दिग्गज अभिनेता मुकेश खन्ना, जिन्हें भारतीय टेलीविजन पर “महाभारत” के भीष्म पितामह और “शक्तिमान” के किरदार से अपार प्रसिद्धि मिली, ने हाल ही में आगामी रामायण फिल्म में भगवान राम के रूप में रणबीर कपूर की कास्टिंग पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उनके इस बयान ने फिल्म इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है और दर्शकों के बीच भी कई सवाल उठाए हैं। खन्ना का मानना है कि रणबीर कपूर की पिछली भूमिकाएं, खासकर “एनिमल” जैसी फिल्मों में उनका नकारात्मक व्यक्तित्व, उनके भगवान राम के किरदार को निभाने में बाधा बन सकती है। इस लेख में हम मुकेश खन्ना के बयान, रणबीर कपूर की कास्टिंग और आगामी रामायण फिल्म के निर्माण पर चर्चा करेंगे।
Ramayana film: रणबीर कपूर की पिछली भूमिकाओं पर सवाल
मुकेश खन्ना ने रणबीर कपूर की पिछली फिल्मों, विशेषकर “एनिमल” में उनके नकारात्मक किरदारों पर सवाल उठाया। खन्ना का कहना है कि रणबीर कपूर भले ही एक बेहतरीन अभिनेता हों, लेकिन उनके पिछले रोल्स, जो मुख्य रूप से आक्रामक और नकारात्मक थे, भगवान राम के आदर्श और धार्मिक छवि से मेल नहीं खा सकते। उन्होंने यह भी कहा कि राम का किरदार निभाने के लिए अभिनेता के चेहरे और व्यक्तित्व में विशेष प्रकार की दिव्यता और संतुलन होना चाहिए, जो रणबीर कपूर में संभवतः न हो।
खन्ना का मानना है कि दर्शकों के मन में रणबीर की पिछली भूमिकाओं की छाप बनी रह सकती है, जो भगवान राम के किरदार के साथ मेल नहीं खाती। उन्होंने यह भी बताया कि 2023 की फिल्म “आदिपुरुष” में प्रभास के राम के किरदार को लेकर भी दर्शकों की उम्मीदें पूरी नहीं हो पाई थीं, और यह केवल अभिनय की नहीं, बल्कि अभिनेता के चेहरे और व्यक्तित्व की भी बात थी।
Ramayana film: अरुण गोविल की तुलना अपरिहार्य
रामायण जैसी प्रतिष्ठित फिल्म में भगवान राम के किरदार की कास्टिंग पर चर्चा करते हुए, मुकेश खन्ना ने अरुण गोविल का उल्लेख किया, जिन्होंने 1987 में रामानंद सागर की रामायण में भगवान राम का किरदार निभाया था। खन्ना ने कहा कि अरुण गोविल का चित्रण आज भी मानक के रूप में देखा जाता है। उनका कहना था कि अरुण गोविल की सादगी और ईश्वरीय आभा ने भगवान राम की छवि को एक अमिट रूप दिया। खन्ना का यह भी मानना है कि रामायण जैसी परियोजना में भगवान राम का किरदार निभाने वाले अभिनेता की तुलना स्वाभाविक रूप से अरुण गोविल से की जाएगी, क्योंकि उन्होंने उस किरदार को पर्दे पर जीवित किया है।
Ramayana film: फिल्म निर्माताओं को दी चेतावनी
मुकेश खन्ना ने फिल्म निर्माताओं को भगवान राम के किरदार को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी। उनका कहना था कि भगवान राम का किरदार केवल दिखावे तक सीमित नहीं होना चाहिए। अभिनेता को इस किरदार की आत्मा को अपनाना चाहिए। खन्ना का मानना है कि अगर फिल्म में कास्टिंग में गलती होती है, तो यह दर्शकों को निराश कर सकता है और फिल्म के प्रति उनकी भावनाओं को ठेस पहुँचा सकता है। उन्होंने प्रभास का उदाहरण दिया, जिनके स्टारडम के बावजूद उन्हें राम के रूप में स्वीकार नहीं किया गया। खन्ना ने स्पष्ट किया कि यह केवल अभिनय क्षमता का मामला नहीं था, बल्कि उनका चेहरा और व्यक्तित्व भी भगवान राम के अनुरूप नहीं था।
Ramayana film: रणबीर कपूर और उनकी कास्टिंग पर खन्ना की आशंका
मुकेश खन्ना ने रणबीर कपूर के अभिनय कौशल की सराहना करते हुए कहा कि वह एक बेहतरीन अभिनेता हैं, लेकिन भगवान राम के किरदार के लिए केवल अभिनय ही पर्याप्त नहीं है। खन्ना का कहना था कि भगवान राम का किरदार निभाने के लिए अभिनेता के चेहरे में वह दिव्यता, भव्यता और साधुता होनी चाहिए जो भगवान राम से जुड़ी होती है। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि रणबीर कपूर की पिछली भूमिकाओं की छवि दर्शकों के मन में इस किरदार को लेकर भ्रम पैदा कर सकती है।
Ramayana film: रामायण फिल्म का निर्माण और अन्य कास्टिंग
आगामी रामायण फिल्म के निर्माण को लेकर कई चर्चाएं हो रही हैं। इस फिल्म को दो भागों में बनाया जाएगा, जिसमें पहला भाग दिवाली 2026 में और दूसरा भाग 2027 में रिलीज होने की योजना है। फिल्म में रणबीर कपूर के अलावा अन्य प्रमुख कलाकारों का नाम भी सामने आया है। साईं पल्लवी को सीता के किरदार के लिए कास्ट किया गया है, वहीं सनी देओल हनुमान के किरदार में नजर आ सकते हैं, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। इसके अलावा, फिल्म में अरुण गोविल और लारा दत्ता भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में दिखाई देंगे।
Ramayana film: मुकेश खन्ना के बयान का प्रभाव
मुकेश खन्ना का बयान फिल्म इंडस्ट्री में एक बड़ा विषय बन चुका है। उनके विचार ने दर्शकों के बीच इस फिल्म के निर्माण और कास्टिंग को लेकर बहस छेड़ दी है। कुछ लोग उनके विचारों से सहमत हैं और मानते हैं कि भगवान राम का किरदार एक विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्य रखता है, जिसे निभाने के लिए अभिनेता को एक विशेष प्रकार की छवि और आभा की आवश्यकता होती है। वहीं, कुछ लोग रणबीर कपूर के अभिनय कौशल को देखते हुए उनकी कास्टिंग को सही मानते हैं और कहते हैं कि एक अभिनेता का अभिनय ही महत्वपूर्ण है, न कि उनके पिछले किरदारों की छवि।
Ramayana film: भगवान राम का किरदार और भारतीय सिनेमा की जिम्मेदारी
मुकेश खन्ना के बयान से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय सिनेमा में धार्मिक और ऐतिहासिक किरदारों का चित्रण कितना महत्वपूर्ण है। रामायण जैसी महाकाव्य पर आधारित फिल्म बनाते वक्त निर्माता को न केवल रचनात्मकता, बल्कि संवेदनशीलता और भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान भी दिखाना चाहिए। भगवान राम का किरदार भारतीय समाज में गहरे धार्मिक और सांस्कृतिक अर्थ रखता है। यह केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि एक आस्था और विश्वास का प्रतीक है।
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