
Covid-19 India Update: देश में बढ़ते कोरोना मामले, बच्चों में संक्रमण और नए वैरिएंट्स LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 की जानकारी
Covid-19 India Update: देश में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है। ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार तक देशभर में 1912 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। यह चिंता की बात है क्योंकि कुछ हफ्ते पहले तक केस काफी कम हो गए थे।
नवजात और बच्चों में भी संक्रमण
गुजरात के अहमदाबाद में एक दिन के नवजात शिशु की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस बच्चे को अस्पताल के ICU (गहन चिकित्सा इकाई) में भर्ती किया गया है और उसकी हालत पर डॉक्टर्स लगातार नजर रख रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, पिछले हफ्ते बच्चे की मां भी कोरोना पॉजिटिव थीं, लेकिन अब उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है।
इसके अलावा एक और मामला सामने आया है, जिसमें 8 महीने की एक बच्ची को कोरोना के कारण सांस लेने में दिक्कत हो रही है और उसे गुरुवार से ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।
Covid-19 India Update: मौतों का आंकड़ा भी बढ़ा
देश में अब तक कोरोना से 15 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा 6 मौतें महाराष्ट्र में दर्ज की गई हैं। महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना के साथ-साथ फ्लू (Influenza) और सांस से जुड़ी बीमारियों को लेकर सर्वेक्षण शुरू किया है ताकि संक्रमण के फैलाव को समय पर रोका जा सके।
Covid-19 India Update: केरल में सबसे ज्यादा एक्टिव केस
केरल में इस समय कोरोना के सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं। यहां 727 मरीजों का इलाज चल रहा है। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया कि राज्य में ओमिक्रॉन वैरिएंट JN का नया प्रकार LF.7 सामने आया है, जो ज्यादा तेजी से फैल सकता है।
Covid-19 India Update: केंद्र सरकार भी सतर्क
केंद्रीय मंत्री प्रतापराव जाधव ने बयान दिया है कि केंद्र सरकार का स्वास्थ्य विभाग और आयुष मंत्रालय पूरी तरह से सतर्क हैं और देशभर में कोरोना की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। सरकार सभी राज्यों को जरूरी सलाह और संसाधन मुहैया करा रही है।
महाराष्ट्र में 9 हजार से ज्यादा कोविड टेस्ट, मुंबई में मई में तेजी से बढ़े मामले
देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। महाराष्ट्र में भी संक्रमण के केस बढ़ने लगे हैं, जिसके चलते राज्य सरकार ने टेस्टिंग की रफ्तार तेज कर दी है।
Covid-19 India Update: महाराष्ट्र में 79 नए मामले
महाराष्ट्र सरकार के अनुसार, गुरुवार को राज्य में कोविड के 79 नए मामले दर्ज किए गए। मुंबई में जनवरी 2025 से अब तक कुल 425 कोरोना केस सामने आ चुके हैं।
- जनवरी और फरवरी में एक-एक केस
- अप्रैल में चार केस
- लेकिन सिर्फ मई महीने में ही 373 केस सामने आए, जो एक बड़ा उछाल है।
इन सभी मामलों की पहचान और नियंत्रण के लिए राज्य में जनवरी से लेकर अब तक कुल 9,592 कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं।
Covid-19 India Update: जम्मू-कश्मीर में भी कोरोना की दस्तक
उधर, जम्मू-कश्मीर में भी कोविड-19 के नए केस सामने आए हैं। गुरुवार को यहां दो नए मामले दर्ज किए गए। ये दोनों मरीज केरल के रहने वाले छात्र हैं, जो श्रीनगर के गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं। इन छात्रों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है और स्वास्थ्य विभाग ने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी है।
भारत में कोविड-19 के चार नए वैरिएंट की पहचान और उनके बारे में ICMR तथा WHO की प्रतिक्रिया से कुछ जरूरी बातें सामने आती हैं:
नए वैरिएंट कौन-कौन से हैं?
