वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में अंतरिम बजट पेश किया। यह बजट मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट है। वित्तमंत्री ने इस बार छठा बजट सदन में पेश किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोरारजी देसाई के बाद दूसरी वित्त मंत्री हैं, जिन्हें छह बार बजट पेश करने का मौका मिला।
भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2024 को सुबह 11 बजे संसद में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम केंद्रीय बजट 2024-25 पेश किया। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह अंतिम बजट है। केंद्रीय बजट 2024-25 का सत्र 31 जनवरी से 9 फरवरी 2024 तक चलेगा। संसद के बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से हुई। बुधवार को राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदन लोकसभा और राज्य सभा को संबोधित किया।
यह मोदी सरकार के कार्यकाल का दूसरा अंतरिम बजट था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किसानों, महिलाओं, युवाओं और गरीबों को सशक्त बनाने पर ध्यान देने के साथ अंतरिम बजट 2024-25 पेश कर दिया है। सीतारमण ने कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता गरीब, महिलाएं, किसान और युवा हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के ‘सबका साथ, सबका विकास’ पर ध्यान देने से अर्थव्यवस्था ठीक हो रही है। मुद्रास्फीति को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया गया है।
प्रत्यक्ष कर संग्रह 10 साल में तीन गुना बढ़ा है। करदाता 2.4 गुना बढ़े हैं। करदाताओं का योगदान देश के विकास में काम आ रहा है। हम करदाताओं की सराहना करते हैं। सरकार ने कर दरों को कम किया है। लागू हो चुकी नई कर योजना के तहत सात लाख रुपये तक अब कोई कर नहीं हैं। कॉर्पोरेट टैक्स भी कम हुआ है।
नई तकनीकों से कारोबार को मदद मिल रही है। प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दिलचस्पी रखने वालों के लिए यह स्वर्णिम दौर है। एक लाख करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त या कम ब्याज दर पर कोष वितरित किया जाएगा। इससे दीर्घकालिक वित्तीय मदद दी जाएगी। इससे निजी क्षेत्र को मदद मिलेगी।
वित्त मंत्री ने कहा प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना से 38 लाख किसानों को फायदा मिला है और 10 लाख रोजगार के अवसर उत्पन्न हुए हैं। उपज के बाद होने वाले नुकसान को रोकने के लिए भी योजनाओं पर काम हो रहा है। हम कृषि उपज होने के बाद की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की भागीदारी मजबूत करेंगे। आत्मनिर्भर तेल बीज अभियान को मजबूत किया जाएगा। इसके तहत कृषि की नई प्रौद्योगिकी और कृषि बीमा को बढ़ावा दिया जाएगा। डेयरी से जुड़े किसानों की भी मदद की जा रही है। राष्ट्रीय गोकुल मिशन जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं। मत्स्य संपदा को भी मजबूत किया जा रहा है। सी-फूड का उत्पादन दोगुना है। मत्स्य संपदा योजना के जरिए उत्पादकता को तीन से बढ़ाकर पांच टन प्रति हेक्टेयर किया जाएगा। रोजगार के 55 लाख नए अवसरों को उत्पन्न किया जाएगा। पांच समेकित एक्वा पार्क बनाए जाएंगे।
निर्मला सीतारमण ने कहा गरीब का कल्याण, देश का कल्याण, हम इस मंत्र के साथ काम कर रहे हैं। ‘सबका साथ’ के उद्देश्य के साथ हमने 25 करोड़ लोगों को विविध तरह की गरीबी से बाहर निकाला है। भारत को 2047 तक विकसित देश बनाने के लिए काम कर रहे हैं।
बजट भाषण समाप्ति के साथ ही संसद की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है।