
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में Social Activist की गोली मारकर हत्या, Valley में High Security Alert
Social Activist Dead: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले (Kupwara District) में शनिवार रात एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां संदिग्ध आतंकवादियों (suspected terrorists) ने एक 45 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता (social activist) गुलाम रसूल मगराई (Ghulam Rasool Magray) की गोली मारकर हत्या कर दी। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब पूरी कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) में सुरक्षा व्यवस्था पहले से ही हाई अलर्ट (high security alert) पर है।
घर के अंदर मारी गोली, अस्पताल में मृत घोषित
सूत्रों के मुताबिक, आतंकवादियों ने कंडी खास (Kandi Khas) इलाके में गुलाम रसूल मगराई के घर के अंदर घुसकर उन पर फायरिंग की। हमले में उन्हें पेट (abdomen) और बाएं हाथ (left wrist) में गंभीर गोलियों से चोटें आईं। उन्हें तुरंत ही हैंडवाड़ा अस्पताल (Handwara Hospital) ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
फिलहाल, हमलावरों का मकसद (motive behind attack) स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां (security forces) मामले की जांच कर रही हैं।
पहलगाम हमले के बाद से घाटी में तनाव
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम (Pahalgam) के बैसरन घास के मैदान (Baisaran meadows) में एक भीषण आतंकी हमला (terrorist attack) हुआ था, जिसमें 26 नागरिकों की जान चली गई थी। उस हमले के बाद से घाटी में सुरक्षा बलों (security forces) की तैनाती बढ़ा दी गई थी और High Alert घोषित किया गया था।
विशेषज्ञों का कहना है कि पहलगाम हमला 2019 के पुलवामा हमले (Pulwama attack) के बाद जम्मू-कश्मीर में सबसे घातक आतंकी हमला था। पुलवामा हमले में 40 सीआरपीएफ (CRPF) जवान शहीद हुए थे।
पुलिस और सेना ने इलाके को घेरा
घटना के तुरंत बाद पुलिस और सेना (Indian Army) की टीम मौके पर पहुंची और पूरे इलाके को घेर लिया। आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान (search operation) चलाया जा रहा है ताकि हमलावरों को पकड़ने में सफलता मिल सके।
अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल इलाके में High Security Alert है और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
Social Activist की हत्या पर आक्रोश
गुलाम रसूल मगराई कुपवाड़ा जिले में एक प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता थे, जो कई वर्षों से गरीबों और वंचितों के लिए काम कर रहे थे। उनकी हत्या ने स्थानीय लोगों में आक्रोश (anger among locals) और भय (fear) दोनों को बढ़ा दिया है। स्थानीय नेताओं और सामाजिक संगठनों (social organizations) ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की है।
हालिया आतंकी घटनाएं
कुपवाड़ा की इस घटना से पहले भी कश्मीर में कई आतंकी घटनाएं सामने आ चुकी हैं:
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Kulgam District Encounter: शुक्रवार को कुलगाम जिले के गद्दर जंगल क्षेत्र (Guddar forest area) में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ (encounter) हुई थी।
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LeT Associates Arrested: बृहस्पतिवार को बंदीपोरा (Bandipora) में लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) से जुड़े तीन आतंकियों को हथियारों और ग्रेनेड के साथ गिरफ्तार किया गया था।
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Continuous Terror Threat: घाटी में लगातार आतंकियों की गतिविधियों के चलते आम नागरिकों में भय का माहौल है।
सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता
सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने स्पष्ट कर दिया है कि वे किसी भी आतंकी गतिविधि (terror activity) को बर्दाश्त नहीं करेंगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने और आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
सुरक्षा बलों द्वारा कड़ी निगरानी और तलाशी अभियानों (surveillance and search operations) के चलते उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस हत्या में शामिल आतंकवादियों को पकड़ लिया जाएगा।
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