
obesity : कारण, प्रभाव और समाधान
obesity : शरीर में जब वजन अधिक मात्रा में बढ़ जाता है तो इस अवस्था को obesity कहा जाता है , ओबेसिटी में शरीर में अधिक मात्रा में चर्बी बढ़ाने के कारण स्वास्थ्य खराब हो सकता है जिसके कारण व्यक्ति कई अन्य बीमारियों से जूझने लगता है।
अगर कोई व्यक्ति ओबेसिटी की समस्या से जूझ रहा है तो उसके शरीर में काम करने की क्षमता कम हो जाती है उसे काम करने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है, यह बीमारी आपकी मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। इतना ही नहीं ओबेसिटी के कारण आपको हृदय रोग, टाइप २ मधुमेह , यहां तक की बात कैंसर तक पहुंच सकती है।
इस स्थिति में आप खाने में ज्यादा कैलोरीज सेवन करने लगते हैं, और बहुत कम मात्रा में कैलोरीज बर्न करते हैं । बाकी ज्यादा मात्रा में जो कैलोरीज आपके शरीर में जमा हो जाती है वह चर्बी की का रूप ले लेती है।
obesity का पता आपका वजन से चलता है।
obesity आपका वजन से पता चलता है। अगर आपका वजन आपकी लंबाई के हिसाब से स्वस्थ मन जाने वाले वसूल से ज्यादा है तो आप या तो ज्यादा वजन वाले हैं या मोटापे से ग्रस्त है। बॉडी मास इंडेक्स यह जानने का एक सबसे अच्छा तरीका है कि आप मोटापे से पीड़ित है, ज्यादा वजन वाले हैं या बिल्कुल स्वस्थ है।
Obesity के प्रकार
मोटापा कैसा भी हो सकता है, लेकिन एक्सपर्ट्स ने अपनी डिग्री के आधार पर ओबेसिटी को तीन हिस्सों में बनता है।
वर्ग i मोटापा: इस वर्ग में 30 से 35 किलोग्राम बीएमआई वाले लोग शामिल है
वर्ग ii मोटापा: इस वर्ग में वह लोग शामिल है जिनका बीएमआई 35 से 40 किलोग्राम है
वर्ग iii मोटापा: वर्ग तीसरा मोटापे का अंतिम वर्ग है इसमें बीएमआई 40 किलोग्राम से ज्यादा होता है।
रूग्ण मोटापा
रूग्ण मोटापे को थर्ड स्टेज ओबेसिटी के नाम से भी जाना गया है। यह मोटापा सबसे गंभीर अवस्था मानी जाती है जहां व्यक्ति को स्वास्थ्य जुड़ी कई समस्याओं का उच्च उठाना पड़ता है। इस शब्द का इस्तेमाल यह दर्शाने के लिए किया जाता है कि ऐसे लोगों को मोटापे के इलाज या ओबेसिटी की चिकित्सा की सख्त जरूरत है, परंतु कई लोग इस शब्द का नकारात्मक अर्थ निकल बैठे हैं जिसके कारण इस शब्द का उपयोग होना अब बंद हो गया है।
बच्चों में मोटापा।
विभिन्न देशों में डॉक्टर ने बचपन के मोटापे को नोटिस करना शुरू कर दिया है। हालांकि बच्चों में मोटापे के कर्म की जांच अभी तक की जा रही है। फ़िलहाल बच्चो को मोटा तब माना जाता है जब उसका BMI अन्य बच्चों की तुलना में 90% अधिक हो ।
क्या मोटापा आम है?
कुछ लोगों का मानना है कि मोटापा एक सामान्य समस्या है जबकि मोटापा कब गंभीर रूप ले ले पता भी नहीं चल सकता, मोटापे के कारण आप लोगों के हास्य का कारण तो बनते ही बनते हैं उसके अलावा आप शारीरिक रूप से कमजोर हो जाते हैं और कई बीमारियां आपके घेरे में आ जाते हैं। मोटापे के कारण आपको ब्रेस्ट कैंसर, हृदय रोग जैसी बीमारियां तक हो सकती है । Who की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में एक अब से ज्यादा लोग मोटापे का शिकार हैं। इसे विभाजित करें तो संख्याएं 650 मिलियन बूढ़े लोग, 340 जवान लोग, 39 मिलियन बच्चे शामिल है और इतना ही नहीं प्रतिदिन प्रतिदिन इसकी संख्या बढ़ती जा रही है। Experts के अनुसार 2025 के लास्ट तक 167 million लोक मोटापे से ग्रस्त हो सकते हैं
Obesity के इंदिरेक्ट इफ़ेक्ट
- खराब स्वास्थ्य और खराब जीवन शैली
- मेंटल और संज्ञानात्मक विचार
- अवसाद और चिंता विचार
- अग्नाशय और कोलेस्ट्रॉल जैसे कुछ कैंसर
- बांझपन और गर्भावस्था की समस्याएं
- मोटापे के कारण
- ओबेसिटी के कई मुख्य कारण हो सकते हैं जैसे कैलोरीज की ज्यादा मात्रा में खपत , हार्मोनल इंबैलेंस आदि लिए बिस्तर में जानते हैं
आहार विकल्प
ज्यादा खाने से मोटापा बढ़ता है खासकर कि वह खाना जिसमें कैलोरीज की मात्रा अत्यधिक हो. अगर आप रोजाना बाहर का खाना खाते हैं जैसे फास्ट फूड, noodles, बर्गर पिज़्ज़ा आदि. तथा तली हुई और मीठी चीजों का सेवन जरूर से ज्यादा करने लगते हैं तो आप ओबेसिटी का शिकार होने लगते हैं.
Hormonal imbalance
कई बार ज्यादा खाना ही ओबेसिटी का कारण नहीं होता बल्कि, hormonal issues इंसान को अत्यधिक मोटा बना देते हैं. इस समस्या ज्यादातर महिलाओं में देखी जाती है जो हार्मोनल इंबैलेंस के कारण ओबेसिटी का शिकार हुई हूं.
थायराइड और व जैसे कुछ हार्मोनल इंसुलिन इन्फेक्शन, शरीर में वसा के स्तर को महत्वपूर्ण रूप से नियंत्रण रखने में मदद करते हैं. अगर इनमें से किसी भी हार्मोनल में ऊंच नीच होती है तो वह मोटापे की भूमिका निभाने लगता है. हालांकि हार्मोनल इंबैलेंस से बड़े हुए मोटापे को दवाइयां के उपयोग से ठीक किया जा सकता है.
मनोवैज्ञानिक समस्याएं
वैज्ञानिकों ने इस बात को सिद्ध कर दिया कि ज्यादा सोचने से ज्यादा चिंता से और डिप्रेशन के कारण से आपकी मानसिक स्थिति तो खराब होती ही है इसके साथ आप ओबेसिटी के शिकार भी हो सकते हैं.
अत्यधिक दवाइयां
अगर आप पहले से ही किसी अन्य बीमारियों से ग्रस्त हैं और दवाइयां ले रहे हैं तो यह दवाइयां के साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं कि आपका फैट बढ़ रहा हो. आपको डॉक्टर दवा प्रतिरोध के प्रभाव को कम करने के लिए अधिक खुराक खिला सकता है. जिसके कारण आप मोटापा की ओर बह जाते हैं.