- LF.7
- XFG
- JN.1 (पहले से मौजूद और अब भी सबसे आम)
- NB.1.8.1 – इसमें A435S, V445H, और T478I जैसे म्यूटेशन हैं, जो इसे अधिक संक्रामक बना सकते हैं।
किन क्षेत्रों में ये वैरिएंट मिले हैं?
दक्षिण और पश्चिम भारत के राज्यों से लिए गए सैंपलों की जीनोमिक सीक्वेंसिंग (genomic sequencing) में ये वैरिएंट मिले हैं।
अन्य क्षेत्रों में भी नमूने लिए जा रहे हैं ताकि स्थिति का आकलन किया जा सके।
गंभीरता कितनी है?
अभी तक के मामलों में गंभीर लक्षण नहीं देखे गए हैं।
WHO ने इन्हें “Watch List” में रखा है, यानी अभी चिंता का विषय नहीं, लेकिन इन पर नजर रखी जा रही है।
WHO के अनुसार – LF.7 वैरिएंट क्या है?
LF.7 कोविड-19 वायरस (SARS-CoV-2) का एक नया वैरिएंट है, जिसकी पहचान हाल ही में भारत के दक्षिण और पश्चिम राज्यों में हुई है। यह वैरिएंट अभी वैज्ञानिक निगरानी में है और इसके बारे में कुछ शुरुआती जानकारियाँ सामने आई हैं, लेकिन यह अभी तक कोई Variant of Concern नहीं माना गया है।
LF.7 से जुड़ी प्रमुख बातें:
क्या LF.7 वैरिएंट से घबराने की जरूरत है?
नहीं, अभी तक मिले आंकड़ों के अनुसार:
- इसके कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले मामलों में वृद्धि नहीं हुई है।
- लक्षण सामान्य हैं और ज़्यादातर मामलों में घरेलू इलाज से ठीक हो रहे हैं।
- ICMR और WHO दोनों का कहना है कि यह वैरिएंट अभी गंभीर चिंता का विषय नहीं है, लेकिन इस पर नजर रखी जा रही है।
XFG वैरिएंट क्या है?
XFG वैरिएंट COVID-19 का एक नया उप-प्रकार है, जो Omicron वैरिएंट की उप-शाखा JN.1 से उत्पन्न हुआ है। यह वैरिएंट हाल ही में भारत के कुछ राज्यों जैसे गुजरात और ओडिशा में पाया गया है, और इसके मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं।
XFG वैरिएंट की प्रमुख विशेषताएँ:
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XFG, Omicron के JN.1 वैरिएंट से विकसित हुआ है, जो 2023 के अंत में वैश्विक स्तर पर प्रमुख था।
प्रमुख लक्षण:
इस वैरिएंट के संक्रमण में एक नया सामान्य लक्षण गले में खराश या आवाज़ में भारीपन (hoarseness) देखा गया है, जो इसे अन्य वैरिएंट्स से अलग बनाता है।
संक्रमण फैलने की क्षमता:
XFG में कुछ म्यूटेशन हैं जो इसे मानव फेफड़ों की कोशिकाओं से अधिक मजबूती से जुड़ने में सक्षम बनाते हैं, जिससे इसकी संक्रमण फैलाने की क्षमता बढ़ सकती है। हालांकि, अब तक यह वैरिएंट गंभीर बीमारी का कारण नहीं बना है।
वैक्सीन प्रभावशीलता:
प्रारंभिक अध्ययनों के अनुसार, वर्तमान में उपलब्ध COVID-19 वैक्सीन गंभीर बीमारी और अस्पताल में भर्ती से सुरक्षा प्रदान करती हैं, हालांकि संक्रमण की संभावना बनी रह सकती है।
भारत में स्थिति:
- गुजरात: 27 मई 2025 तक, गुजरात में XFG और LF.7 वैरिएंट्स के मामले सामने आए हैं, और राज्य में कुल 83 सक्रिय COVID-19 मामले दर्ज किए गए हैं।
- ओडिशा: मई 2025 में किए गए जीनोम अनुक्रमण में 5 नमूनों में से 3 में XFG वैरिएंट पाया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वैरिएंट अधिक संक्रामक हो सकता है, लेकिन गंभीर बीमारी का कारण नहीं बनता।
JN.1 वैरिएंट क्या है?
