
Bharti Farjiwada: पुलिस और सेना भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा: यूपी और दिल्ली में फर्जी लेटर से घुसपैठ, लाखों की ठगी का खुलासा
Bharti Farjiwada: हाल के महीनों में पुलिस और सेना भर्ती में फर्जीवाड़े के कई मामले सामने आए हैं। बुलंदशहर, आगरा, श्रावस्ती और दिल्ली में अभ्यर्थी फर्जी नियुक्ति पत्र, मेडिकल रिपोर्ट और सर्टिफिकेट के जरिए भर्ती प्रक्रिया में घुसने की कोशिश करते पकड़े गए। आगरा में एक रैकेट ने 24 युवाओं से लाखों रुपये वसूले। पुलिस ने कई धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
Police Bharti Farjiwada: बुलंदशहर की युवती फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर पहुंची ट्रेनिंग के लिए
दिल्ली पुलिस भर्ती में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। 17 मई को द्वारका स्थित दिल्ली पुलिस अकादमी में एक महिला कांस्टेबल नियुक्ति पत्र लेकर ट्रेनिंग शुरू करने पहुंची, लेकिन जांच में वह पत्र फर्जी निकला। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, महिला उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के खुरजा कस्बे की रहने वाली है। उसने दावा किया कि उसने वर्ष 2022 में दिल्ली पुलिस की कांस्टेबल भर्ती परीक्षा दी थी, जिसमें मेरठ में लिखित परीक्षा, गाजियाबाद में शारीरिक परीक्षा और दिल्ली में मेडिकल टेस्ट शामिल था।
महिला ने बताया कि उसे नियुक्ति पत्र डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (रिक्रूटमेंट) द्वारा भेजा गया है। लेकिन जब अकादमी के अधिकारियों ने दस्तावेज़ की जांच की, तो उन्हें उसमें कई खामियां नजर आईं।
कैसे हुई फर्जी दस्तावेज की पहचान
नियुक्ति पत्र पर न कोई आधिकारिक संदर्भ संख्या थी और न ही कोई बारकोड। लिफाफा संदिग्ध था, जिस पर न तो पोस्ट ऑफिस की मुहर थी और न ही डाक टिकट। जिस आईपीएस अधिकारी के हस्ताक्षर उस पर थे, वह उस अवधि में DCP (रिक्रूटमेंट) नहीं थे। दस्तावेज की भाषा और फॉर्मेट भी असली लेटर्स से मेल नहीं खा रही थी। महिला का कोई नाम या रोल नंबर भर्ती रजिस्टर में नहीं पाया गया।
बड़ा गिरोह होने की आशंका
पुलिस ने दिल्ली पुलिस अकादमी की शिकायत के आधार पर द्वारका थाने में मामला दर्ज कर लिया है। प्राथमिकी में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा: 336(3) – फर्जी दस्तावेज बनाना, 340(2) – फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल, 62 – अपराध की योजना बनाना,
के तहत केस दर्ज किया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “ये एक सुनियोजित घोटाला लग रहा है। हमें संदेह है कि महिला के पीछे कोई नेटवर्क काम कर रहा है। पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने युवाओं को सतर्क रहने की सलाह दी है। भर्ती से संबंधित सभी जानकारियां केवल सरकारी पोर्टल या आधिकारिक नोटिस से ही लें, किसी अनजान व्यक्ति या विज्ञापन के झांसे में न आएं।
Army Bharti Racket: आगरा में फर्जी टेरिटोरियल आर्मी भर्ती रैकेट का भंडाफोड़, 24 युवाओं से लाखों की ठगी
उत्तर प्रदेश एसटीएफ और आगरा पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में टेरिटोरियल आर्मी भर्ती के नाम पर चल रहे एक फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। इस रैकेट के जरिए पंजाब और जम्मू-कश्मीर के 24 युवाओं से सेना में भर्ती दिलाने के नाम पर 1 से 4 लाख रुपये तक वसूले गए थे।
काम करने का तरीक और कैसे हुआ खुलासा?
लखनऊ की मिलिट्री इंटेलिजेंस यूनिट से मिली सूचना के आधार पर एसटीएफ की टीम ने ट्रांसपोर्ट नगर, आगरा में छापा मारा। मौके से सुनील कुमार (सांबा, जम्मू), बलवंत सिंह (कठुआ, जम्मू), और अजय कुमार यादव (फिरोजाबाद) को गिरफ्तार किया गया।
पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ
पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे फर्जी भर्ती विज्ञापन जारी करते थे और इच्छुक अभ्यर्थियों से पैसे वसूलते थे। युवाओं को मेडिकल टेस्ट के लिए फिरोजाबाद के एक मेडिकल सेंटर बुलाया जाता था, जिसे रंजीत यादव (फिजियोथेरेपिस्ट) चलाता था। वहीं पर फर्जी मेडिकल जांच कराई जाती और फिर नकली जॉइनिंग लेटर दिए जाते। इस पूरे नेटवर्क का सरगना दीपक कुमार शर्मा बताया जा रहा है, जिसकी तलाश जारी है।
छापेमारी के दौरान पुलिस को दो आधार कार्ड, कई फर्जी दस्तावेज, नकली जॉइनिंग लेटर बरामद हुए हैं।
निम्न धाराओं में केस दर्ज
आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की निम्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है: धारा 318(4)- धोखाधड़ी, 338- महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों की जालसाज़ी, 336(3)- फर्जीवाड़ा, 340(2)- फर्जी दस्तावेज़ों का इस्तेमाल, 61(2)- आपराधिक साजिश
यह मामला एक बार फिर यह दर्शाता है कि बेरोजगारी और सरकारी नौकरी की चाहत का फायदा उठाकर कुछ असामाजिक तत्व युवाओं को ठगने में लगे हैं। पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि किसी भी भर्ती प्रक्रिया से जुड़ी जानकारी केवल सरकारी वेबसाइट और आधिकारिक विज्ञप्तियों से ही प्राप्त करें। साथ ही, इस पूरे रैकेट के पीछे सक्रिय नेटवर्क की पहचान और गिरफ्तारी के लिए पुलिस की जांच जारी है।
UP Police Farjiwada: पिछले २ महीने में लगातार इस तरह के मामले
(मई—जून 2025)
बुलंदशहर (UP Police Bharti)
एक अभ्यर्थी ने खुद फर्जी मेडिकल टेस्ट कॉल‑लेट्टर बना कर बुलंदशहर पुलिस लाइन पहुँचा। आधिकारिक Google Sheet जांच से पकड़ा गया, और उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया ।
श्रावस्ती (UP Police Recruitment)
भिनगा भर्ती पॉलिस लाइन में एक महिला अभ्यर्थी फर्जी रोल नंबर वाले प्रवेश पत्र के साथ पकड़ी गई। उसे कस्टडी में लेकर केस दर्ज किया गया।
लखनऊ/गाजियाबाद (UP Police)
दस्तावेज़ कमज़ोरियों के दौरान तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने “आजाद स्वतंत्रता सेनानी” के आधार पर फर्जी सर्टिफिकेट जमा कर भर्ती में हिस्सा लिया ।
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