
हेल्थ अलर्ट : क्या कैंसर दोबारा हो सकता है? जानिए विशेषज्ञों की राय और बचाव के उपाय
हेल्थ अलर्ट :कैंसर को लेकर सबसे बड़ा डर यह होता है कि क्या इलाज के बाद भी यह बीमारी दोबारा लौट सकती है? विशेषज्ञों की मानें तो हां, कैंसर दोबारा हो सकता है। इसे “कैंसर की पुनरावृत्ति” (Cancer Recurrence) कहा जाता है। इसका मतलब है कि एक बार सफल इलाज के बाद भी शरीर में कहीं न कहीं फिर से कैंसर की कोशिकाएं सक्रिय हो सकती हैं।
आइये पहले जानते हैं, कैंसर क्या है?
कैंसर तब होता है जब शरीर की कोशिकाएँ अनियंत्रित तरीके से बढ़ती हैं। ये कैंसर कोशिकाएँ ट्यूमर (ऊतक की गांठ) बना सकती हैं। वे आस-पास के स्वस्थ ऊतकों पर भी आक्रमण कर उन्हें नष्ट कर सकती हैं।
कभी-कभी कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़कर ट्यूमर बना लेती हैं, लेकिन फैलती नहीं हैं। इन्हें ‘ सौम्य ‘ कैंसर के रूप में जाना जाता है।
कुछ कोशिकाएँ आस-पास के क्षेत्रों या शरीर के अन्य भागों में फैलती हैं, या फैलने में सक्षम होती हैं। इन कैंसरों को ‘घातक’ कहा जाता है। जब कैंसर आपके शरीर के अन्य भागों में फैलता है, तो इसे ‘मेटास्टेसिस’ कहा जाता है।
कैंसर दोबारा किस प्रकार हो सकता है।
कैंसर के पुनरावृत्ति होने के मुख्यतः तीन प्रकार होते है।
1. स्थानीय पुनरावृत्ति (Local Recurrence): जब कैंसर उसी स्थान पर दोबारा हो जहाँ पहले था, तो इसे स्थानीय पुनरावृत्ति कहा जाता है।
2. क्षेत्रीय पुनरावृत्ति (Regional Recurrence): कैंसर जब उसके आसपास के ऊतकों या लिम्फ नोड्स (lymph nodes) में फैलता है।
3. दूरस्थ पुनरावृत्ति (Distant Recurrence): जब कैंसर शरीर के किसी अन्य भाग जैसे कि फेफड़े, यकृत, मस्तिष्क या हड्डियों में फैल जाए, इसे मेटास्टेसिस भी कहा जाता है।
कैंसर दोबारा क्यों होता है?
इलाज के बाद भी शरीर में कुछ कैंसर कोशिकाएं बच सकती हैं जो बहुत कम स्तर पर होती हैं और टेस्ट में दिखाई नहीं देतीं। समय के साथ ये कोशिकाएं फिर से बढ़ने लगती हैं और दोबारा कैंसर का कारण बनती हैं।
कैंसर दोबारा होने के मुख्य कारणों में शामिल हैं:
- कैंसर के प्रकार और स्टेज
- इलाज की प्रक्रिया (सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन आदि)
- मरीज की उम्र, इम्यून सिस्टम और लाइफस्टाइल
- जेनेटिक फैक्टर और पारिवारिक इतिहास
- कैंसर वापस आने की संभावना किन कैंसरों में ज्यादा होती है?
कुछ प्रकार के कैंसर, जैसे कि ब्रेस्ट कैंसर, कोलोन कैंसर, ब्लड कैंसर (ल्यूकेमिया), और ओवेरियन कैंसर में पुनरावृत्ति की संभावना ज्यादा होती है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि हर मरीज में यह दोबारा होगा।
इसका ध्यान कैसे रखे।
विशेषज्ञों का मानना है कि इलाज के बाद भी ध्यान रहना बेहद जरूरी है। इसके लिए कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए:
- नियमित फॉलो-अप: डॉक्टर द्वारा निर्धारित जांच समय पर कराना |
- सही जीवनशैली: संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और तनाव से बचाव।
- धूम्रपान और शराब से दूरी: ये दोनों ही कैंसर के दोबारा होने की संभावना बढ़ा सकते हैं |
- शरीर में बदलाव पर नजर: किसी भी असामान्य लक्षण जैसे गांठ, दर्द, थकावट या वजन में अचानक बदलाव को नज़रअंदाज़ न करे|
क्या कैंसर का पूरी तरह इलाज संभव है?
एक्सपर्ट्स का मन्ना है अगर कैंसर शुरवाती समय पर पकड़ में आ जाए तो इसका इलाज संभव है। दोबारा इलाज में सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन, या इम्यूनोथेरेपी जैसे विकल्प अपनाए जा सकते हैं। नए शोध और तकनीकों के कारण आज इलाज पहले की तुलना में अधिक प्रभावी हो गया है।
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