JN.1 वैरिएंट COVID-19 का एक नया उप-रूप (subvariant) है, जो Omicron वैरिएंट की एक शाखा से जुड़ा हुआ है। इसे वैज्ञानिक रूप से Omicron BA.2.86.1.1 भी कहा जाता है।
मुख्य बातें JN.1 वैरिएंट के बारे में:
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उत्पत्ति (Origin):
यह सबसे पहले 2023 में सामने आया और तब से कई देशों में फैल चुका है। -
संक्रमण फैलाने की क्षमता:
JN.1 बहुत तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है। इसमें ऐसे म्यूटेशन हैं जो इसे इम्यून सिस्टम से बचने में मदद कर सकते हैं, इसलिए यह पहले से संक्रमित या वैक्सीन लगवा चुके लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। -
लक्षण (Symptoms):
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खांसी
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गले में खराश
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बुखार या हल्का बुखार
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थकान
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नाक बहना या बंद होना
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सिरदर्द
गंभीर लक्षण कम ही देखे गए हैं, खासकर उन लोगों में जिन्हें वैक्सीन लगी हुई है।
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वैक्सीन और सुरक्षा:
वर्तमान वैक्सीन JN.1 से आंशिक सुरक्षा प्रदान करती हैं, विशेष रूप से गंभीर बीमारी और हॉस्पिटलाइज़ेशन से बचाव में। कई देशों में इसे ध्यान में रखते हुए वैक्सीन को अपडेट भी किया गया है। -
WHO का वर्गीकरण:
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने JN.1 को एक “Variant of Interest” घोषित किया है, यानी उस पर निगरानी की जा रही है।
NB.1.8.1 वैरिएंट क्या है?
NB.1.8.1 वैरिएंट COVID-19 का एक नया उपप्रकार है, जो Omicron वैरिएंट की एक शाखा से विकसित हुआ है। इसे जनवरी 2025 में पहली बार पहचाना गया था और तब से यह कई देशों में फैल चुका है।
NB.1.8.1 वैरिएंट की प्रमुख विशेषताएँ:
उत्पत्ति और फैलाव:
NB.1.8.1, Omicron के XDV उपवंश से उत्पन्न हुआ है। यह वैरिएंट अब तक 22 से अधिक देशों में पाया गया है, जिनमें भारत, चीन, हांगकांग, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका शामिल हैं।
संक्रमण फैलने की क्षमता:
इसमें ऐसे म्यूटेशन हैं जो इसे मानव कोशिकाओं से अधिक मजबूती से जुड़ने में सक्षम बनाते हैं, जिससे इसकी संक्रमण फैलाने की क्षमता बढ़ सकती है। हालांकि, अब तक यह वैरिएंट गंभीर बीमारी का कारण नहीं बना है।
लक्षण (Symptoms):
- गले में खराश
- थकान
- बुखार
- हल्की खांसी
- मांसपेशियों में दर्द
- नाक बहना या बंद होना
- कुछ मामलों में पेट संबंधी लक्षण जैसे दस्त
- एक नया सामान्य लक्षण आवाज़ में भारीपन (hoarseness) भी देखा गया है, जो इसे अन्य वैरिएंट्स से अलग बनाता है।
वैक्सीन प्रभावशीलता:
प्रारंभिक अध्ययनों के अनुसार, वर्तमान में उपलब्ध COVID-19 वैक्सीन गंभीर बीमारी और अस्पताल में भर्ती से सुरक्षा प्रदान करती हैं, हालांकि संक्रमण की संभावना बनी रह सकती है।
भारत में स्थिति:
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संक्रमण की स्थिति:
भारत में NB.1.8.1 वैरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं, विशेष रूप से केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में। हालांकि, अब तक के मामलों में लक्षण हल्के ही रहे हैं। -
सरकारी प्रतिक्रिया:
स्वास्थ्य अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और जनता से सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं, लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं है।
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