिक कारण: युद्ध, संघर्ष या उत्पीड़न के कारण।
4. जलवायु परिवर्तन: प्राकृतिक आपदाओं और जलवायु संकट के चलते।
5. स्वास्थ्य: बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए।
International Migrants Day: प्रवासी समुदायों की चुनौतियाँ
1. असमानता: कई बार प्रवासियों को भेदभाव और असमान अवसरों का सामना करना पड़ता है।
2. कानूनी समस्याएँ: दस्तावेज़ों की कमी और कानूनी जटिलताएँ।
3. शोषण: प्रवासी श्रमिक अक्सर कम वेतन और ख़राब कार्य स्थितियों का सामना करते हैं।
4. सामाजिक असुरक्षा: नए समाज में घुलने-मिलने में कठिनाई।
5. भाषा और संस्कृति: भाषा और सांस्कृतिक भिन्नताओं के कारण समस्याएँ।
International Migrants Day: प्रवासन के लाभ
1. आर्थिक योगदान: प्रवासी लोग अपने कार्यक्षेत्रों में आर्थिक विकास में योगदान देते हैं।
2. रेमिटेंस (विदेशी धन भेजना): प्रवासी अपने परिवारों को धन भेजते हैं, जो गृहनगर की आर्थिक स्थिति को सुधारता है।
3. संस्कृति का आदान-प्रदान: प्रवास से विभिन्न संस्कृतियों का मिलन होता है।
4. तकनीकी विकास: प्रवासी लोग अपने कौशल और ज्ञान का आदान-प्रदान करते हैं।
International Migrants Day: महामारी के दौरान प्रवासियों की स्थिति
कोविड-19 महामारी के दौरान प्रवासी मजदूरों और अन्य समुदायों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। लॉकडाउन, रोजगार की कमी, और घर लौटने की मजबूरी जैसे मुद्दे उभरकर सामने आए।
International Migrants Day: 2023 का विषय (थीम)
हर साल, अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस के लिए एक विशेष विषय निर्धारित किया जाता है। वर्ष 2023 का थीम था:
“Migrants’ Resilience and Contributions”
इसका उद्देश्य प्रवासियों की सहनशक्ति और उनके विकास में दिए गए योगदान को स्वीकार करना था।
International Migrants Day: भारत में प्रवासियों की स्थिति
भारत में बड़ी संख्या में लोग रोजगार की तलाश में शहरों और अन्य देशों की ओर पलायन करते हैं।
1. प्रवासी मजदूर: देश के विभिन्न हिस्सों में उद्योग, कृषि, और निर्माण कार्यों में कार्यरत हैं।
2. अंतरराष्ट्रीय प्रवासी: खाड़ी देशों, अमेरिका, यूरोप, और अन्य देशों में भारतीय समुदायों का बड़ा हिस्सा है।
3. रेमिटेंस: विश्व बैंक के अनुसार, भारत विश्व का सबसे बड़ा रेमिटेंस प्राप्त करने वाला देश है।
International Migrants Day: निष्कर्ष
International Migrants Day: अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस प्रवासियों के संघर्षों और उनके द्वारा दिए गए योगदान को पहचानने का अवसर है। यह दिवस हमें प्रवासियों की समस्याओं को दूर करने और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए काम करने की प्रेरणा देता है।
संयुक्त राष्ट्र, सरकारें, और विभिन्न संगठनों को मिलकर प्रवासियों के लिए बेहतर नीतियाँ बनाने की ज़रूरत है ताकि प्रवासन का अनुभव सभी के लिए सुरक्षित, सम्मानजनक और लाभकारी हो।
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